Day 1
मुझे याद आता है आमेर किले से पन्ना मीना का कुंड जाते हुए मै रास्ता भूल गई थी। थोड़ी देर तक आमेर की खूबसूरत गलियों में टहलने के बाद मैंने देखा की कुछ पर्यटक एक दिशा की ओर जा रहे थे मै उनके पीछे चल दी। करीब पांच मिनट बाद हम एक भव्य प्राचीन मंदिर के सामने खड़े थे, आधे से मिटे हुए शिलालेख पर लिखा था "श्री जगत शिरोमणि जी मंदिर, आमेर"
इस प्राचीन मंदीर की भव्यता देखते ही बनती थी। मंदिर के प्रांगण में कुछ भिक्षु और कुछ विदेशी पर्यटकों के बीच धर्म और हिंदुस्तान की समकालीन स्थिति के ऊपर वार्तालाप चल रहा था, मंदिर के अंदर कुछ पर्यटक फोटो खींच रहे थे। और मै, इन सबको अपनी स्मृतियों में अंकित कर रही थी।