शहदपुर की गढी, कैलारस , जिला मुरैना
इसका निर्माण खांडेराव द्वारा कराया जाना बताया गया है।
सोलहवीं सदी के अंत से सत्रहबी सदी के मध्य के बीच नरवर राज्य के प्रमुख सेनापति खांडेराव और उनके पुत्र सूरत राम तथा नवल सिंह का इस क्षेत्र में पर्याप्त प्रभाव रहा।
जौरा की गढ़ी , सबलगढ़ किले में नवल सिंह की हवेली , नवल सिंह की कचहरी तथा विजयपुर के किले का निर्माण इन्ही के द्वारा कराया गया था ।
संभवतः शहदपुर की गढ़ी का निर्माण भी इन्ही के द्वारा कराया गया होगा। मुरैना जिले में इस गढ़ी की कोई पहिचान नही है । मुरैना जिले के गज़ेटियर में भी जिले के पुरातात्विक स्थलों में इसका उल्लेख नही है। जिले में बहुत ही कम लोगो को इसकी जानकारी होगी।
शहदपुर गाँव के बाहर एक पहाड़ीनुमा स्थान पर यह गढ़ी निर्मित है । आयताकार आकर में बनी इस गढ़ी में ऊँची प्राचीर और प्राचीर के कोनों पर बुर्ज बने है।
गढ़ी में परकोटे के सहारे सैनिकों के मोर्चा लेने एवं बंदूक चलाने के स्थान बने हुए है । अंदर सैनिकों के निवास के साथ साथ राज परिवार लोगो के अवास , कुआ आदि के निर्माण है।
बर्तमान में यह गढ़ी बगैर किसी स्वामी के निर्जन स्थान पर बुलन्द खड़ी अपने निर्माता की की यशगाथा का गान कर रही है। इस गढ़ी के पत्थर बोल रहे है पर अभी तक इसे संरक्षित कर पर्यटन प्रयोजन के लिए उपयोग करने की दिशा में कोई प्रयास नही किये गए है।