राजा मधुकर शाह की पत्नी कुँवरी गणेशी अयोध्या जाकर श्री राम को यहां लेकर आई थी। उनकी ये शर्त थी की वो जहां जाएंगे वहां कोई दूसरा राजा नही होगा, और एक बार जहां स्थापित होगये तो आजीवन नही हटेंगे। तब से ओरछा नगरी में "राम राज सरकार" का ही राज स्थापित है।