जयपुर के इस किले को बनने में लग गए थे करीब 100 साल, यूनेस्को की विश्व धरोहर में भी शामिल है ये जगह

Tripoto
10th Nov 2021
Day 1

आमेर किला, जिसे अंबर पैलेस या अंबर किले के रूप में जाना जाता है, जयपुर शहर में घूमने के लिए एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। महल, एक भव्य वास्तुशिल्प कृति, यकीनन आकर्षण का मुख्य आकर्षण है। हालाँकि, किले के नज़ारे भी बहुत शानदार हैं! 2013 में यूनेस्को विरासत स्थल घोषित हुआ ।
ऐतिहासिक रूप से, अंबर पैलेस जयपुर के शाही परिवार का निवास स्थान था। और सही मायने में राजस्थानी अंदाज में इसकी फिजूलखर्ची में कोई रोक नहीं थी।
यात्रा करते समय आप अपने कैमरे को संभाल कर रखना चाहेंगे,

Photo of जयपुर के इस किले को बनने में लग गए थे करीब 100 साल, यूनेस्को की विश्व धरोहर में भी शामिल है ये जगह by Neha Patel
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जयपुर के पुराने शहर से लगभग 30 मिनट की दूरी पर स्थित, आमेर का किला सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करके सबसे अच्छी तरह पहुँचा जा सकता है। जयपुर में टैक्सी, रिक्शा और बसें आसानी से आ जाती हैं। *टिप - हवा महल इमारत से आमेर किले तक नियमित वातानुकूलित बसें चलती हैं। कीमत करीब रुपये है। 30/

Photo of Amer Fort by Neha Patel
Photo of Amer Fort by Neha Patel

द्वार खोलने दिन के दौरान सुबह 8 से शाम 5.30 बजे तक। शाम 7 से 10 बजे। रात को। जयपुर में अंबर पैलेस के लिए प्रवेश शुल्क एम्बर पैलेस में दिन प्रवेश शुल्क रुपये है। विदेशियों के लिए 500 और रु। नागरिकों के लिए 100। अंबर पैलेस में रात का प्रवेश शुल्क रु। विदेशियों और नागरिकों दोनों के लिए 100 रुपये।

Photo of जयपुर के इस किले को बनने में लग गए थे करीब 100 साल, यूनेस्को की विश्व धरोहर में भी शामिल है ये जगह by Neha Patel
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जयपुर में दर्शनीय स्थलों की यात्रा के लिए वर्ष का सबसे अच्छा समय अक्टूबर-फरवरी है जब मौसम शुष्क होता है लेकिन बहुत गर्म नहीं होता है। हालांकि, राजस्थान थार रेगिस्तान की सीमा से लगा हुआ है, और दोपहर की गर्मी साल भर लगातार बनी रह सकती है। इस बात को ध्यान में रखते हुए पर्यटक सामग्री को सुबह जल्दी या देर दोपहर के लिए रखें।

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अंबर फोर्ट लाइट एंड साउंड शो यदि आप अंबर किले या जयपुर शहर के पीछे के इतिहास में रुचि रखते हैं, तो अंबर फोर्ट लाइट एंड साउंड शो एक ऐसी घटना है जिसे अवश्य देखना चाहिए। जबकि लाइट शो उतना उन्नत नहीं है जितना आप उम्मीद कर सकते हैं, कथन ऊर्जावान और सूचनात्मक दोनों है। अंग्रेजी और हिंदू दोनों भाषाओं में उपलब्ध प्रदर्शनों के साथ, यह रात में जयपुर में करने वाली शीर्ष चीजों में से एक है।

जयपुर से करीब 11 किलोमीटर की दूरी पर अरावली पहाड़ी की चोटी पर स्थित आमेर का किला राजस्थान के महत्वपूर्ण एवं सबसे विशाल किलों में से एक है। यह किला अपनी अनूठ वास्तुशैली  और शानदार संरचना के लिए मशहूर है। यह राजस्थान के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से भी एक है।

इसकी आर्कषक डिजाइन और भव्यता को देखते हुए इस किले को विश्व विरासत की लिस्ट में शामिल किया गया है।

