पहाड़ों पर ट्रेकिंग करने का एक अलग ही अनुभव होता है। घूमने के लिए वैसे तो हर समय अच्छा होता है लेकिन मानसून के समय प्रकृति की सुंदरता दोगुनी हो जाती है। मानसून में प्रकृति का असली रंग देखने को मिलता है। मानसून में ट्रेकिंग करने के बारे में कम लोग ही सोचते हैं। इस दौरान ख़तरा और कठिनाई ज़्यादा रहता है लेकिन ऐसे सुंदर नज़ारे कभी और देखने को नहीं मिलेंगे। हरे-भरे नज़ारों के साथ पहाड़ों के मनमोहक दृश्य देखने लायक़ होते हैं। हम आपको भारत के कुछ ट्रेक के बारे में बताने जा रहे हैं जिनको आप मानसून में कर सकते हैं।
भारत के चुनिंदा मानसून ट्रेक:
1.फूलों की घाटी, उत्तराखंड
मानसून के ट्रेक सबसे पहला नाम फूलों की घाटी का आता है। उत्तराखंड के चमोली ज़िले में स्थित फूलों की घाटी अपनी बेहिसाब सुंदरता के लिए जानी जाती है। फूलों की घाटी साल में 3-4 महीने के लिए ही लोगों के लिए खुलती है। इस ट्रेक को करने के लिए सबसे पहले आपको जोशीमठ पहुँचना होगा। जोशीमठ से पुलना तक आप गाड़ी से पहुँच सकते हैं। पुलना से ही ट्रेक शुरू होता है। पुलना से घांघरिया लगभग 7 किमी. की दूरी पर है। कोशिश करें कि शाम तक आप किसी भी हालत में घांघरिया पहुँच जाएँ। घांघरिया में किसी होटल में आराम करें और अगले दिन ट्रेक के लिए निकल पड़ें। घांघरिया से वैली ऑफ फ्लावर की दूरी 6 किमी. है। जब आप इस जगह पर पहुँचेंगे तो दिल खुश हो जाएगा, ये जगह किसी जन्नत से कम नहीं है।
2. हंपता पास, हिमाचल प्रदेश
हंपता पास हिमाचल प्रदेश के सबसे शानदार ट्रेक में से एक है। मानसून में ट्रेक करने के लिए हंपता पास एक आदर्श जगह है। इस जगह की ख़ूबसूरती देखकर आप आश्चर्य में पड़ जाएँगे। समुद्र तल से हंपता पास की ऊँचाई 14,100 फ़ीट है। इस ट्रेक में आपको हरे-भरे और बंजर दोनों दृश्य देखनों को मिलेंगे। कुल्लू से शुरू होने वाले इस ट्रेक में आपको कई सारे झरने, सुंदर पहाड़ और आख़िर में खूबसूरत चंद्रताल लेक देखने को मिलेगी। हंपता पास कुल 35 किमी. का पूरा ट्रेक है और इसे पूरा करने में 5 दिन का समय लगेगा। मानसून के मौसम में हंपता पास का ट्रेक थोड़ा कठिन है लेकिन इस मौसम में आपको प्रकृति के खूबसूरत रंगों का अनुभव मिलेगा।
3. कश्मीर ग्रेट लेक, कश्मीर
अगर आप कश्मीर में मानसून के समय ट्रेक करना चाहते हैं तो कश्मीर ग्रेट लेक एक बढ़िया ट्रेक डेस्टिनेशन है। ये ट्रेक दूसरों के इसलिए अलग है क्योंकि पहाड़ों में एक नहीं बल्कि पाँच झीलें बहती हैं। आपको प्रकृति का ऐसा सौंदर्य शायद ही कहीं और देखने को मिलेगा। 72 किमी. का बेहद लंबा कश्मीर का ये ट्रेक सोनमर्ग से शुरू होता है और गदसर पास होते हुए नारनग में ख़त्म होता है। इस ट्रेक को करने में लगभग 10 दिन का समय लगता है। अगर आप बेहद साहसिक हैं तभी आप इस कठिन ट्रेक को मानसून में कर पाएँगे।
