केरल में ऐसी कई जड़ी-बूटियां हैं जो औषधीय गुणों से भरपूर हैं। अश्वगंधा, आमलकी, कटफल, ब्राह्मी, यश्तिमधु और संखुपुष्पम जैसी कुछ औषधीय गुणों से युक्त जड़ी-बूटियां केरल राज्य में मिलती हैं। हरे-भरे पेड़ों, समुद्रतटों और सुहावने मौसम से सजा केरल पर्यटकों के लिए किसी जन्नत से कम नहीं है।
इस उष्णकटिबंधीय जगह पर आपको खाने के भी कई अलग-अलग तरह के व्यंजन भी मिल जाएंगे। तो चलिए जानते हैं केरल की बेहतरीन जगहों के बारे में।
1.Kollam,Kerala
यह अरब के तट पर स्थित एक पुराना बंदरगाह शहर है। अष्टमुडी की झील के झिलमिलाते पानी में पर्यटकों का मन आनंद से भर जाता है।यह एक दिलचस्प स्थान है , कोल्लम को वाणिज्यिक केंद्र के साथ-साथ महलों के एक सुंदर शहर के रूप में भी जाना जाता है। रंगीन शहर, समुद्र तटों, झरनों और धार्मिक स्थलों से कोल्लम सजा हुआ है। यहां भारी मात्रा में इल्मेनाइट, रूटाइल, मोनाजाइट और जिरकोन जैसे खनिज पाए जाते हैं।क्यूलोन के नाम से मशहूर कोल्लम में बहुत बढिया काजू मिलता हैं।
2. Munnar ,Kerala
मुन्नार शहर आसान और मुश्किल ट्रैकिंग के लिए भी जाना जाता है। यहां पर चाय की फैक्ट्री, कैंपिंग, ट्रैकिंग और एडवेंचर का मज़ा ले सकते हैं।एडवेंचर के अलावा फोटो खींचने के शौकीन लोगों को भी मुन्नार में सब कुछ मिलेगा। कोच्चि से मुन्नार के रास्ते में आपको ऐसी कई खूबसूरत जगहें दिखेंगी जिन्हें देखकर आपका मन खिल उठेगा।कोच्चि से मुन्नार 6 घंटे की दूरी पर स्थित है। ईरनाकुलम से हर घंटे मुन्नार के लिए सीधी बस मिलती है।यहां मट्टुपेट्टी और देवीकुलम बहुत मशहूर है। इन जगहों से आसपास का शानदार नज़ारा देखने को मिलता है और यहां पर आप बोटिंग का मज़ा भी ले सकते हैं।यहाँ के सरावना भवन का स्वादिष्ट और शायद सबसे लंबा डोसा आपकी भूख को शांत करने के लिए काफी होगा।
केरल वन विभाग द्वारा मीसापुलिमाला ट्रैकिंग का आयोजन किया जाता है,इस पूरे ट्रैक पर जाने में 8 से 10 घंटे का समय लगता हैं।
3. Alleppey ,Kerala
अलेप्पी में रहने की व्यवस्था बहुत बढिया मिलती है। यहां पर आपको हॉस्टल या होमस्टे में ठहरने की सुविधा आराम से मिल जाएगी लेकिन अलेप्पी आ रहे हैं तो आपको किसी होटल के बजाय हाउसबोट में रहने का मज़ा लेना चाहिए, इसके अलावा हाउसबोट में लंच, डिनर और रात को रूकने की सुविधा भी उपलब्ध रहती है। बैकवॉटर्स के बिलकुल नज़दीक हाउसबोट में रहने का आनंद ही कुछ और होता है। अलेप्पी की संकरी सड़कों से गुज़रने के लिए आप कैनोइ राइड भी ले सकते हैं। अलेप्पी को पूर्व का वेनिस कहा जाता है।धूप से बचने के लिए शिकारा राइड भी बढिया रहेगी। यहां की स्थानीय शराब भी बहुत मशहूर है। मसालेदार खाना पसंद है तो आपको अलेप्पी में खाने का स्वाद जरूर चखना चाहिए। केरल के व्यंजनों में अलग ही मसाले डाले जाते हैं। इसके अलावा अलेप्पी में कई मंदिर और गिरजाघर देख सकते हैं।
4. Kochi ,Kerala
