
खाने-पीने के शौकिन तो हम सभी है, लेकिन खाने के साथ अगर गुफ़्तगू हो जाए तो क्या बात है. इस ब्लाग में आज मैं आपको बताउंगी इंडिया के पहले शायरी कैफे के बारे. अब कैफे कुछ अलग है तो यह ब्लाग भी अलग होना चाहिए, इसलिए यह ब्लाग होने वाला शायराना.

गुंडगांव जिसके दिल में बसता है गुफ़्तगू
सिकंदरा मेट्रो स्टेशन से 10 मिनट की दूरी पर,
अपनी यूनिक थीम के साथ आप सबका इंतजार करता गुफ़्तगू
इटालियन, मेक्सिकन, अमेरिकन ऑप्शन है कई सारे अवेलेबल,
दोस्तो के साथ समय बिताने के लिए है जगह सूटेबल
किसी से कहनी हो अपने दिल की बात, या देना हो सरप्राइज,
तो रोमांटिक डेट यहां प्लान करो मेरे यारो
1000 में दो लोगों का मामला है फिट,
एक परफेक्ट शाम के लिए जगह है हिट
अब एक खास बात, जो इस कैफे को बनाती है यूनिक,
म्यूजिक के साथ शायरी और कविताओं का भी मिलता है यहां डोज
क्योंकि यह है भारत का पहला शायरी कैफे,
जहां दिल के जज्बातों को शाब्दों में पिरोया जाता है,
प्यार से हर दिल का हाल जाना जाता है




तो अपना शायराना सफर यहीं खत्म करती हूं. उम्मीद है आपको यब ब्लाग पसंद आया होगा. कैफे अच्छा है, दोस्तों के साथ, किसी खास के साथ अच्छा समय आप यहां बिता सकते हैं. खास बात यह कि ओवर बजट नहीं है. यहां का डेकोर आपका दिल जीत लेगा और अगर आप शायरी, कविताओं के शौकिन है तो यह आपके लिए परफेक्ट है. जल्द ही यहां का vlog भी मैं आप सबके साथ शेयर करूंगी. बाकी कमेंट कर बताएं दिल्ली-एनसीआर के ऐसे यूनिक कैफे के बारे जहां आप गए हो ताकि मैं अपनी लिस्ट में एक नाम और ऐड कर सकूं.

























