
फ़िलहाल किसी तरह की गैर जरूरी यात्रा ना करें।
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रोचक जानकारी
पराशर झील , मेरा अपना घर स्वयं मंडी शहर से महज 90 किलो मीटर दूरी पर कांगड़ा शहर मे है मैं खुद पहली बार इस जगह आया हू। बचपन मे सुना तो बहुत था इस जगह के बारे में। पर आने से मैं भी अपने आप को रोक नहीं पाया और आ गया पराशर झील। पराशर झील , एक मध्यम ऊंचाई वाली झील है जो भारत में हिमाचल प्रदेश में मंडी से 22.5 किमी दक्षिण-पश्चिम में मंडी जिले के पहाड़ों में स्थित है। जरुर पधारे और प्राकृतिक का आनंद लिजिए






इतिहास
ये जगह घुमने और आस्था रखने बालों के लिए आकर्षण का केंद्र है। पराशर झील” जिसमें लगभग 300 मीटर की परिधि है। इसमें एक तैरता द्वीप है, इसका स्वच्छ पानी इस सुंदर स्थान के आकर्षण में जोड़ता है। परंपरागत रूप से, ऐसा माना जाता है कि झील का गठन ऋषि पराशर द्वारा रॉड (गुर्ज) के हमले के परिणामस्वरूप किया गया था
यहां प्रकृति का अपना ही नियम और कानून रहता है जो किसी स्वर्ग से कम नहीं।
पास के गांव बालो के मुताबिक,
अभी अभी कोरोना काल में इस झील मे कुछ बदलाव भी देखने को मिले है जो किसी भविष्य में छिपे सत्य को उजागर होने जैसा प्रतीत करवाती हुई दिखाई देती है.
यहां कई ऐसे राज और पहलू छिपे हुए हैं जो आपको भी यहां आकर स्वंय देखने चाहिए।
यहां आए कैसे
यहां आने के लिए आपको मंडी शहर से आना पड़ेगा। मंडी शहर से पराशर की दूरी मात्र 24 किलोमीटर है। इस मन्दिर तक पहुँचने के लिए आपको कुछ किलोमीटर चलना पड़ेगा। और कुछ पैदल चलने का अपना ही मज़ा है। आइए और प्राकृति का नज़ारा लीजिए।
तो मित्रों मिलते हैं ऐसी ही मेरी एक और आने वाली रोमांचकारी और आकर्षक के तथ्यों से भरी अगली जानकारी के लिए। तब तक बने रहने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यावाद।
जय भारत


