यह किला मुगल और हिन्दू वास्तुशैली का नायाब नमूना है। इस किले के अंदर प्राचीन वास्तुशैली एवं इतिहास के प्रसिद्द एवं साहसी राजपूत शासकों की तस्वीरें भी लगी हुई हैं। इस विशाल किले के अंदर बने ऐतिहासिक महल, उद्यान, जलाशय एवं सुंदर मंदिर इसकी  खूबसूरती को दो गुना कर दते हैं।

आपातकालीन स्थिति में सम्राटों के परिवारों को जयगढ़ दुर्ग तक पहुंचाने के लिए इस सुरंग का निर्माण किया गया था। इस किले के पास से जयगढ़ दुर्ग और इसके आसपास का बेहद खूबसूरत नजारा दिखाई देता है। राजस्थान के सबसे महत्वपूर्ण और प्रसिद्ध दुर्गों में से एक आमेर के किले की सुंदरता और भव्यता को देखने हर साल भारी संख्या में पर्यटक आते हैं।

राजस्थान के इस विशाल दुर्ग के अंदर बने कुछ महत्वपूर्ण संरचनाएं

दीवान-ए-आम – Diwan-E-Khas
जयपुर की अरावली पहाड़ी पर स्थित इस विशाल दुर्ग के परिसर में बनी ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण संरचनाओं में दीवान-ए-आम बेहद खास है। इसका निर्माण राजा जय सिंह द्धारा किया गया था। दीवान-ए-आम, को आम जनता के लिए बनाया गया था, इस भव्य हॉल में सम्राटों द्धारा आम जनता की समस्याएं सुनी जाती थी और उसका निस्तारण किया जाता है।

इस खास ऐतिहासिक संरचना को शीशे के पच्चीकारी काम के साथ बेहद शानदार नक्काशीदार स्तंभों के साथ बनाया गया है। इस हॉल में  बेहद आर्कषक 40 खंभे बने हुए हैं, जिसमें से कुछ संगमरमर के भी हैं, वहीं इस खंभों पर बेशकीमती स्टॉन्स लगे हुए हैं। इस खास ऐतिहासिक इमारत के पत्थरों पर अलग-अलग बेहद सुंदर चित्रों की मूर्तियां खुदी हुई हैं।

सुख निवास – Sukh Niwas
राजस्थान के इस विशाल किले के अंदर बने दीवान-ए-आम के ठीक सामने बेहद सुंदर सुख निवास बना हुआ है, जो कि इस किले के प्रमुख आर्कषणों में से एक है। सुख निवास के दरवाजे चंदन के हैं, जिसे हाथी के दांतो से सजाया गया है।

गणेश पोल – Ganesh Pol
गणेश पोल, भी आमेर के इस विशाल किले में बनी मुख्य ऐतिहासिक संरचनाओं में से एक है। किले के अंदर बने दीवान-ए-आम के दक्षिण की तरफ  गणेश पोल स्थित है। गणेश पोल का निर्माण राजा जय सिंह द्धितीय ने करीब 1611 से 1667 ईसवी के बीच करवाया था।

गणेश पोल, राजस्थान की शान माने जाने वाले इस विशाल दुर्ग के बने 7 बेहद आर्कषक औऱ सुंदर द्धारों में से एक है। इस शानदार द्धार के बारे में ऐसा भी कहा जाता है कि, जब कोई भी सम्राट किसी युद्द को जीतकर आते हैं, किले के इस मुख्य द्धार से प्रवेश करते थे, जहां फूलों की वर्षा के साथ राजाओं का स्वागत किया जाता था।

किले के इस आर्कषक द्दार को बेहद शानदार तरीके से सजाया गया है , इस द्धार में ऊपर के हिस्से में गणेश भगवान की एक छोटी सी मूर्ति स्थापित है, जिसकी वजह से इसे गणेश पोल कहा जाता है।

चांद पोल दरवाजा – Chandpole Darwaza Amer Fort
जयुपर के पास स्थित इस विशाल आमेर दुर्ग में बना चांद पोल दरवाजा भी इस किले की प्रमुख ऐतिहासिक संरचनाओं में से एक माना जाता था। चांद पोल दरवाजा, पहले आम लोगों के प्रवेश के लिए था। यह आर्कषक दरवाजा, इस विशाल किले के पश्चिम की तरफ बना हुआ है, वहीं इस दिशा में चंद्रमा उदय की वजह से इसका नाम चांद पोल रखा गया था।

