शामलाजी गुजरात में राजस्थान बॉर्डर के समीप एक प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है... यह मंदिर भगवान विष्णु के अवतार श्री शामलाजी को समर्पित है...इसे 11वीं शताब्दी का माना जाता है..शामलाजी मंदिर का वास्तुशिल्प और उसकी सुन्दरता देखने लायक है, और यह स्थान अपने धार्मिक महत्व के साथ-साथ प्राकृतिक सौंदर्य के लिए भी प्रसिद्ध है।
यह मंदिर मेश्वो नदी के तट पर स्थित है..मंदिर की मुख्य मूर्ति काले पत्थर से बनी हुई है और भगवान विष्णु के रूप में प्रतिष्ठित है... मंदिर के परिसर में अन्य देवताओं के भी छोटे-छोटे मंदिर हैं..
आसपास के पहाड़ों और हरियाली से घिरा हुआ यह क्षेत्र बहुत ही शांत और मनमोहक है..यहाँ आने वाले श्रद्धालुओं के लिए रहने और खाने-पीने की सुविधाएं भी उपलब्ध हैं...मंदिर परिसर में ही प्रसाद के तौर पर स्वादिष्ट लड्डू मिलते हैं...हर साल यहां कार्तिक पूर्णिमा पर भव्य मेला भरता हैं...
यह एक आदिवासी क्षेत्र हैं...कहते हैं एक आदिवासी को अपने खेत में काम करते हुए भगवान विष्णु की प्रतिमा मिली..जिसकी वो रोज पूजा करने लगा...धीरे धीरे वह हर तरह से सम्पन्न होने लगा..तब एक वैष्णव व्यापारी द्वारा यह मंदिर बनवाया गया था... कुछ ही किलोमिटर दूर ही एक बुद्धिस्ट साइट होने के भी प्रमाण हैं... यहां का नजदीकी रेल्वे स्टेशन हिम्मतनगर हैं...यहाँ एक संग्रहालय भी हैं ,पास में ही एक बाँध भी बना हुआ हैं।
Location:उदयपुर से अहमदाबाद के बीच,अहमदाबाद से 125km दूर,अरावली जिला, गुजरात...
Photo: July 2024