
वैसे जब हम घूमने का फ्लान करते हैं तो जगह खूबसूरत ही चुनते हैं, लेकिन उस खूबसूरत जगह में भी एक जगह ऐसी होती है जो हमारी फेवरेट बन जाती है. इस ब्लाग में मैं आपको बताने जा रही हूं मेरी एक ऐसी ही फेवरेट जगह के बारे में जो है लैंसडाउन में.

लैंसडाउन उत्तराखंड का एक खूबसूरत हिल स्टेशन. जहां आप कई बार गए होंगे, अगर नहीं गए तो एक बार जरूर जाएं. उत्तराखंड की वादियों में बसा लैंसडाउन एक ऐसा हिल स्टेशन है, जहां जाने के लिए आपको लंबी छुट्टियों की ज़रूरत नहीं है. लैंसडाउन खूबसूरत और शांत होने के साथ सुरक्षित भी है, क्योंकि यहां सैनिक छावनी है.
यहां घूमने के लिए काफी जगहें हैं जैसे भुल्ला ताल, टिप एन टॉप, लैंसडाउन की सबसे ऊंची पहाड़ी पर बना मां संतोषी का मंदिर, ताड़केश्वर मंदिर लेकिन इस ब्लॉग में बात इन जगहों की नहीं होगी बल्कि होगी मेरी सबसे पंसदीदा जगह के बारे में जो है भीम पकोड़ा. इससे पहले जिन जगहों का मैनें जिक्र किया है उनके बारे में आपने सुना होगा लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं भीम पकोड़ा के बारे में. लैंसडाउन के गाँधी चौक से 2 कि.मी दूर भीम पकोडा एक ऐतिहासिक स्थान है जो महाभारतकाल से जुड़ा हुआ है. कहा जाता है अपने अज्ञातवास के दौरान पांडव यहीं खाना बनाते थे.

यहां पर है यह दो चट्टानें. अब आप सोच रहे होंगे कि इन चट्टानों में ऐसा क्या है आखिर यह दो चट्टाने देखने हम भला लैंसडॉउन क्यो जाएं तो दिलचस्प बात यह है कि भीम द्ववारा एक चट्टान पर दूसरी चट्टान स्थापित की गई है. खास बात यह है कि यह कभी गिरती नहीं है आप चाहे, तो इसे केवल एक ऊँगली से हिला सकते हैं, पर यह नीचे नहीं गिरती.
लेकिन मेरे लिए यह जगह सिर्फ इन चट्टानों की वजह से खास नहीं है. हम अक्सर कहते हैं, कि सुकून चाहिए तो पहाड़ों में ढूंढो, तो वहीं सुकून मिला मुझे यहां. दोस्तों के साथ यहां गई थी. यहां तक पहुंचने का सफर खूबसूरत था, मंजिल पर पहुंचकर क्या मिलेगा तब पता ना था लेकिन उस खूससूरत सफर के बाद, उस खूबसूरत रास्ते के बाद मंजिल जो भी होती उसका मलाल ना होता.



हम तकरीबन 3 घंटे यहां बैठे रहे. वैसे तो अक्सर दिल्ली में मिलकर भी ढेरों बाते होती थी लेकिन वहां पहाड़ों के उस खूबसूरत नजारें के बीचों-बीच बैठकर बात करने का मजा कुछ और ही था.





अगर आप अपने दोस्तों के साथ या किसी हर दिल अजीज के साथ यहां आते हैं तो यकीकनन एक खूबसूरत याद लेकर यहां से जाएंगे. ( पूरा vlog देखें newspitch पर )
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