चमोली हमारे भारत देश के सबसे खुबसुरत और पवित्र राज्य उत्तराखंड का एक बहुत ही खूबसूरत जिला हैं। अपनी अविश्वसनीय प्राकृतिक सुंदरता को देखते हुए, चमोली देवताओं का एक आकर्षक निवास है, जिसे पहले केदार-खंड कहा जाता था। चमोली जिला का क्षेत्रफल 8032 वर्ग किलोमीटर हैं। खुबसूरती व धार्मिक दृष्टि से यह जिला काफी महत्पूर्ण हैं। यहां पर कई प्रसिद्ध धार्मिक व दर्शनीय स्थल हैं। चमोली यूं तो अपनी खूबसूरती और अपने धार्मिक स्थल के लिए विश्व प्रसिद्ध है, लेकिन जब चमोली के ही पहाड़ी क्षेत्रों की बात आती है तो अचानक आंखों के सामने सुंदर प्रकृति के नजारे, खुला आसमान, साफ हवा, ताल और झरने आ जाते हैं। आज हम आपको चमोली में स्थित ऐसे ही एक धार्मिक और खुबसुरत ट्रैक के बारे में बताएंगे जो आपको उत्तराखंड के सबसे खूबसूरत वॉटरफॉल तक ले जायेगा।
अत्रि मुनि आश्रम
अत्रि (वैदिक ऋषि) ब्रम्हा जी के मानस पुत्रों में से एक थे और ये सात महान वैदिक ऋषियों में से एक थे। अत्रि मुनि आश्रम उत्तराखंड के चमोली जिले में अल्पाइन कैंप चोपता से लगभग 32 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। आपको बता दें की अत्रि मुनि देवी अनुसूया के पति थे। आश्रम को एक गुफा के रूप में तराशा गया है। इस स्थान की पौराणिक कथा यह है कि यह दुनिया का एकमात्र पवित्र स्थान माना जाता है जहां श्रद्धालुओं के प्रतीक के रूप में अमृत नदी गंगा या अत्रि जलधाराओं की परिक्रमा करते हैं। मंदिर समुद्र तल से लगभग 2000 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यह चमोली जिले के सबसे प्रसिद्ध स्थानों में से एक है। यह आश्रम हिमालय की गोद में स्थित है।
अत्रिमुनि जलप्रपात
अत्रि मुनि फॉल उत्तराखंड के चोपता के पास स्थित 70 मीटर ऊंचा झरना हैं। यह फॉल चोपता के पास है, लेकिन चमोली जिले में स्थित है और मंडल से 5.5 किमी की दूरी पर हैं। यह जलप्रपात अमृत गंगा नदी पर है जो एक प्राकृतिक जल स्रोत से टकराती है। अत्रि जलप्रपात अपनी सुंदरता और गोपेश्वर शहर के लिए एक मूल्यांक जल स्रोत के रूप में प्रसिद्ध हैं। अत्रिमुनि फॉल तक पहुंचने आपको एक ट्रेक करना होगा। जिसमें आपको कम से कम 4 से 5 घंटे लग जाएंगे। ट्रेक सुंदर जंगल जंगल से हो कर जाता हैं और पूरा प्राकृतिक सुंदरता से भरा हुआ हैं। इस ट्रेक का अंतिम भाग थोड़ा मुश्किल है, उस पहाड़ तक पहुंचने के लिए जिस पर अत्रि मुनि की बाल स्थित है। क्योंकि यहां तक पहुंचने के लिए आपको इस खूबसूरत झरने के पीछे से दो चट्टानों के बीच गुजरना पड़ता है जो कि बहुत मुुश्किल और साथ साथ ही बहुत एडवेंचर भरा हुआ हैं। अंत में आप जब इस वॉटरफॉल को देखते हैं तो आपकी सारी थकान खतम हो जाती हैं। यह बहुत ही ख़ूबसूरत और आकषर्ण वॉटरफॉल हैं। यह उत्तराखंड के सबसे खूबसूरत वॉटरफॉल में इसकी गिनती होती हैं।
क्यों जाएं अत्रिमुनि आश्रम और अत्रिमुनि जलप्रपात?
अगर आप एक ऐसी जगह की तलाश कर रहें जहां एडवेंचर के साथ साथ धार्मिक वाईब्स आए तो यह जगह आप के लिए एक दम परफेक्ट डेस्टीनेशन हैं। यहां आप ट्रैकिंग का आनद उठा सकते हैं और अगर आप दोस्तों के संग वॉटरफॉल में नहाने का आनद लेना चाहते हैं तो यह जगह एक दम परफेक्ट हैं। फोटोग्राफी के लिए भी यह जगह आर्दश स्थान हैं। इसके साथ ही साथ आप बर्ड वॉचिंग,कैंपिंग का भी लुप्त उठा सकते हैं।
कैसे पहुंचें?
एयर द्वारा: जॉली ग्रांट हवाई अड्डा चमोली से 222 किमी की दूरी पर स्थित है। जॉली ग्रांट एयरपोर्ट अच्छी तरह से दैनिक उड़ानों के साथ दिल्ली से जुड़ा हुआ है। यहां से आप टैक्सी या कैब ले कर यहां तक पहुंच सकते हैं।
रेल द्वारा: चमोली का निकटतम रेलवे स्टेशन ऋषिकेश है। ऋषिकेश रेलवे स्टेशन चमोली से 202 किमी स्थित है। ऋषिकेश भारत के प्रमुख स्थलों के साथ रेलवे नेटवर्क से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। टैक्सी और बस ऋषिकेश, श्रीनगर, रुद्रप्रयाग और कई अन्य स्थलों से चमोली तक उपलब्ध हैं।
सड़क द्वारा: ऋषिकेश और श्रीनगर के लिए बसें आईएसबीटी कश्मीरी गेट से उपलब्ध हैं | उत्तराखंड के प्रमुख स्थलों जैसे कि ऋषिकेश, पौड़ी, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, श्रीनगर, गोपेश्वर आदि से बसों और टैक्सी आसानी से उपलब्ध हैं। चमोली एनएच 58 में स्थित है जिससे यह आसानी से पंहुचा जा सकता है।
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