कोच्चि के समुद्रतटों पर मछली और समुद्री जीव पकड़ने के लिए चीनी फिशिंग नैट लगा रहता है जोकि पर्यटकों का सबसे ज्यादा ध्यान अपनी ओर खींचता है।कोच्चि में ऐसे कई दर्शनीय स्थल हैं जो पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। भारत का पहला यूरोपियन चर्च सैंट. फ्रांसिस चर्च भी कोच्चि में स्थित है। इसके अलावा बाज़ार रोड़ पर आप दुनिया के बेहतरीन मसालों से परिचित होंगे। शाही डच महल में कोच्चि के राजा रहते थे और यहां पर एक आराधनालय भी है जोकि राष्ट्रमंडल देशों की पूरी सूची में एकमात्र सक्रिय आराधनालय है।घूमने के अलावा श्रीकृष्णा कैफे में आप डोसा का स्वाद चख सकते हैं और पैलेस रोड़ से सांता क्रूज़ बसिलिका तक और फोर्ट कोच्चि तट का नज़ारा भी पर्यटकों को आनंदित कर देता है।
5. Kovalam ,Kerala
कोवलम अंतर्राष्ट्रीय मान्यताप्राप्त समुद्र तट है जिसके साथ तीन समुद्र तट जुड़े हैं। 1930 से यह पर्यटकों का पसंदीदा रहा है। इस समुद्र तट पर एक विशाल चट्टानी अट्टालिका बनाई गई है जिससे शांत जलराशि की खूबसूरती देखते बनती है और नहाने के लिए बेहतरीन जगह है।
इस बीच पर छुट्टियां बिताने के अनेक विकल्प हैं। रेत पर धूपस्नान, तैराकी, जड़ी-बूटियों पर आधारित शरीर की मालिश, विशिष्ट सांस्कृतिक कार्यक्रम और कैटामारैन क्रूजिंग उनमें से कुछ प्रमुख हैं। ऊष्ण कटिबंधीय सूरज की धूप इतनी तीखी होती है कि आप मिनटों में अपनी त्वचा पर धूप-ताम्रता को महसूस करने लगेंगे। बीच पर चहल-पहल दोपहर ढलने के बाद शुरू होता है और देर रात तक जारी रहता है। बीच कॉम्प्लेक्स के अंतर्गत बजट कॉटेज, आयुर्वेदिक हेल्थ रिजॉर्ट, सम्मेलन सुविधा, शॉपिंग जोन, स्विमिंग पूल, योग और यहां पर आपको आयुर्वेदिक हीलिंग एक्सपर्ट की मदद से अपनी एनर्जी को भी बढ़ा सकते हैं।
6. Wayanad ,Kerala
वायनाड का ठंडा सुहावना मौसम और झरने, गुफाएं, झीलें और बांध पर्यटकों के मन को मंत्रमुग्ध कर देते हैं।यहां पर स्थित मुथंगा वन्यजीव अभ्यारण्य में डीयर, बिसोन, चीता और भालू भी देख सकते हैं। वायनाड़ के जंगलों में ट्री हाउस पर्यटकों को सबसे ज्यादा लुभाते हैं। इसके अलावा यहां चाय, कॉफी, इलायची और मसालों का उत्पादन भी किया जाता है।
7. Thekkady ,Kerala
कोच्चि से थेक्कड़ी या पेरियार 165 किमी दूर है। अगर आपको कार चलाना पसंद है तो ये 4 घंटे का पेरियार वन्यजीव अभ्यारण्य का रास्ता आपको जिंदगीभर याद रहेगा। नीलगिरी की रहस्यमयी पहाडियां और पेरियार झील में बोटिंग का मज़ा लेकर आप एक दम तरोताजा महसूस करेंगे।
थेक्कड़ी के जंगलों में आप एलीफैंट राइड का भी मज़ा ले सकते हैं। यहां की जीप ड्राइव भी बहुत मशहूर है। शाम को केरल मार्शियल आर्ट शो होता है जिसे देखने के लिए भारी संख्या में पर्यटक यहां आते हैं।
8. Trivandrum ,Kerala
