
बहुत दिनों से दिमाग में यही चल रहा था कि इमामबाड़े के बगल में जो छोटी बावली निजाम आसिफ उद्दौला ने बनाया है, उसकी कहानी जो लोगों द्वारा बतायी जाती है, क्या वह सच है ?
लोगों को कहना है कि आसिफ उद्दौला बाहर से आ रहे दुश्मनों को इसी बावली में प्रतिबिम्ब देखकर अपने सैनिकों को चौकन्ना करता था, और फिर धनुष तान लिए जाते थे।
कल एक बार फिर इमामबाड़े जाना हुआ, इससे पहले की यात्रा वीडियो की शक्ल में यूट्यूब चैनल Amit Singh Paliwall पर उपलब्ध है। छोटी बावली पहुंचते ही कुछ लोग मौजूद थे, एक पुरात्तव के शोधार्थी ने बाताया कि इस प्रोजेक्ट में उसे बहुत मजा रहा है।
इस इमारत में ही दुनिया का सबसे बड़ा हॉल है, जिसमें न खंभे है और न लोहा है अथवा न हीं लकड़ी का इस्तेमाल किया गया है। 163 फिट लंबे, 53 फिट चौड़े और 50 फिट उंचे इस हॉल की छत कमानदार डूटों से बनी हुई है। हाल की भी वीडियो यूट्यूब चैनल Amit Singh Paliwall पर उपलब्ध है।
दोनो वीडियो देखकर अपनी राय जरुर दें, आपकी राय बेहद जरुरी होता है, हौसला बढ़ाता है।
यात्रा तिथी - 4 नवंबर, 2019
स्थान - लखनऊ, उत्तर- प्रदेश
वीडियो 1 -
वीडियो 2-