भारत के पूर्वी राज्य यानि पश्चिम बंगाल में एक से एक बेहतरीन जगहें हैं जहाँ घूमने के लिए हर महीने लाखों सैलानी पहुंचते हैं। दीघा, दार्जिलिंग, कोलकाता आदि ऐसी कई जगहें किसी भी महीने में घूमने के लिए बेहतरीन हैं। भूटान और पश्चिम बंगाल की सीमा पर मौजूद एक ऐसी भी जगह है जहाँ सैलानी घूमने के लिए सबसे अधिक पहुंचते हैं। जी हाँ, हम बात कर रहे हैं पश्चिम बंगाल के कलिम्पोंग जिले में स्थित नीरा वैली के बारे में। सिक्किम, भूटान और पश्चिम बंगाल के त्रि-जंक्शन पर स्थित यह पार्क प्रकृति प्रेमियों के लिए किसी जन्नत से कम नहीं है। नीरा वैली नेशनल पार्क पश्चिम बंगाल के कलिम्पोंग जिले में स्थित है जिसे 1986 में स्थापित किया गया था। यह पार्क पश्चिम बंगाल का एक प्रसिद्ध नेशनल पार्क है, जो वन्यजीव और प्रकृति प्रेमियों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है और हर साल हजारों की संख्या में पर्यटकों की मेजबानी करता है। 88 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला, यह नेशनल पार्क पूर्वी भारत के सबसे अमीर जैविक क्षेत्रों में से एक है। इस पार्क को अपना नाम नीरा नदी से मिला है जो इसके बीच से बहती है। दोस्तों आपको बता दूं कि नीरा वैली नेशनल पार्क को लाल पांडा की भूमि के रूप में भी जाना जाता है। यह अछूता गंतव्य प्रकृति प्रेमियों और ट्रेकर्स के लिए बेस्ट जगह है, जो इस जंगल की खोज करना चाहते हैं। तो चलिए इस आर्टिकल में, मैं आपको नीरा वैली नेशनल पार्क के बारे में विस्तार से बताने जा रही हूं जहाँ आप भी परिवार, दोस्तों और पार्टनर के साथ घूमने के लिए जा सकते हैं, तो आइए जानते हैं।
नीरा वैली नेशनल पार्क
दोस्तों, अब तक तो आप यह जान ही गए होंगे कि यह पार्क तीन सीमाओं के जंगलों से सटा हुआ है। लगभग 80 वर्ग मीटर से भी अधिक क्षेत्र में फैला नीरा वैली प्रकृति प्रेमियों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। एक अनुमान के तहत यह पार्क हर साल लाखों देशी और विदेशी सैलानियों की मेजबानी करता है। नीरा वैली प्रकृति प्रेमियों और ट्रेकर्स के लिए बेस्ट जगह है और इसके आसपास मौजूद सिक्किम और भूटान भी घूमने के लिए पर्यटक पहुंचते हैं। यह जैविक सम्पदा के लिए पूर्वी भारत की एक बेहतरीन जगह भी मानी जाती है।
नीरा वैली पार्क में पाई जाने वाली जीव और वनस्पतियां
वैसे तो इस पार्क में मौजूद वन्यजीवों की बात करूं तो यहाँ लाखों वन्यजीवों की प्रजातियां मौजूद हैं। लेकिन, मुख्य रूप से इस पार्क का आकर्षण लाल पांडा, कस्तूरी मृग, हिमालयन जानवर, जंगली सूअर, बंगाल टाइगर, दार्जलिंग काष्ठकुट पक्षी आदि जानवर हैं। इसके अलावा किंग कोबरा, छिपकली, वाइपर, इंडियन कोबरा आदि सांप की प्रजाति भी देखने को मिल सकती हैं। इस पार्क में वनस्पतियों के रूप में सदाबहार पेड़, बुरांस के पौधे आदि हजारों पौधों की प्रजातियों का मिश्रण मौजूद है। यहाँ का हरा-भरा आवरण काफी ताज़ा है जो इसे पर्यटकों और प्रकृति प्रेमियों के लिए स्वर्ग के समान बना देता है।
ट्रेकिंग टू नीरा वैली नेशनल पार्क
नीरा वैली नेशनल पार्क सभी ट्रेक प्रेमियों के लिए स्वर्गीय स्थल के रूप में सिद्ध हुआ है। यदि आप ट्रेकिंग के शौक़ीन है और दोस्तों के साथ ट्रेक पर जाना पसंद करते है तो यह पार्क आपके लिए परफेक्ट जगह है। यहाँ दो ट्रेकिंग रूट है जो सैमसिंग और लावा से शुरू होते है। लावा से ट्रेक मार्ग लगभग 25 किमी लंबा है। जो जीरो पॉइंट से शुरू होकर घने जंगलों से घिरा रास्ता सीधे घाटी में पहुंचता है शुरुआत में, यह आपको नीचे की ओर ले जाता है जब तक कि आप जरी-बुटी तक नहीं पहुंच जाते, जो ओक के पेड़ों के जंगल के अंदर एक समतल भूमि है। यहाँ से 3 किमी दूर अलुबारी में एक शिविर स्थल है जो नदी के किनारे स्थित है। एक रात भर का कैंपिंग सत्र एक ऐसी चीज है जिसे आपको अवश्य चुनना चाहिए। यदि आप सैमसिंग के माध्यम से ट्रेकिंग शुरू करते है तो इस ट्रेक के अधिकांश ट्रेक मार्ग सुनताले खोला गांव से निकलते हैं जो समसिंग से पांच किमी दूर है। इस मार्ग से ट्रेकिंग करते समय आप विभिन्न प्रकार के वनस्पतियों और जीवों को देख सकते हैं। अविश्वसनीय जैव विविधता एक ऐसी चीज है जिसके बारे में पार्क दावा करता है। पार्क का सबसे ऊँचा स्थान राचेला है, जिसे उत्तर बंगाल का कुंवारी स्वर्ग भी कहा जाता है। यह समुद्र तल से 9500-10,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। इस बिंदु तक ट्रेकिंग आपको पार्क की सदाबहार, पर्णपाती और शंकुधारी वनस्पति से परिचित कराती है।
