पहाड़ों की रानी मसूरी में बना था उत्तर भारत का पहले सिनेमा घर

Tripoto

First Cinema Hall of North India

Photo of पहाड़ों की रानी मसूरी में बना था उत्तर भारत का पहले सिनेमा घर by Humans Of Uttarakhand

बहुत कम लोगों को ही पता है कि उत्तर भारत का पहला पिक्चर पैलेस  वर्ष 1914 में मसूरी  में अस्तित्व में आया था। इस पिक्चर पैलेस चाहे आप सिनेमा हॉल काहे चाहे थिएटर का नाम द इलेक्ट्रिक पिक्चर पैलेस (The Electric Picture Palace Mussoorie) था।

पहाड़ों की रानी मसूरी  की आबोहवा ने अंग्रेज अफसरों का दिल जीत लिया था, सो मसूरी  बसाने के बाद उन्होंने यहां के विकास और सुविधाएं जुटाने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी। मसूरी  में पीने का पानी से लेकर, वह के रास्ते और चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करने के लिए अंग्रेज हमेशा तत्पर रहते थे।

उत्तर भारत का पहले सिनेमा हॉल (First Cinema Hall of North India) में जून 1931 में इलेक्ट्रिक पिक्चर पैलेस (Picture Palace Mussoorie) में रोमांटिक नाइट फिल्म 'वन' आई तो रात को ढाई बजे बैंड बजाकर शो चलाया गया था। वर्ष 1930 के बाद मसूरी में रॉक्सी, कैपिटल, जुबली, रियल्टी और वर्ष 1945 के बाद बसंत सिनेमा हॉल खुले। इनमें से रॉक्सी सिनेमा 'तो आग लगने के कारण बंद हो गया और बाकी हॉल भी 20वीं सदी के अंतिम दशक में धीरे-धीरे बंद होते चले गए।

मसूरी (Mussoorie) के कुलड़ी बाजार के अंतिम छोर पर आयरिश व ब्रिटिश वास्तुकला के प्रतीक ‘द इलेक्ट्रिक पिक्चर पैलेस’  की इमारत आज भी खामोश खड़ी है। उत्तर भारत के इस पहले सिनेमा हॉल  की क्षमता 350 सीटों की थी और यहां शुरुआती दौर में यह शाम पांच बजे से रात नौ बजे तक सिर्फ दो शो चलते थे।