1.👇मंदाकिनी केदार घाटी के चोराबारी ग्लेसियर से निकलकर केदारनाथ मंदिर के लिए जाने वाले पैदल मार्ग (केदारनाथ ट्रेक) के साथ साथ चलती है। यह ट्रेक आपको जमीन और पानी के अलग अलग स्वभाव के बावजूद फलने फूलने के लिए प्रकृति के सबको एक होने के नियम को सिखाते हुए शिव का आशीर्वाद और मंदाकिनी को देखने का सबसे अच्छा अवसर प्रदान कराता है। 80 किमी की अपनी यात्रा में ये जलधारा करीबन 2200 मीटर की खड़ी गहराई नीचे उतर कर आती है और रुद्रप्रयाग में बद्रीनाथ से आती हुई अलकनंदा में मिल जाती है। तेज वेग से बहती मंदाकिनी को इस मार्ग पर जरूर देखें और अगर आप राफ्टिंग क्याकिंग आदि के शौकीन हैं तो वो भी कर सकते हैं।