छत्तीसगढ़ में छुपा है छोटा तिब्ब्त! क्या आप इस हिल स्टेशन के बारे में जानते हैं?

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Photo of छत्तीसगढ़ में छुपा है छोटा तिब्ब्त! क्या आप इस हिल स्टेशन के बारे में जानते हैं? 1/1 by Bhawna Sati
श्रेय: फ्लिकर

मध्य भारत सिर्फ प्राकृतिक संसाधनों के मामले में ही अमीर नहीं है, बल्कि यहाँ का गौरवशाली इतिहास भी एक खज़ाना ही है। यहाँ के हर हिस्से में एक अलग कहानी है जो इतिहास में कई सदियों पहले की सैर करा देती है। बढ़ती जागरूकता के साथ, अब ये क्षेत्र भी मुसाफिरों की लिस्ट में ऊपर आने लगा है। और अगर मैं आपको ये बताऊँ की छ्त्तीसगढ़ में एक छोटा तिब्बत बसता है, तो आप यहाँ जाने के लिए और भी उतावले हो जाएँगे।

कहाँ है ये छोटा तिब्बत?

मैनपाट,अंबिकापुर के पास बसा एक छोटा-सा लोकप्रिय हिल-स्टेशन है जो 368 वर्ग कि.मी. के क्षेत्र में फैला हुआ है। अपने सुहाने मौसम और दिलकश नज़ारों के कारण इसे छत्तीसगढ़ का शिमला भी कहा जाता है। घने वनस्पतियों और जीवों से भरा ये हिल स्टेशन कई धाराओं और प्राकृती के खूबसूरत नज़ारों से घिरा हुआ है। ये इलाका यहाँ उगाए जाने वाले कई तरह के औषधीय पौधों के लिए भी जाना जाता है।

क्या खास है मैनपाट में?

24 गाँवों से मिलकर बना मैनपाट, राज्य के सबसे उत्तरी भाग में आता है। शुरुआत में तो यहाँ यादव और स्थानीय आदिवासियों समेत कुछ ही लोग रहा करते थे, लेकिन पिछले कुछ दशकों से ये तिब्बतियों का घर भी बन गया है। चीनी आक्रमण के बाद, यह उन क्षेत्रों में से एक है जहाँ भारत सरकार ने तिब्बतियों को शरण दी। 1400 शरणार्थियों की आबादी के साथ बसा ये गाँव आज लगभग 2300 शरणार्थियों को पनाह देता है। दलाई लामा की यात्रा के बाद, यहाँ के स्थानीय बौद्ध मठ की अहमियत काफी बढ़ गई है।

मैनपाट में पर्यटक स्थल

- यहाँ के बाहरी इलाकों के पास कई सारी कैंपिंग साइट्स है जहाँ से पुरे गाँव का नज़ारा दिखाई देता है। टाइगर पॉइंट और मछली पॉइंट पर आप यहाँ की खूबसूरती से रूबरू हो सकते हैं। मछली पॉइंट पर तो आपको धारोओं में तैरती रंगीन मछलियाँ भी नज़र आजाएँगी। आप परपतिया के रसमडा, रामगढ़ और बनराई में जलप्रपात, बांध और गुफाओं का भी आनंद ले सकते हैं। यहाँ पैराग्लाइडिंग के लिए भी कई सारे विकल्प हैं और जल्द ही और भी कई एडवेंचर स्पोर्ट्स की शुरुआत होने वाली है।

- यह जगह ढाकपो जैसे कई खूबसूरत मठों का भी घर है। अगर मैनपाट घूमने आ रहे हैं तो यहाँ ज़रूर आएँ। और अगर आपकी किस्मत अच्छी रही, तो हो सकता है आप एक तिब्बती शादी में शामिल भी हो सकें।

- मैनपाट से लगभग 8 कि.मी. दूर एक अद्भुत झरना है जो चारों तरफ लंबे पहाड़ों से घिरा है, जिसका नाम है मेहता पॉइंट। अपने वनस्पतियों और जीव जन्तुओं के लिए मशहूर कमलेश्वर में बना देव प्रवाह भी है। जलजला, वो जगह यहाँ पर जमीन कूदने पर किसी ट्रैम्पोलिन या गद्दे की तरह लगती है, यहाँ से पास ही है।

मैनपाट में कहाँ ठहरें?

हालांकि नई सड़क बनने के चलते यहाँ कई सारे ठहरे के ऑप्शन खुल गए हैं। लेकिन यहाँ रहने के लिए सबसे मशहूर जगह टाइगर फॉल रिज़ॉर्ट है जो पहाड़ों के बीच बनी एक सुंदर प्रॉपर्टी है।

कैसे पहुँचे मैनपाट?

हवाई यात्रा द्वारा: सबसे नज़दीकी हवाई अड्डा रायपुर में है जो यहाँ से 350 कि.मी. की दूरी पर है। एयरपोर्ट से मैनपाट पहुँचने के लिए आप राज्य परिवहन की बस ले सकते हैं या प्राइट गाड़ी किराए पर ले सकते हैं।

रेल द्वारा: रायगढ़ जो मैनपाट से 178 कि.मी. दूर और अंबिकापुर जा यहाँ से 80 कि.मी. दूर हैं मैनपाट के नज़दीकी सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन हैं।

सड़क द्वारा: यहाँ रायपुर से आसानी से पहुँचा जा सकता है जो भारत के अन्य सभी प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है।

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