4. पिन भाबा पास ट्रेक, हिमाचल
पिन भाबा ट्रेक भारत के सबसे अच्छे ट्रेक में से एक है। मानसून के दौरान पिन वैली पूरी तरह से रंग बिरंगी हो जाती है। इस ट्रेक में आपको दो अलग-अलग खूबसूरत दुनिया मिलेगी। भाबा वैली हिमाचल के किन्नौर में स्थित है और पिन घाटी स्पीति में है। ये शानदार ट्रेक किन्नौर के कफ्नू से शुरू होता है और स्पीति के मढ़ गाँव में जाकर ख़त्म होता है। पिन भाबा पास ट्रेक कुल 50 किमी. का है और इसे पूरा करने में लगभग 8-9 दिन का समय लगता है। हरी-भरी जगह से होते हुए आप ठंडे रेगिस्तान में पहुँचेंगे। अगर आप रोमांच के शौक़ीन हैं तो मानसून में इस ट्रेक को कर सकते हैं।
5. सिंहगढ़ ट्रेक, पुणे
अगर आप मानसून के मौसम में पुणे के आसापास ट्रेक करना चाहते हैं तो सिंहगढ़ का पहाड़ी क़िला एक आदर्श जगह है। इस क़िले से सूर्योदय और सूर्यास्त देखने लायक़ होता है। ये ट्रेक आप महाराष्ट्र में पहाड़ों की सुंदर श्रृंखलाओं से रूबरू कराएगा। मानसून के मौसम में सिंहगढ़ से आपको दूर-दूर तक हरियाली ही हरियाली देखने को मिलेगी। पुणे के सिंहगढ़ ट्रेक लगभग 3 किमी. है। इस ट्रेक को करने में आपको लगभग 1 घंटे का समय लगेगा। रास्ता इतना अच्छा है कि आपको ट्रेक करने में मज़ा आ जाएगा।
6. मुलयनगिरी, कर्नाटक
समुद्र तल से 1,930 मीटर की ऊँचाई पर स्थित मुल्लयनगिरी कर्नाटक की सबसे ऊँची चोटी है। चिकमगलूर से लगभग 45 मिनट की दूरी पर मुल्लयनगिरी चोटी में मानसून में जाने के लिए सबसे बढ़िया मानी जाती है। बढ़िया संख्या में सैलानी मानसून में इस ट्रेक को करने के लिए आते हैं। यहाँ से आपको मुल्लयनगिरी और चिकमगलूर का बेहद मनमोहक नजारा देखने को मिलेगा। कर्नाटक के मुल्लयनगिरी का ट्रेक लगभग 10 किमी. का है। यहां आप ट्रेकिंग के अलावा कैंपिंग और रॉक क्लाइंबिंग भी कर सकते हैं।
7. द़जोंगरी ट्रेक, सिक्किम
द़जोंगरी ट्रेक सिक्किम के सबसे लोकप्रिय ट्रेक में से एक है। सिक्किम का ये ट्रेक युकसोम से शुरू होता है और दजोंगिरी तक जाता है। ट्रेक के दौरान आपको कई हाई पास पार करने पड़ते हैं। इस ट्रेक में आप गोचेला से होते हुए गुजरते हैं। द़जोंगरी ट्रेक में आपको माउंट कंचनजुंगा, पंदिम पर्वत, कबुर पर्वत और गोएचा पर्वत की चोटी भी दिखाई देती। इस ट्रेक को करने में लगभग 5 दिन का समय लगता है। सिक्किम का द़जोंगरी ट्रेक कठिन तो है लेकिन खूबसूरत भी बहुत है। सिक्किम के ऐसे सुंदर आश्च्यचकित करने वाले नज़ारे और कहीं नहीं मिलेंगे।
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