दोस्तों आज से हिमालय पर एक नयी सीरीज शुरू कर रहा हूँ।कोई भी नया ट्रेकर होता है ये पोस्ट उसके बहुत काम की है। बहुत लोगों का सवाल होता है AMS को ले कर।
AMS मतबल Acute mountain sickness जब भी कोई ट्रेकर हाई अल्टीटूयड में जाता है तो उसको सर दर्द और कुछ AMS के लक्षण आ सकते हैं। इस से बचने के लिए क्या करें आज इस पर ही चर्चा करेंगे। AMS से आसानी से बचा जा सकता है,अगर आप सही से acclimatization करें।आज आपको बताऊँगा सही तरीके से acclimatization कैसे होता है।
Acclimatization तीन स्टेज के होते हैं.
1st stage acclimatization
- 1st stage acclimatization 9000 ft से ले कर 12000 ft तक होता है।
इसमे 1st और 2nd डे पूरा रेस्ट होता है।
3rd डे 1.5 km से 3 km तक वॉक होती है लेकिन क्लाइमबिंग बिल्कुल नहीं होती है।
4th डे 1.5 km से 3 km तक वॉक और 300 मीटर क्लाइमबिंग होती है।
5th डे 1.5 km से 3 km तक वॉक और 500 मीटर क्लाबिंग. 6th डे 1.5 km से 3 km तक वॉक और 500 मीटर क्लाइमबिंग पूरे equipment के साथ। Let's make one chart 1st day and 2nd day - rest. 3rd day - 1.5 to 3 km walk without climbing 4th day - 1.5 to 3 km walk with 300 mtr climbing 5th day-1.5 to 3 km walk with 500 mtr climbing 6th day - 1.5 to 3 km walk with 500 mtr climbing with equipment.
2nd stage 2nd stage acclimatization
12000 ft से 15000 ft के बीच होता है. 1st day- 1.5 to 3 km walk without climbing 2nd day - 1.5 to 3 km walk with 300 mtr climbing 3rd day-1.5 to 3 km walk with 500 mtr climbing 4th day - 1.5 to 3 km walk with 500 mtr climbing with equipment.
3rd stage-
3rd स्टेज acclimatization 15000 ft से ऊपर के लिए होता है।
1st day- 1.5 to 3 km walk without climbing 2nd day - 1.5 to 3 km walk with 300 mtr climbing 3rd day-1.5 to 3 km walk with 500 mtr climbing 4th day - 1.5 to 3 km walk with 500 mtr
तो दोस्तों ये 6,4,4 का गोल्डन रूल को फालो कर के आप AMS के खतरे से बच सकते हैं.
एक भाई भाई का सवाल था अगर कोई बाइकर्स मनाली से लेह जा रहा है और उसको AMS के लक्षण आते है तो क्या करना चाहिए।
जवाब है बाइकर्स जैसे ही 9000 फिट पर पहुँचे उनको वहाँ पर टेंट लगा कर या कोई होटल या घर में कम से कम 2 दिन तक acclimatization करना चाहिये जिसमें पूरा रेस्ट करना चाहिये और 2 दिन बाद ही आगे चलना चाहिये।अगर आगे फिर से AMS की प्रॉब्लम आती है तो कम हाइट पर लौट जाना चाहिए।