पटनी टॉप
पटनी टॉप जम्मू कश्मीर में जम्मू- श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर जम्मू शहर से 110 किमी दूर 2024 मीटर की ऊंचाई पर एक खूबसूरत हिल स्टेशन है| इस जगह की खूबसूरती को देखकर ऐसा लगता है कि प्रकृति यहाँ पर हमेशा मेहरबान रहती है| यह जगह पूरा साल ठंडी रहती है| यहाँ आप गर्मीयों में या सर्दी में दोनों समय में आ सकते हैं| यहाँ रहने के लिए आपको सरकारी आवास या प्राईवेट होटल मिल जाऐगे रहने के लिए| पटनी टॉप के पास सनासर झील भी देख सकते हो
सनासर झील
हम घर से चलकर रात पठानकोट में रुकने के बाद सांबा बाद हम पटनीटॉप की ओर बढने लगे 35 किमी के बाद हम उधमपुर पहुंच गए और जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर चढ़ गए| चलते चलते हम कुद नाम के एक छोटे से कस्बे में पहुंच गए जिसका पतीसा बहुत मशहूर हैं। मेन हाईवे पर ही प्रेम सवीटस हैं, जहाँ का मशहूर पतीसा हमनें खाया, फिर थोड़ी देर में हम पटनीटॉप में अपने होटल में पहुंच गए| सामान कमरे में रखकर थोड़ा आराम करने के बाद हम सनासर झील की ओर चल पड़े
सनासर झील पटनीटॉप से 20 किमी दूर, समुद्र तल से 2050 मीटर की उचाई पर हैं। यह झील अधिक बड़ी तो नहीं हैं, लेकिन बहुत खूबसूरत हैं। यहां ठहरने के लिए पर्यटन बंगला भी हैं।
सनासर के रास्ते में नन्था टोप आता हैं, वहां भी रक कर हमनें मसती की और कुदरत की खूबसूरती का आनंद लिया।
फिर हम सनासर झील पहुंच गए, दोपहर का खाना खाने के बाद झील की खूबसूरती को निहारने की कोशिश की।
कुदरत की गोद में बसी यह जगह लाजवाब हैं, फैमिली के साथ कुछ यादगार पल बिताए।
पटनी टॉप
सनासर झील घूमने के बाद हम पटनीटॉप आ गए, शाम के 4 बज चुके थे, अब हम पटनीटॉप के पार्क में थे, यह पार्क JKTDC Jammu tourism ने बनाया हुआ हैं, पटनीटॉप की सबसे बेहतरीन जगह यह ही है।
जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर जम्मू से 110 किमी दूर, समुद्र तल से 2024 मीटर की ऊंचाई पर बसा यह हिल स्टेशन जम्मू और श्रीनगर हाईवे पर सबसे ऊंची जगह है।
यहां की प्राकृतिक खूबसूरती को देखकर ऐसा लगता है कि प्रकृति पटनीटॉप पर हमेशा मेहरबान रहती हैं, सारा साल यह जगह ठंडी रहती हैं।
पटनीटॉप के पार्क में अपनी फैमिली के साथ बहुत यादगार समय बिताया, पारक में देवदार के वृक्षों की खूबसूरती को निहारते हुए पता ही नही चला कब शाम के
7 बज गए, पार्क के बाहर लगे हुए ठेले पर गोलगप्पे और आलू टिकी खाकर हम अपने होटल की तरफ चल पडे।
रात का खाना हमनें अपने होटल में ही खाया| पटनी टॉप की वादियों में दो दिन बिताने के बाद हम खूबसूरत यादों के साथ घर की ओर चल पड़े|