यूं तो हिमाचल प्रदेश विश्व भर में पर्यटन राज्य के रूप में जाना जाता हैं, उसके खूबसूरत पहाड़, शांत वातावरण, नदियां और हसीन वादियां हर पर्यटक को अपनी ओर आकर्षित करती हैं। पर बीते दिनों हुई बारिश की वजह से हिमाचल प्रदेश में जमकर तबाही हुई हैं। जिसके वजह से हिमाचल प्रदेश हाल ही में किस कठिन दौर से गुजरा हैं हम सब जानते हैं। हमारे पसंदीदा पर्वतीय स्थलों में से एक हिमाचल प्रदेश और वहां के लोगों को बाढ़ और भूस्खलन से गुजरते हुए देखना बहुत ही दुखद था।मूसलाधार बारिश और उसके बाद आई बाढ़ के कारण राज्य के पर्यटन उद्योग को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है, जबकि ऑक्सीजन में भारी कमी दर्ज की गई है।
हिमाचल प्रदेश पर्यटन को 2,000 करोड़ रुपये का चौंकाने वाला नुकसान
जब मुझे पता चला कि केवल मानसून सीज़न के दो महीनों में, हिमाचल प्रदेश पर्यटन को 2,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ तो यह मेरे लिए सबसे बड़ा झटका था। एक तो बारिश और तबाही की वज़ह से यहां पर्यटक नहीं आए और जगह जगह सड़क और कई हिस्से कट के बह गए जिससे हिमाचल प्रदेश को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा।
हिमाचल में पर्यटकों की संख्या बढ़ाने के लिए होटलों पर छूट
पर्यटन उद्योग, होटल, गाइड, टैक्सी ड्राइवर और स्थानीय व्यापार मालिकों को हुए तमाम नुकसान के बाद, अधिकारियों को उम्मीद है कि पर्यटक फिर से आना शुरू कर देंगे। इसलिए अधिक यात्रियों और पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए हिमाचल के होटल बंपर छूट दे रहे हैं ताकि हिमाचल प्रदेश फिर से पर्यटक से गुलज़ार हो जाए। अब पर्यटन निगम के द्वारा भी मंदी की मार को देखते हुए सैलानियों को 50% की छूट दी जा रही है। वहीं, मनाली के कई होटल भी 40% से लेकर 50% तक की छूट दे रहे हैं। सारी उम्मीदें सितंबर में होने वाले जी-20 पर टिकी हैं। उम्मीद है कि यह विशाल आयोजन हिमाचल में पर्यटन को बढ़ावा देगा और साथ ही अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय पर्यटकों को पहाड़ों में छुट्टियां बिताने के लिए प्रेरित करेगा।
हिमाचल में अक्टूबर तक पर्यटन उद्योग के पटरी पर आने की उम्मीद
ऐसा माना जा रहा हैं कि इतने नुकसान के बाद भी अक्टूबर तक हिमाचल प्रदेश की हालात ठीक हो जाएगी और पर्यटन उद्योग के पटरी पर आने की उम्मीद हैं। अब जब हिमाचल पर्यटन बोर्ड कई दिलचस्प और आकर्षक छूट ऑफर लेकर आया है, तो आप वास्तव में हिमाचल के खूबसूरत हिल्स की यात्रा की योजना बना सकते हैं। सड़कें भी काफ़ी हद तक ठीक हो चुकी हैं या जो ठीक नहीं हुए हैं उनका रास्ता दूसरे तरफ़ से कर दिया गया हैं।
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