ये राजधानी शहर अपनी संस्कृति के लिए जाना जाता है। यहां पर आज भी सांस्कृतिक विरासत और शानदार वास्तुकला की विशिष्टता को आप देख सकते हैं। तेजी से हो रहे शहरी विकास का असर त्रिवंद्रम की संस्कृति पर अब तक नहीं पड़ा है। कोवदियार पैलेस में आपको शाही रहन-सहन और शान देखने को मिलेगी। यहां पर त्रावणकोर के शाही परिवार को जानने का अवसर भी पर्यटकों को मिलता है।
9. Varkala ,Kerala
पर्यटकों को वर्कला समुद्रतट बहुत पसंद आता है। केरल की ये जगह बहुत सुंदर है और शायद यही वजह है कि वर्कला तट पर पर्यटकों की भारी भीड़ रहती है। त्रिवंद्रम इंटरनेशनल एयरपोर्ट से वरकाला महज़ 40 किमी दूर है और आपको अलेप्पी से बस भी मिल सकती है।वर्कला में आप योग का आनंद भी ले सकते हैं। इकसे अलावा वॉटर स्पोर्ट्स के लिए भी वर्कला बहुत मशहूर है। वर्कला के दूध से सफेद पानी को देखकर ही पर्यटकों का मन खुशी से भर जाता है। सनसैट के मनोरम दृश्य और सर्फिंग का मज़ा भी यहां ले सकते हैं।
10. Kumarakom ,Kerala
कुट्टनड क्षेत्र में वेंबनाद झील के छोटे द्वीपों का समूह की कुमारकोम है। यहां 14 एकड़ में फैली भूमि पर पक्षी अभ्यारण्य बना है। इसमें एग्रेट्स, हेरॉन, डार्टर्स, टील, वॉटरफाउल, कुक्कू, जंगल बत्तख और साइबेरियन स्टोर्क जैसे प्रवासी पक्षी देखने को मिलेंगे।कुमारकोम के दर्शनीय स्थलों में अएमनम, पल्लिकूदम, कल्लारा, नट्टाकोम, पनाचिकाडू जलाशय, थझाथंगडी, थन्निरमुक्कम बंद आदि शामिल हैं। इस जगह को आप एक ही दिन में घूम सकते हैं। इसके अलावा कुमारकोम में मॉनसून के दौरान हाउसबोट का आनंद ले सकते हैं।
11. Kottayam ,Kerala
कोट्टायम को केरल की लैटर राजधानी कहा जाता है। ये मध्य केरल के दक्षिण में स्थित है,100% साक्षरता की शुरुआत कोट्टायम से ही हुई थी। यहां के सुरम्य परिदृश्य, बैकवॉटर्स, पक्षी अभयारण्य और मंदिर इस स्थान के सौंदर्य को बढ़ाते हैं। इस शहर में औपनिवेशिक शैली के घर आकर्षित लगते हैं और कोट्टायम वास्तव में अपने उत्कृष्ट चर्चों और कई प्रकार की पुस्तकों के लिए प्रसिद्ध है। इस जिले में 1000 साल पुरानी मस्जिद भी है। कोट्टायम सबरीमाला, एट्टुमानूर, भारंगम, अरुविथुरा, वैकोम, एरुमेली, मनारकाड और अथिरमपुझा के तीर्थ केंद्रों का एक अनूठा प्रवेश द्वार है। इतना ही नहीं इन स्थानों तक पहुंचने के बीच में आपको पेर्मेदु, मुन्नार, इडुक्की, थेक्कडी, एर्नाकुलम और मदुरई के मंदिर भी देखने को मिलेंगे।
12. Palakkad ,Kerala
पलघाट के नाम से लोकप्रिय इस शहर में पर्यटकों के लिए बहुत कुछ है। 18 वीं शताब्दी का पलक्कड़ किला उस समय के युद्धों की गाथा बयां करता है। इसके मैदान में एक हनुमान मंदिर भी स्थित है। 15वीं शताब्दी में कलपथि मंदिर के पास स्थित विश्वनाथ स्वामी मंदिर में होने वाला भव्य रथोलसवम रथ समारोह भी पर्यटकों को बहुत आकर्षित करता है।मालमपुझा शहर में स्थित रॉक गार्डन पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र है। इस गार्डन को पुनर्नवीनीकरण चीज़ों से बनाया गया है। आप मालपुझा गार्डन में पिकनिक मना सकते हैं या फिर केबल कार से यहां के शानदार दृश्यों का मज़ा ले सकते हैं। धोनी झरने के पानी की चमक आपके मन को सुकून देगी। इसके दक्षिण की ओर नेल्लियापैथी हिल स्टेशन स्थित है। यहां स्थित पोथुंडी बांध छोटी मछलियों को पकड़ने के लिए प्रसिद्ध है। पराम्बिकुलम टाइगर रिज़र्व में बाघों और किनारे पर कुछ सागौन के बागान देख सकते हैं। यहां आकर्षक पक्षियों जैसे ग्रे-हेडेड फिशिंग ईगल देखने को मिल जाएंगे।
