उदयपुर-जोधपुर के बीच मिलने वाली बेहतरीन जगहें, जिन्हें हर हाल में देख लेना चाहिए

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Photo of उदयपुर-जोधपुर के बीच मिलने वाली बेहतरीन जगहें, जिन्हें हर हाल में देख लेना चाहिए by Rishabh Dev

पूरा दुनिया घूम लो लेकिन राजस्थान जैसा कोई भी नहीं है। राजस्थान का नाम सुनते ही सुंदर-सुंदर महल, रंगीन पोशाकें और रेगिस्तान पर बने रेतीले टीलों की तस्वीर जेहन में आती है। राजस्थान की ऐसी तस्वार आपको यहाँ के शहरों से लेकर गाँव में मिल जाएगी। जोधपुर और उदयपुर राजस्थान के दो ऐसे शहर हैं जो अपनी वैभवता और राजसी के लिए जाने जाते हैं। इन दो शहरों के बीच जब आप यात्रा करेंगे तो हाइवे पर कुछ जगहें मिलेंगी जिन्हें आपको देख लेना चाहिए।

1. हल्दीघाटी

हल्दीघाटी एक ऐतहासिक जगह है। 1576 में मेवाड़ के महाराणा प्रताप और एंबर के राजा मान सिंह के बीच हुई लड़ाई को हल्दीघाटी के युद्ध के नाम से जाना जाता है। उदयपुर से हल्दीघाटी लगभग 40 किमी. की दूरी पर है। यहीं पर महाराणा प्रताप के चेतक घोड़े ने आंखिरी सांस ली थी। चेतक के सम्मान में यहाँ पर एक छत्री बनी हुई है जिसे आप देख सकते हैं। आपको एक बार इस जगह की यात्रा जरूर करनी चाहिए।

2. दिलवाड़ा मंदिर

दिलवाड़ा मंदिर राजस्थान के सबसे खूबसूरत मंदिरों में से एक है। जोधपुर और उदयपुर की यात्रा में आप इस जगह को भी एक्सप्लोर कर सकते हैं। माउंट आबू से लगभग 3 किमी. दूर स्थित दिलवाड़ा मंदिर आम के पेड़ और पहाड़ से घिरा हुआ है। दिलवाड़ा मंदिर 5 मंदिरों का एक समूह है जो वाकई बेहद सुंदर है। आर्किटेक्चर के मामले में ये मंदिर वाकई में देखने लायक है। कहा जाता है कि दिलवाड़ा मंदिर की खूबसूरती के आगे ताजमहल भी फीका है।

3. बुलेट बाबा मंदिर

राजस्थान के जोधपुर पाली हाईवे पर पाली से लगभग 20 किमी. दूर एक जगह है जहाँ बुलेट की पूजा की जाती है। इस जगह को बुलेट बाबा मंदिर के नाम से जाना जाता है। मंदिर में एक बुलेट रखी हुई है। लोग इस बुलेट मंदिर की पूजा करते हैं और मुराद मांगते हैं। कहा जाता है कि 1991 में चोटिला गाँव के जोग सिंह राठौर की इसी बुलेट से गाँव जाते वक्त सड़क हादस में मौत हो गई थी।

इसके बाद पुलिस वाले बुलेट को थाने में ले गये लेकिन गाड़ी थाने से गायब हो गई और अगले दिन गाड़ी दुर्घटना स्थल में मिली। ऐसा कई बार हुआ और पेट्रोल खत्म होने के बाद भी गाड़ी हादसे वाली जगह पहुँच जाती। जिसके बाद लोगों ने उस जगह पर ओम बन्ना मंदिर बनवा दिया और बुलेट को वहीं रख दिया। अब इस मंदिर को बुलेट बाबा मंदिर के नाम से जानते हैं। इस रोचक जगह को आपको देखना चाहिए।

4. कुंभलगढ़ किला

इस जगह को भारत की ग्रेट वॉल ऑफ चाइना के नाम से जाना जाता है। कुंभलगढ़ में भारत की सबसे लंबी दीवार है। चित्तौड़गढ़ के बाद कुंभलगढ़ का किला राजस्थान का सबसे बड़ा किला है। अरावली की पहाड़ियों में ये किला लगभग 36 किमी. के दायरे में फैला हुआ है। कुंभलगढ़ किले का निर्माण 15वीं शताब्दी में राजा कुंभा ने करवाया था। इस किले में लगभग 7 बड़े दरवाजे हैं। इस किले से आपको दूर-दूर तक खूबसूरत नजारे दिखाई देंगे। राजस्थान घूमने जाएं तो इस जगह को बिल्कुल भी न भूलें।

5. रनकपुर जैन मंदिर

उदयपुर और जोधपुर के रास्ते में आप कई जगहों को एक्सप्लोर कर सकते हैं। उनमें से एक है रनकपुर जैन मंदिर। रनकपुर जैन मंदिर उदयपुर से लगभग 90 किमी. दूर पाली जिले में स्थित है। पाली का ये मंदिर अपने आर्किटेक्चर के लिए जाना जाता है। संगमरमर से बना ये मंदिर लगभग 1500 खंभों पर टिका हुआ है। खूबसूरती के साथ तराशे गये इस मंदिर को राणा कुंभा ने बनवाया था। राणा कुंभा के नाम पर ही इस जगह का नाम रणकपुर पड़ा। मंदिर की दीवारों पर कई सारी आकृतियां उकेरी गई हैं जो देखने लायक है। आपको इस जगह पर एक बार जरूर आना चाहिए।

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