इस आर्कषक पोल के सबसे ऊपरी मंजिल में नौबतखाना बना था, जिसमें ढोल, नगाड़े एवं तबला समेत कई संगीत एवं वाद्य यंत्र बजाए जाते थे।

दिल आराम बाग – Dalaram Bagh
राजस्थान के इस सबसे विशाल दुर्ग के अंदर बना दिल आराम बाग इस किले की शोभा को और अधिक बढा़ रहा है। इस शानदार बाग का निर्माण करीब 18 वीं सदी में किया गया था। इस रमणीय बाग में सुंदर सरोवर, फव्वारे  बनाए गए हैं। दिल आराम बाग की सुंदरता को देखकर हर कोई मंत्रुमुग्ध हो जाता है। इसका रमणीय आर्कषण दिल को सुकून देने वाला है, इसलिए इसका नाम दिल आराम बाग रखा गया है।

देवी शिला माता मंदिर – Shila Mata Mandir (Amber Fort)
राजस्थान के इस विशाल दुर्ग के अंदर एक प्रसिद्ध शिला माता मंदिर स्थित है। इस मंदिर को राज मान सिंह द्धारा बनवाया गया था।  इस आर्कषित मंदिर को सफेद संगमरमर के पत्थरों का इस्तेमाल कर बनाया गया है। ऐसा कहा जाता है कि महान राजा मान सिंह इस मंदिर की मूर्ति को बंगला से लेकर आए थे।
आमेर के किले में मशहूर लाइट एवं साउंड शो  – Amer Fort Light Show
राजस्थान के इस सबसे विशाल किले में रोजाना शाम को लाइट एंड साउंड शो का आयोजन किया जाता है। यह शो पर्यटकों का ध्यान अपनी तरफ  खींचता है। वहीं यह शो आमेर के किले के खूबसूरत इतिहास एवं साहसी राजाओं के बारे में बताया जाता है। यह शो करीब 50 मिनट तक चलता है।

आपको बता दें कि इस शो को बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन ने अपनी आवाज दी है। पर्यटकों को इस शो को देखने के लिए अलग से टिकट लेनी पड़ती है।
अक्टूबर से फरवरी:  शाम 6:30 (अंग्रेजी)/ शाम 7:30 (हिंदी)

मार्च से अप्रैल:  शाम 7:00 (अंग्रेजी) / रात 8:00 (हिंदी)

मई से सितंबर:  शाम 7:30 (अंग्रेजी) / रात 8:30 (हिंदी)

एम्बर फोर्ट लाइट एंड साउंड शो प्रवेश शुल्क
विदेशियों और नागरिकों दोनों के लिए 295 रुपये।

Photo of जयपुर के इस किले को बनने में लग गए थे करीब 100 साल, यूनेस्को की विश्व धरोहर में भी शामिल है ये जगह by Neha Patel
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विश्व धरोहर की सूची में शामिल आमेर के इस विशाल किले के अंदर बना शीश महल, यहां के प्रमुख आर्कषणों में से एक है। इस महल को कई सुंदर दर्पणों से मिलकर बनाया गया है। शीश महल को बेहद अनूठे तरीके से निर्मित किया गया है, शीश महल के अंदर जब कुछ प्रकाश की किरण पड़ती है, तब पूरे हॉल में रोशनी हो जाती है। शीश महल की खास बात यह है कि इसे प्रकाशित करने के लिए सिर्फ एक मोमबत्ती की रोश्नी ही काफी है।

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राजस्थान के इस सबसे आर्कषित और महत्वपूर्ण किले में बॉलीवुड एवं हॉलीवुड की कई सुपरहिट फिल्मों की भी शूटिंग की जा चुकी है, जिसमें बॉलीवुड फिल्म बाजीराव मस्तानी, शुद्ध देसी रोमांस, मुगले आजम, भूल भुलैया, जोधा अकबर आदि शामिल हैं। वहीं हॉलीवुड फिल्मों में द बेस्ट एग्ज़ॉटिक मॅरिगोल्ड होटल, नार्थ वेस्ट फ़्रन्टियर आदि शामिल हैं।

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