मुसाफिर अनजान जगहों पर जाने से नहीं डरते, उन्हें ऐसी जगहों पर जाना रोमांचक लगता है। ऐसे सफर हमारे जीवन के चैप्टर में नए अनुभव और नए किस्से की तरह जुड़ जाते हैं। तब समस्या आती है अपनी बकेट लिस्ट में ऐसी डेस्टिनेशन को खोजना। क्या आपको ऐसी जगहों पर जाना पसंद है जिसके बारे में अपना ना सुना हो, जहाँ आपको घूमने के लिए कोई गाइड भी नहीं मिलेगा, आपको खुद ही उस जगह को एक्सप्लोर करना होगा। अगर आप सच्चे घुमक्कड़ हैं तो आपको इन जगहों को अपनी बकेट लिस्ट में जोड़ लेना चाहिए।
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1. हज़ारीबाग
झारखंड के बारे में एक बुरी धारणा है कि यहाँ देखने वाली जगहें नहीं हैं। शायद इसलिए यहाँ बहुत कम लोग घूमने जाते हैं। हज़ारीबाग झारखंड का एक छोटा-सा शहर है, आप यहाँ जाएँ तो हज़ारीबाग वाइल्ड लाइफ सैंक्चुरी, राजरप्पा मंदिर, हज़ारीबाग लेक, कैनरी हिल्स, पारसनाथ मंदिर और तेलैया डैम को देख सकते हैं।
कैसे पहुँचे?
फ्लाइट सेः हज़ारीबाग पहुँचने में आपको कोई दिक्कत नहीं होगी, ये यातायात से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। अगर आप फ्लाइट से आना चाहते हैं तो हज़ारीबाग से सबसे नजदीकी एयरपोर्ट रांची में है जो हजारीबाग से 100 कि.मी. की दूरी पर है। रांची एयरपोर्ट देश के बाकी हिस्सों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।
ट्रेन सेः अगर आप ट्रेन से आना चाहते हैं तो हज़ारीबाग से सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन कोडरमा जंक्शन है। कोडरमा से हजारीबाग की दूरी लगभग 59 कि.मी. है।
रोड़ सेः हज़ारीबाग सड़क मार्ग से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। रांची से हज़ारीबाग की दूरी 100 कि.मी., पटना 250 कि.मी. और बोधगया 117 कि.मी. दूरी पर है। झारखंड और बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम भी पटना से रांची के लिए दिन में दो बार लक्जरी बस चलाता है जो हजारीबाग होते हुए जाती है।
2. भालुकपोंग
अरुणाचल प्रदेश बेहद खूबसूरत राज्य है जिसे उतना एक्सप्लोर नहीं किया गया जितना उत्तर भारत को किया गया। उसी राज्य में कामेंग जिले में भालुकपोंग नाम की एक जगह है। जहाँ हरियाली और पहाड़ों की खूबसूरती आपका मन मोह लेगी। आप भालुकपोंग जाएँ तो ऑर्किड अनुसंधान केन्द्र, बॉमडिला और पखुई वाइल्ड लाइफ सैंक्चुरी देखने ज़रुर जाएँ।
कैसे पहुँचे?
अगर आप भालुकपोंग फ्लाइट से जाना चाहते हो तो सबसे नज़दीकी एयरपोर्ट तेज़पुर है। भालुकपोंग से तेज़पुर की दूरी 57 कि.मी. है। इसके अलावा गुवाहाटी और जोरहाट एयरपोर्ट भी हैं। अगर आप ट्रेन से आ रहे हैं तो सबसे नज़दीकी रेलवे स्टेशन गुवाहाटी है। गुवाहाटी से भालुकपोंग की दूरी 215 कि.मी. है। इसके अलावा डिब्रूगढ़ रेलवे स्टेशन से भी भालुकपोंग पहुँच सकते हैं। डिब्रूगढ़ से भालुकपोंग 350 कि.मी. दूर है।
3. सथोडी जलप्रपात
कर्नाटक के कन्नड़ जिले में कई वाटरफाॅल ऐसे हैं जिनका कोई नाम नहीं है। ऐसी ही बेनाम धाराओं से बना एक वाटरफाॅल है, सथोडी जलप्रपात। सथोडी वाटरफाॅल सिरसी के पास स्थित है, जो येलापुर से 32 कि.मी. दूर है। सथोडी वाटरफाॅल देखने का सबसे अच्छा टाइम सर्दियों में होता है।
कैसे पहुँचे?
