साढ़े चार दिनों के वर्क वीक वाला पहला देश बना UAE, शारजाह में भी नए नियम लागू

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सालों से, संयुक्त अरब अमीरात और अधिकांश पर्शियन गल्फ देशों में मुस्लिमों में पवित्र माने जाने वाले दिन शुक्रवार के बाद शनिवार को वीकेंड माना जाता रहा है। इसके चलते मध्य पूर्वी देशों में रविवार से गुरुवार को काम करने वाले दिनों में गिना जाता था जिसको 2006 में गुरुवार-शुक्रवार सप्ताहांत पैटर्न में बदलाव करके रखा गया था।

संयुक्त अरब अमीरात के नए नियमों के अनुसार अब देश में शनिवार और रविवार को वीकेंड माना जाएगा। इसके साथ ही शुक्रवार का आधा दिन भी काम करने वाले दिनों में शामिल किया जाएगा और बाकी आधे दिन को वीकेंड की अवधि में जोड़ा जाएगा। नतीजन हर सप्ताह में कुल 4.5 दिन काम किया जाएगा।

ये नए नियम खासतौर से सार्वजनिक क्षेत्र में काम करने वाले कार्यालय और सभी स्कूलों के लिए हैं, जिन्हें 1 जनवरी, 2022 से लागू कर दिया जाएगा। दूसरी तरफ निजी क्षेत्रों को अपना वीकेंड तय करने की स्वतंत्रता दी गई है।

संयुक्त अरब अमीरात की ज्यादातर आबादी सुन्नी मुसलमानों की है। सरकार ने संबोधित करते हुए कहा कि किसी की भी धार्मिक भावनाओं को ठेस न पहुँचे इसलिए शुक्रवार को काम, मुस्लिम प्रार्थना के समय से पहले, दोपहर 12 बजे तक समाप्त हो जाएगा जिससे प्रार्थना करने में परेशानी न हो।

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श्रेय: गेटी इमेज।

वीकेंड में परिवर्तन की घोषणा क्यों?

1. सरकार ने सितंबर में, अगले दशक तक विदेशी निवेश के तौर पर $150 बिलियन जुटाने के लक्ष्य के साथ 50 नई आर्थिक योजनाओं का ऐलान किया था। नए नियमों को संयुक्त अरब अमीरात के आर्थिक और व्यावसायिक क्षेत्रों के वैश्विक विकास को ध्यान में रखकर बनाया गया है जो यूएई के दृष्टिकोण के अनुरूप है।

2. सऊदी अरब से मिलने वाली टक्कर भी इन नए नियमों के लिए काफी हद तक जिम्मेदार है। यूएई ने विदेशी प्रतिभाओं को आकर्षित करने के साथ-साथ मध्य पूर्व के अलावा एशिया और अफ्रीका से व्यापार संबंधों को मजबूत करने के लिए तेजी से बदलाव किए हैं।

3. सरकार को लगता है कि लंबे वीकेंड से कर्मचारियों के वर्क लाइफ बैलेंस में भी सुधार आएगा।

4. अधिक काम करने के दिनों से यूएई को बाकी दुनिया के साथ व्यापार करने के लिए ज्यादा दिन मिलेंगे जिससे बदले में व्यापार को बढ़ावा मिलेगा।

5. इसके साथ ही ये बदलाव ऊर्जा क्षेत्र में काम कर रही कंपनियों के लिए भी मददगार होगा जो वैश्विक तेल बाजारों के साथ पहले से ही सप्ताह में सोमवार से शुक्रवार को काम कर रही हैं। दुबई और अबू धाबी दोनों सोमवार से शुक्रवार काम करते हुए कच्चे तेल का व्यापार करते हैं।

लेकिन क्या हैं संभावित नुकसान?

1. खाड़ी के इक्विटी बाजारों में व्यापारियों और निवेशकों को संयुक्त अरब अमीरात के नए कार्य सप्ताह और क्षेत्र के अन्य देशों के बीच संतुलन बैठाने में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।

2. निजी कंपनियों के लिए हालात थोड़े मुश्किल हो सकते हैं, जिन्हें देश में माने जाने वाले श्रम कानून के अनुसार हर सप्ताह अधिकतम 48 घंटे के काम के साथ साथ क्षेत्रीय और वैश्विक बाजारों के बीच व्यापार का तालमेल बैठाना होगा।

3. लंदन विश्वविद्यालय, बर्कबेक के अर्थशास्त्री और "फ़्राइडे इज़ द न्यू सैटरडे" किताब के लेखक, पेड्रो गोम्स का मानना ​​है कि सरकार को इन वीकेंड नियमों को पूरी अर्थव्यवस्था पर लागू करके और इसे 4 से 6 सालों का समय देना चाहिए था।

4. ब्लूमबर्ग इकोनॉमिक के अनुसार इन नए नियमों के लागू होने से यूएई को विदेशी कंपनियों के लिए एक क्षेत्रीय डेस्टिनेशन के रूप में अधिक आकर्षक बन जाएगा। लेकिन यदि 4.5 दिनों वाले ये नियम केवल सार्वजनिक क्षेत्र तक सीमित रहते हैं तो निजी क्षेत्र में नौकरी करने की चाहत रखने वालों की संख्या में कमी आ सकती है।

रिपोर्टों के अनुसार, ये घोषणा निजी क्षेत्र में आवंटित किए गए 6 बिलियन डॉलर के बाद आई है जिससे 75,000 नागरिकों को निजी क्षेत्र के रोजगार दिलाने में मदद करने की बात कही गई थी। खाड़ी के अन्य देशों की तरह, संयुक्त अरब अमीरात में सरकारी नौकरियों में काम करने वालों का एक बड़ा हिस्सा है जहाँ कम घंटे काम और बेहतर वेतन मिलता है।

शारजाह में भी किए गए बदलाव

संयुक्त अरब अमीरात के बाद अब शारजाह में भी नए नियमों को लागू किया जाएगा। नए नियमों के अनुसार शारजाह के सरकारी दफ्तरों में अब सप्ताह के चार दिन, यानी सोमवार से गुरुवार काम किया जाएगा। सप्ताह के इन चार दिनों में सुबह 7.30 बजे से दोपहर 3.30 बजे तक काम किया जाएगा। शुक्रवार, शनिवार और रविवार को वीकेंड माना जाएगा।

नए नियमों को शारजाह एक्जीक्यूटिव काउंसिल और शारजाह के राजा के साथ-साथ सुप्रीम काउंसिल के सदस्य हाइनेस डॉक्टर शेख सुल्तान बिन मोहम्मद अल कासिमी के डायरेक्टिव की ओर से मंजूरी मिल गई है।

ये बदलाव बेहद रिसर्च और यूएई के नए नियमों को ध्यान में रखकर किए गए हैं जिससे शहर की अर्थव्यवस्था और व्यापारियों को ज्यादा से ज्यादा सहयोग उपलब्ध कराया जा सके। नए नियमों को 1 जनवरी, 2022 से लागू कर दिया जाएगा।

वहीं दुबई और अबू धाबी में पहले से 4.5 दिन काम करने वाले नियमों की घोषणा की जा चुकी है।

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