मैंने 05 सितंबर, 2019 को ऋषिकेश से अपनी यात्रा , शाम के समय त्रिवेणी घाट पर गंगा आरती के साथ शुरू की। गंगा ऋषिकेश से ही मैदानी क्षेत्र में प्रवेश करती है। ऋषिकेश पूरे विश्व में योग की राजधानी के रूप में विख्यात है।
दूसरे दिन सुबह 5 बजे ऋषिकेश से रुद्रप्रयाग के लिये बस में बैठा। 7 बजे बस तीन धारा नाम से प्रसिद्ध एक स्थान पर रुकी, वहाँ पर मैंने नास्ता किया। पहाड़ी भोजन की मिठास और खुशबु आपको तीन धारा के खाने में जरूर दिख जायेगी। आधा घंटे के बाद बस वहाँ से श्रीनगर के लिए निकल पड़ी। श्रीनगर, गढ़वाल मंडल का सबसे बड़ा शहर है। कुछ समय के बाद बस श्रीनगर से रुद्रप्रयाग के लिए चल पड़ी। 10 बजे बस ने मुझे रुद्रप्रयाग पहुँचा दिया। बस में कुछ कुछ अंजान और अजनबी यात्रियों से मेरी मुलाक़ात हुई, दिल्ली से आये दो दोस्तों से बात करते वक़्त ये पता चला की उनकी और मेरी मंजिल एक ही है।