सथोडी वाटरफाॅल जाने के लिए सबसे निकटतम एयरपोर्ट डाबोलिम है और सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन कुमता है। अगर आप सड़क मार्ग से आ रहे हैं तो येलापुर पहुँचिए। ये वाटरफाॅल येलापुर से 32 कि.मी. है। बैंगलोर से येलापुर की दूरी 535 कि.मी. है और कुमता से दूरी 72 कि.मी. है।
4. कल्पा
हिमाचल प्रदेश में कई जगहें ऐसी हैं जो खूबसूरत हैं लेकिन उनके बारे में ज्यादा लोग जानते नहीं हैं। ऐसा ही एक छोटा-सा शहर है, कल्पा। कल्पा हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में स्थित है। कल्पा जाएँ तो देखने के लिए रेकॉन्ग पियो, कोठी, सांगला वैली, रीबा, नाको, ताबो, काजा और कम्बर जैसे खूबसूरत डेस्टिनेशंस है।
कैसे पहुँचे?
कल्पा ट्रांसपोर्ट से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। अगर आप फ्लाइट से जा रहे हैं तो सबसे निकटतम एयरपोर्ट शिमला में हैं। शिमला एयरपोर्ट से कल्पा की दूरी 267 कि.मी. है और सबसे नज़दीकी रेलेवे स्टेशन शिमला जंक्शन है, जहाँ से कल्पा की दूरी 244 कि.मी. है। इसके अलावा आप सड़क मार्ग से जा सकते हैं। आप पोवारी से कल्पा वाले रूट से जा सकते हैं। इसके अलावा मनाली-रोहतांग दर्रा-कुंज़म दर्रा-काज़ा रूट से भी कल्पा पहुँच सकते हैं। शिमला और रामपुर से कल्पा आप बस और टैक्सी से भी जा सकते हैं।
5. साइलेंट वैली नेशनल पार्क
केरल, देश के सबसे खूबसूरत जगहों को खजाना, जहाँ जाना हर किसी का सपना होता है। केरल के पलक्कड़ जिले में साइलेंट वैली नेशनल पार्क है, जो नीलगिरी की पहाड़ियों पर स्थित है।
कैसे पहुँचे?
अगर आप यहाँ ट्रेन से जाना चाहते हैं तो सबसे नज़दीकी रेलवे स्टेशन पलक्कड़ जंक्शन है जो साइलेंट वैली नेशनल पार्क से 80 कि.मी. दूर है। रेलवे स्टेशन से आप मन्नारकाड और मुक्कली होते हुए पलक्कड़ रेलवे स्टेशन पहुँच सकते हैं।
अगर आप फ्लाइट से यहाँ आना चाहते हैं तो सबसे निकटतम एयरपोर्ट तमिलनाडु का कोयंबटूर एयरपोर्ट है। कोयंबटूर से पलक्कड़ की दूरी 53 कि.मी. है। एयरपोर्ट से आप कार, बस या टैक्सी से पलक्कड़ पहुँच सकते हैं।
6. भंडारदारा
भंडारदारा भारत के पश्चिमी घाट पर एक खूबसूरत गाँव है। जहाँ आप वीकेंड पर जाएँ तो बहुत सुकून मिलेगा। ये गाँव महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में है, जो मुंबई से लगभग 185 कि.मी. दूर है।
कैसे पहुँचे?
मुंबई से 185 कि.मी. की दूरी पर बसा ये गाँव, पुणे से भी उतनी ही दूरी पर है। भंडारदारा को ट्रेकर्स के लिए जन्नत माना जाता है। मुंबई से आप इगतपुरी होते हुए कलसुबाई के तलहटी से होते हुए बाड़ी गाँव से भंडारदारा पहुँच जाएँगे। अगर आप पुणे से आ रहे हैं संगमनेर के रास्ते यहाँ पहुँच सकते हैं। यहाँ पहुँचने के लिए सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन इगतपुरी जंक्शन है।
7. मेचुका
चीन और भारत की सीमा को बाँटती मैकमोहन लाइन से 29 कि.मी. दूर एक वैली है, मेचुका। मेचुका अरुणाचल प्रदेश के सियाग जिले में स्थित है।
कैसे पहुँचे?
फ्लाइट सेः मेचुका से सबसे नज़दीकी एयरपोर्ट असम के डिब्रूगढ़ में मोहनबाड़ी एयरपोर्ट है। मोहनबाड़ी एयरपोर्ट से मेंचुका की दूरी लगभग 385 कि.मी. है। एयरपोर्ट से आप टैक्सी बुक करके मेंचुका पहुँच सकते हैं।
ट्रेन सेः अगर आप ट्रेन से मेचुका आना चाहते हैं तो सबसे नज़दीकी रेलवे स्टेशन छापरी है जो मेचुका से लगभग 134 कि.मी. की दूरी पर है। रेलवे स्टेशन से आप मेचुका टैक्सी बुक करके पहुँच सकते हैं।
सड़क मार्ग सेः मेचुका सड़क मार्ग से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। मेचुका आप बस या टैक्सी से जा सकते हैं। अगर आप खुद की गाड़ी से जा रहे हैं तो एसयूवी मेचुका जाने के लिए सबसे अच्छा रूट है। रास्ते में बहुत कम पेट्रोल-पंप है, इसलिए अपनी टंकी फुल करके चलना चाहिए।
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