
छत्रपति शिवाजी महाराज के चरणकमलों से धन्य हुई धरती महाराष्ट्र सिर्फ अपने वीर मराठों के लिए ही नहीं तो मॉनसून में स्वर्ग-सा सुंदर रूप धारण कर लेने वाले सह्याद्रि पर्वत के लिए भी जानी जाती है। और आज हम आपको सह्याद्रि पर्वत के सानिध्य में स्थित एक ऐसे ही इलाके भंडारदरा से रूबरू कराने जा रहे हैं। जहां मॉनसून के वक्त पर्यटन लायक 5 ऐसे प्रमुख टूरिस्ट पॉइंट तैयार हो जाते हैं, जिन्हें देखने के बाद आप उन्हें छोड़कर घर लौटने के लिए तैयार नहीं होते। तो चलिए, बगैर ज्यादा इंतजार करवाए आपको महाराष्ट्र के इगतपुरी इलाके में स्थित भंडारदरा के उन 5 प्रमुख पयर्टन स्थलों के बारे में बताते हैं, जिनके बारे में जानकर आप जल्द से जल्द इस जगह से मुलाकात करने को आतुर हो जाएंगे।
1) कलसुबाई शिखर

पॉइंट नंबर वन के लिए इससे बेहतर दूसरी कोई और जगह नहीं हो सकती थी। जी हां, क्योंकि कलसुबाई शिखर महाराष्ट्र स्थित सबसे ऊंची चोटी है। और यही वजह है कि करीब 1646 मीटर ऊंचे कलसुबाई को महाराष्ट्र का माउंट एवरेस्ट भी कहा जाता है। इसलिए अगर आप भंडारदरा में आए हैं तो सबसे पहले इस चोटी को फतह करने का काम कर लीजिए। इससे 2 काम एक साथ हो जाएंगे। पहला आप महाराष्ट्र की सबसे ऊंची चोटी फतह करने का कारनामा कर लेंगे और इसके साथ ही पूरे भंडारदरा का मुआयना भी हो जाएगा। आपकी जानकारी के लिए कलसुबाई पर चढ़ाई कोई ज्यादा मुश्किल काम नहीं है; बशर्तें व्यक्ति 1646 मीटर चढ़ाई करने लायक स्टैमिना रखता हो।
2) भंडारदरा डैम

देखिए, इसमें कोई दोराय नहीं कि प्राकृतिक खूबसूरती का अपना कोई दूसरा जोड़ नहीं होता। लेकिन भईया, इसका ये मतलब तो कतई नहीं कि हम इंसानों से भी कभी कोई देखने लायक चीज बनी ही नहीं। मेरी इस बात का प्रमाण है अपने अंदर अथाह जलराशि समेटे अंग्रेजों के जमाने से खड़ा भंडारदरा डैम। मॉनसून के दौरान झमाझम बारिश से डैम जब लबालब भर जाता है, तब इसकी भव्यता और खूबसूरती देखते ही बनती है। और मॉनसून में इसी खूबसूरत नजारे को नजरों में कैद करने के लिए यहां लोगों को हुजूम उमड़ पड़ता है।
3) अंब्रेला फॉल्स

नदी बहुत खूबसूरत होती है। लेकिन जब कोई नदी ऊपर से नीचे गिरते वक्त झरने में तब्दील होती है, तब उसकी खूबसूरती में चार चांद लग जाते हैं। और ठीक ऐसा ही कुछ अंब्रेला फॉल्स के मामले में भी होता है। भंडारदरा डैम जब प्रवर नदी के पानी से एकदम भर जाता है, तब पानी डैम की दीवारों को फांद कर बहने लग जाती है। और ठीक इसी वक्त चट्टानों से टकराते हुए पानी ऐसे गिरते ही मानों बारिश से बचने के लिए किसी ने अपनी छतरी खोल दी हो। छतरी के आकार वाले इस अनूठे वाटरफॉल आनंद भोगना हो तो इस मॉनसून भंडारदरा जरूर आइएगा।
4) राँधा फॉल्स

अंब्रेला फॉल्स देखने के बाद जैसे ही आपको यह भ्रम हो कि इससे खूबसूरत दूसरा कोई और झरना क्या ही देखने मिलेगा... तो इससे बाहर निकलने के लिए आप अपने सफर को राँधा फॉल्स की तरफ मोड़ सकते हैं। प्रवर नदी जब बहते-बहते अचानक ही करीब 170 मीटर नीचे गिरती है, तब जाकर राँधा फॉल्स का जन्म होता है। और इस वक्त इस जगह का नजारा कुछ ऐसा कि लोग पहले तो उसे आंखों से जी भरकर निहारते हैं और फिर भी मनन भरने के बाद कैमरे में कैद कर अपने साथ घर भी ले जाते हैं। अगर आप यहां आए तो आप भी इन दो कामों को करने से खुद को रोक नहीं पाएंगे।
5) अगस्त ऋषि आश्रम

अब देखिए, सिर्फ भूगोल ही नहीं है जो भंडारदरा को खास बनाता हैं। यहां एक ऐसी जगह भी है जहां आने वालों को आध्यात्मिक आशीर्वाद का लाभ भी मिल जाता है। जी हां, भंडारदरा में आपको अगस्त ऋषि के आश्रम के भी दर्शन मिल जाएंगे। रामायण के अनुसार यही वह पवित्र स्थल है जहां अगस्त ऋषि ने भगवान राम को रावण के वध में इस्तेमाल हुआ तीर दिया था।यानी अब अगर इस मॉनसून में आप भंडारदरा नहीं आते हैं तो फिर एक ही इलाके में एक से बढ़कर एक कुल 5 खूबसूरत जगहों को देखने से महरूम रह जाएंगे।
- रोशन 'सास्तिक'

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