घुमक्कड़ी और चाय का साथ कुछ ऐसा है जैसे सब्जी में नमक। सब्जी में नमक न हो तो खाने का मजा किरकिरा हो जाता है। आप किसी भी जगह घूमने जाते हैं तो उस जगह की चाय जरूर पीते हैं। आज की ये कहानी इन्हीं पैमानों के तरफ घूमती है। ये कहानी है एक ऐसे कपल की जिसकी चाय भी उतनी ही फेमस है जितने इनके घुमक्कड़ी के किस्से। अक्सर लोग सोचते हैं कि घूमना बहुत महँगा है और कम पैसों में घूमा नहीं जा सकता। इन सारे सवालों का जवाब है ये कपल। 65 साल के विजयन और उनकी पत्नी मोहना को घुमक्कड़ी और चाय दोनों से ही लगाव है। उन्होंने घुमक्कड़ी का सपना पूरा करने के लिए चाय को अपना सहारा बनाया।
विजयन के पास घूमने के साधन जरूर कम है लेकिन उनके अंदर घूमने का एक जुनून है।
विजयन बताते हैं बचपन में वह घर से अनाज के दाने चुरा लिया करते थे और नई-नई जगहों की सैर करने निकल पड़ते थे। शादी के बाद उनकी चोरी करने के आदत में जरूर कमी आई लेकिन घूमने के लिए प्यार कभी कम नहीं हुआ। 65 साल के विजयन बताते हैं कि हर रोज वो और उनकी पत्नी मोहना सुबह उठ कर पैदल अपनी चाय की टपरी पर जाते हैं। दिन भर सैकड़ों कप चाय बेचते हैं और आने-जाने वाले लोगों को अपनी घुमक्कड़ी के किस्से सुनाते हैं। हालाँकि ज्यादातर लोग खुद में ही इतने बिजी रहते हैं कि उन पर ध्यान नहीं देते हैं।
ये कहानी है विजयन की। जिन्होंने अपनी स्वभाव और घूमने के लगाव के चलते अपने हर सपने को सच कर दिखाया।
विजयन की जिंदगी का एक ही नियम है और वे ये कि वो और उनकी पत्नी हर रोज दिन के 300 रूपए की बचत करते हैं और उनको संभालकर अलग रख देते हैं। यकीन नहीं हो रहा न? मुझे भी नहीं हुआ था। पर कहते हैं न, घूमने के लिए पैसा नहीं जुनून होना चाहिए और ये जुनून इस कपल में बहुत है। अपनी इस छोटी सी बचत से आज ये कपल दुनिया के कई देश घूम चुके हैं।
अब तक 16 देशों की यात्रा कर चुके इस कपल का सफरनामा सुनकर आप सचमुच हैरान हो जाएंगे।
शादी के शुरुआती दिनों को याद करते हुए विजयन बताते हैं कि शादी के पहले तक मोहना ने कभी एर्नाकुलम के आगे कदम तक नहीं रखा था। शादी के बाद ये पावर कपल यूनाइटेड किंगडम, ऑस्ट्रिया, इजिप्ट, फ्रांस, जर्मनी, इजरायल, इटली, मलेशिया, सिंगापुर, दुबई जैसे देशों की यात्रा कर चुका है। शादी के बाद विजयन पर पत्नी की जिम्मेदारी तो थी ही घर की जिम्मेदारी थी सो अलग। इन सबके बीच भी विजयन अपनी घुमक्कड़ी को नहीं छोड़ना चाहते थे। विजयन अपनी इस कभी न खत्म होने वाली एनर्जी के पीछे का राज वो अपनी पत्नी को ही मानते हैं।
हाँ, मैं पागल हूँ। हम सभी में कहीं न कहीं ऐसा ही पागलपन होना चाहिए।
अपने सपनों की तरफ उड़ने का ख्वाब हर पल देखते रहना चाहिए। जब भी मन में थोड़ी भी आशंका आए तो अपने पंख खोलिए और उनमें हवा लगने दीजिए। याद रखिए अपने सपनों की दुनिया जीने के लिए आपको ज्यादा कुछ नहीं चाहिए। सिर्फ वो जुनून चाहिए जो आपको अपने सपने की ओर ले जाए।
दिल को छू लेने वाली शॉर्ट फिल्म में आप इस आदमी की कहानी देखें।
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