
हसीन वादियां, देवदार के पेड़, जहां तक नजरे घुमाओ वहां हटनुमा रंग-बिरंगे घर और हल्की-हल्की ठंडी हवा... कुछ ऐसा ही नजारा था धर्मकोट का। हिमाचल प्रदेश वैसे भी सैलानियों के लिए एक परफेक्ट डेस्टिनेशन है। फिर शिमला, कुल्लू, मनाली जैसी जगहों के साथ यहां के कुछ हिडन प्लेसेज भी घूमने के शैकीनों की नजर में आते रहते हैं। एक सच्चा ट्रैवलर अक्सर अनछुई जगहों को देखना, वहां की खूबसूरती को निहारना पसंद करता है। धर्मकोट, एक ऐसी ही जगह है, जहां लोगों का पहुंचना पिछले कुछ समय में ही ज्यादा बढ़ा है। यहां की फिजा, यहां की वाइब्स हिमाचल की बाकी जगहों से काफी जुदा है। एक चीज जो सबसे ज्यादा खास है, वो है यहां का हिप्पी विलेज, जो लोगों की नजरों में कम ही आया है। अगर आप भी वीकेंड में कहीं दूर, शांत और सुंदर जगह जाने का सोच रही हैं, तो यह जगह एक्सप्लोर करना न भूलें।
हिप्पी विलेज की देशी और स्वदेशी वाइब
धर्मकोट पहुंचते ही, आप किसी से हिप्पी विलेज के बारे में पूछें, तो शायद कोई बता न पाएं। इस जगह को हिप्पी विलेज नाम दिया गया है, यह कई लोगों को पता भी नहीं। अपर धर्मकोट से थोड़ा पहले ही यह विलेज पड़ता है। यहां जाने के लिए आपको संकरे रास्ते से होकर जाना पड़ेगा। जैसे-जैसे आप आगे बढ़ेंगी। रास्ता संकरा होता जाएगा और आप प्रकृति के उतने ही करीब होंगी। यहां की सबसे खूबसूरत बात यही है कि आपको यहां मिक्स वाइब मिलेगी। यह जगह विदेशी सैलानियों को बहुत पसंद है, इसलिए आपको यहां विदेशी सैलानी ज्यादा मिलेंगे। पहाड़ी पक्षियों की आवाज, बहती हवा का मीठा शोर, घरों से आती खाने की खश्बू और अलग-अलग जगहों से आए सैलानियों से मिलना एक नया और अलग अनुभव देता है।

खाने के हैं कई ऑप्शन
बहुत से इजराइली, यूरोपीय और तिब्बती लोग अक्सर धर्मकोट आते हैं और यहां रहते हैं। इसी वजह से यहां आपको हर एक कैफे में लजानिया, पास्ता, पेनकेक्स, हम्मस और शाकशुका जैसे कई ऑप्शन मिल जाएंगे। अगर आप यहां रूकती हैं, तो यहां का फेमस कैफे ट्रेक एन डाइन जरूर ट्राई कीजिएगा। यहां मिलने वाली स्वादिष्ट हर्बल टी आपको कहीं और नहीं मिलेगी। दूसरा कैफे है लामा कैफे, जहां का याक चीज सैंडविच बहुत पसंद किया जाता है। और तीसरी डिश जो लगभग हर कैफे में आपको मिलेगी वो है भाग्सू केक। एक क्रंची पाई में कैरेमल टॉफी सॉस की लेयर और व्हाइट चॉकलेट, यह है भाग्सू केक, जो काफी टेस्टी होता है।

गल्लू से खूबसूरत नजारा
आप यहां किसी से भी गल्लू मंदिर के बारे में पूछिए और वो आपको सही दिशा बता देंगे। धर्मकोट से गल्लू पहुंचना बहुत आसान है। आपको यहां तक पहुंचने में मात्र 20 मिनट लगेंगे। यहां आसपास चाय की छोटी मोटी शॉप हैं। यहां दोनों तरफ घाटियां हैं। यहां पूरे धर्मकोट को देखने का अलग ही मजा है।

त्रियुंड ट्रेक
अगर आप त्रियुंड ट्रेक करने में दिलचस्पी रखती हैं। तो आपको यहीं आसपास रुकना चाहिए। दरअसल, यहां से त्रियुंड पहुंचना मैकलॉडगंज से ज्यादा आसान है। गल्लू से त्रियुंड पहुंचने में आपको सिर्फ तीन घंटे लगेंगे। त्रियुंड का ट्रेक बहुत ही आसान है, यह कठिन लगता है, इसकी वजह है इसका चढ़ाई पर होना। त्रियुंड ट्रेक करने के लिए कोशिश करें कि आप सुबह ही निकलें। शाम को यहां ट्रेक करने से बचें, क्योंकि आसपास के क्षेत्र में भालू का खतरा भी रहता है।
कैसे पहुंचे धर्मकोट
आप दिल्ली से मैकलॉडगंज की बस कर सकते हैं, वहां से धर्मकोट 3 किलोमीटर है जिसे आप पैदल चलकर या टैक्सी लेकर भी तय कर सकते हैं। इसके अलावा धर्मशाला से यह 6.2 किलोमीटर है।