ध्यान दे अपना ट्रेकिंग अभियान शुरू करने से पहले आपको वन विभाग से परमिट लेना होगा जो लावा और समसिंग स्थित वन कार्यालय से लिया जा सकता है।
नीरा वैली नेशनल पार्क की एंट्री फीस
यदि आप अपने फ्रेंड्स या फैमली के साथ नीरा घाटी राष्ट्रीय उद्यान घूमने जाने वाले है और इसकी एंट्री फीस सर्च कर रहे हैं तो हम आपको नीरा वैली नेशनल पार्क की 100 रूपये एंट्री फीस है। इसके साथ साथ आपको वन विभाग से परमिट भी लेना होगा आप बिना प्रवेश परमिट के पार्क में प्रवेश नहीं कर सकते। परमिट जारी करने की प्रक्रिया में दो-तीन घंटे लगते हैं। इसलिए अपनी यात्रा की शुरुआत जल्दी करें।
नीरा वैली नेशनल पार्क खुलने और बंद होने का समय
नीरा घाटी राष्ट्रीय उद्यान पर्यटकों के घूमने के लिए सुबह 8.00 बजे से 12.00 और दोपहर 1 बजे से शाम 4.00 बजे तक खुलता है जबकि प्रत्येक गुरुवार को बंद रहता है।
नीरा वैली नेशनल पार्क के आसपास घूमने की जगहें
ऐसा नहीं है कि नीरा वैली के आसपास घूमने के लिए कोई खूबसूरत जगहें नहीं है। नीरा वैली नेशनल पार्क के साथ ही साथ यह जगह अन्य कई प्रसिद्ध पर्यटक स्थलों से भरा हुआ है जिन्हें आप अपनी यात्रा के दौरान घूमने जा सकते है डुरपिन हिल, मैकफारलेन मेमोरियल चर्च, देओलो हिल और लेप्चा संग्रहालय जैसी अन्य कई खूबसूरत जगहें हैं जहाँ आप परिवार, दोस्त या फिर पार्टनर के साथ घूमने के लिए जा सकते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि नीरा नदी से मिला है जो इसके बीच से बहती है। अगर आप यहाँ घूमने के लिए जा रहे हैं, तो आप कलिम्पोंग में होटल लेकर रुक सकते हैं।
नीरा वैली नेशनल पार्क घूमने जाने का सबसे अच्छा समय
साल का हर महीना नीरा घाटी में एक अलग अनुभव की मांग करता है। मार्च और अप्रैल के दौरान, फूल पूरी तरह खिल जाते हैं, जिससे वनस्पति अधिक जीवंत दिखती है। जुलाई-सितंबर वे महीने हैं जब पार्क बंद रहता है। अक्टूबर-दिसंबर पहाड़ों के लिए एक दृश्य उपचार का समय है। और अंत में, दिसंबर और मार्च के बीच के महीने पक्षी देखने वालों के लिए एक वापसी हैं। इस प्रकार आप जुलाई-सितंबर को छोड़कर कभी भी घूमने आ सकते है।
नीरा वैली नेशनल पार्क कैसें पहुँचे
नीरा घाटी राष्ट्रीय उद्यान कलिम्पोंग से लगभग 35 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है जिसकी यात्रा के लिए सबसे अच्छा साधन सड़क मार्ग से यात्रा करना है। हालांकि पर्यटक ट्रेन या फ्लाइट से भी नीरा वैली नेशनल पार्क आ सकते है।
फ्लाइट से कैसे पहुँचे
यदि आपने नीरा वैली नेशनल पार्क घूमने जाने के लिए फ्लाइट से ट्रेवल करना चाहते है, तो नीरा वैली नेशनल पार्क के लिए कोई सीधी फ्लाइट कनेक्टविटी नही है। नीरा वैली नेशनल पार्क का निकटतम एयरपोर्ट बागडोगरा एयरपोर्ट सिलीगुड़ी में है। जो पार्क से लगभग 114 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। हवाई अड्डे पर पहुंचने के बाद नीरा वैली नेशनल पार्क जाने के लिए आप एक टैक्सी किराए पर ले सकते हैं, जो आपको लगभग 2-3 घंटे में गंतव्य तक पहुँचा देगी।
ट्रेन से कैसे पहुँचे
जो पर्यटक ट्रेन से ट्रेवल करके नीरा घाटी राष्ट्रीय उद्यान घूमने जाने का प्लान बना रहे है उन्हें बता दूं कि कलिम्पोंग के लिए कोई सीधी रेल कनेक्टविटी भी नही है। पार्क से लगभग 80 किलोमीटर की दूरी पर स्थित घूम रेलवे स्टेशन सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन है।
सड़क मार्ग से कैसे पहुँचे
सड़क मार्ग से नीरा वैली नेशनल पार्क की यात्रा करना सबसे आसान और आरामदायक है। नीरा घाटी राष्ट्रीय उद्यान का निकटतम शहर लावा है जिसके लिए नियमित अंतराल पर बसें संचालित की जाती है। बस के अलावा आप अपनी पर्सनल कार या टैक्सी बुक करके भी यहाँ आ सकते है।
क्या आपने भी नीरा वैली की यात्रा की हैं अगर हाँ, तो अपने अनुभव को हमारे साथ शेयर करने के लिए यहाँ क्लिक करें।
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