13. Bekal ,Kerala
बेकल किले का सौंदर्य और विशिष्टता पर्यटकों के मन को बहुत लुभाती हैं। ये केरल के सबसे विशाल किलों में से एक है। यह केरल में उत्तरी जिले के दक्षिण में लगभग 16 किमी दूरी पर स्थित है। समुद्रतट से 130 फीट की ऊंचाई पर बना ये किला बहुत मशहूर है और इसके अलावा बेकल का फोर्ट बीच भी पर्यटकों को बहुत पसंद आता है। इस जगह आपको बहुत शांति महसूस होगी।
ये किला एक विशाल इमारत है जो खड़ी पहाड़ियों पर स्थित है और इसे लेटराइट स्लैब से बहुभुज आकार में बनाया गया है। इसमें पेचीदा मीनारों के साथ एक अवलोकन टॉवर भी बना है। इसके बाद अंजनेय मंदिर में चिनाई और लेटराइट से निर्मित दो थेय्यम मूर्तियों के दर्शन भी कर सकते हैं।यहां रॉक गार्डन का वास्तुशिल्प पर्यटकों को हैरान कर देता है जबकि टीपू सुल्तान द्वारा निर्मित प्राचीन मस्जिद भी यहां आने वाले लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करती है। यहां समुद्र तट पर रात के समय रोशनी की जाती है जोकि इस जगह के दृश्य को और ज्यादा सुंदर और मनोरम बनाती है।
14. Devikulam ,Kerala
मुन्नार से महज़ 8 किमी की दूरी पर स्थित है देवीकुलम जहां आप अपने परिवार के साथ पिकनिक और खाने का मज़ा ले सकते हैं। यहां हरे-भरे लॉन और वनस्पति और जीवों की कई प्रजातियां आपको देखने को मिल सकती हैं।सीता देवी झील भी दर्शनीय स्थानों में से एक है। झील का साफ चमकता हुआ पानी और आसपास का क्षेत्र इस जगह को और भी ज्यादा खूबसूरत बनाता है। सबसे खास बात तो ये है कि आप इस झील में फिशिंग भी कर सकते हैं।
15. Sultan Bathery ,Kerala
इस जिले का सबसे बड़ा व्यापार केंद्र है सुल्तान बाथरी। कोझिकोड-कोल्लेगल राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित इस व्यापारिक केंद्र पर मैसूर के टीपू सुल्तान द्वारा 18वीं शताब्दी के दौरान गोला-बारूद भंडारण के भंडार के रूप में कार्य किया गया था। इस जगह को 'गणपतिवट्टोम' के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि यहां पर अनेक सुंदर मंदिर और धार्मिक स्थल स्थित हैं।सुल्तान बाथरी की शीतोष्ण जलवायु और इसकी हरियाली आपके मन को तरोताज़ा कर देगी। प्रसिद्ध जैन मंदिर के दर्शन यहां जरूर करें। यहां का गणपति मंदिर और मरियम्मन मंदिर बहुत मशहूर है। वायनाड हेरिटेज म्यूजियम भी आप यहां देख सकते हैं।
कैमरा लाना ना भूलें ,अपने खूबसूरत पलों को समेटने के लिए !
यात्रा सभी के लिए हैं !
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