मेरी जिन्दगी का सबसे अच्छा ट्रैक रहा नागताल झील दो दिन का मेरा यह ट्रैक मेरे लिये बहुत सुखद था ।रास्ते मे चलते समय बहुत से हरे भरे पेड पोधो के बीच पहुचा कुनालापानी जहा पर हमारे लिये टैन्ट लगाना बहुत मुश्किल हो गया सामने हिमालय की बर्फीली हवा हमारे टैन्ट और स्लीपिग बैग के सामने कुछ ना थी ।सुबह होते ही कुनालापानी से जब नागताल के लिये रवाना हुये तो सच बताऊ कि मेरा मन उस सरोवर की गहराईयो तक जा पहुचा कि खास ऐसी जगह हमेशा बस जाऊ वो शहर छोडकर ।कितनी बार भी नागताल झील जाओ वो कम है मे इससे पहले नैनीताल मसूरी धनोल्टी चोपता देवरियाताल कोसानी गया हू जो खुसी नागताल मिली आजतक कही नही मिली । अगर आप भी जाना चाहते हो तो हरिद्धार से 250 किमी जामू गाव है जामू गाव से 2किमी का ट्रैक है बेहद खुबसुरत यह जगह आज भी मेरे दिल मे बसी है यात्रा के दोरान अगर आपकी इच्छा है नागताल झील जाने की तो अपने साथ टैन्ट खाने पीने की सामाग्री और जामू गाव से गाईड की व्यवस्था कर सकते हो क्योकि यह प्यारी जगह अभी दुनिया पर्यटको के नजरो से दूर है जामू गाव अकेला ऐसा गाव जहा से श्री केदारनाथ जी के लिये हवाई सेवा भी है और पास मे जामेश्वर मन्दिर रेणुका नन्दी के तय पर बसा मानो धन्य हो जाता है लेकिन मेरा अगली यात्रा जामू गाव