गुजरात के उत्तर पूर्व में राजस्थान बार्डर के पास साबरकांठा जिले में पोलो फोरेस्ट एक अद्भुत जगह है| पोलो फोरेस्ट कुल 400 किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है| पोलो फोरेस्ट में आप घने जंगल, नदी, डैम और ईतिहासिक मंदिरों को देख सकते हो| मुझे भी 1 अकतूबर 2022 को पोलो फोरेस्ट की यात्रा करने का मौका मिला| अक्सर मेरी गुजरात की यात्राएँ राजकोट से शुरू होती है | इस बार भी पोलो फोरेस्ट की यात्रा राजकोट से ही शुरू हुई | 30 सितम्बर 2022 को मैं रात को 10 बजे गुजरात रोडवेज की बस से अगले दिन सुबह 1 अकतूबर 2022 को उत्तर पूर्व गुजरात के शहर हिम्मत नगर पहुँच गया| हिम्मत नगर गुजरात के साबरकांठा जिले का मुख्यालय है | पोलो फोरेस्ट के सबसे करीबी शहर भी है | हिम्मत नगर में ही उत्तर गुजरात बिजली विभाग में मेरा प्रिय मित्र तेजस मोदी आफिसर लगा हुआ है| तेजस भाई से मेरी पहले बात हो गई थी पोलो फोरेस्ट जाने के लिए| मैं सुबह हिम्मत नगर पहुँच कर तैयार होकर तेजस भाई के आफिस में पहुँच गया| कुछ देर बातचीत करके मैं और तेजस भाई गाड़ी लेकर पोलो फोरेस्ट घूमने के लिए निकल गए| हिम्मत नगर से ईडर होते हुए दोपहर को एक होटल में लंच करके हम विजयनगर की तरफ रवाना हो गए| हिम्मत नगर से पोलो फोरेस्ट की दूरी 70 किमी के आसपास है| तेजस भाई बिजली विभाग में आफिसर है और हम विजयनगर पहुँच कर वहाँ के सब सटेशन बिजली घर को चैक करने के लिए पहुँच गए| वहाँ के अधिकारियों ने हमारा सवागत किया चाय पानी पीकर कुछ समय वहाँ बिता कर हम विजयनगर से पोलो फोरेस्ट की ओर बढ़ने लगे | विजयनगर से पोलो फोरेस्ट जाते समय एक बैरीयर को पार करते हुए हम पोलो फोरेस्ट में प्रवेश कर गए|
पोलो शब्द का अर्थ होता है द्वार ( गेट) | पोलो फोरेस्ट में अंदर जाने के बाद ही हवा का रुख बदल गया| दोपहर की गर्मी में ठंडी हवाओं ने हमारा सवागत किया| सड़क के दोनों तरफ छांवदार बड़े बड़े पेड़ लगे हुए थे| शहरों की भीड़भाड़ से दूर सकून वाली फीलिंग आ रही थी | जंगल में बिलकुल शांति थी| सड़क भी खाली थी | एक जगह पर पोलो फोरेस्ट का लिखा हुआ बोर्ड दिखाई दिया| हमने जंगल के बीच सड़क में गाड़ी रोककर जंगल में उतर कर कुदरत के खूबसूरत नजारों का आनंद लिया| सड़क से थोड़ा हटकर घने जंगल को फील किया| फिर पोलो फोरेस्ट के बोर्ड के सामने कुछ फोटोग्राफी की और दुबारा गाड़ी में बैठ कर आगे बढ़ गए| इसके बाद हम मेन रोड से एक छोटी सी सड़क की तरफ मुड़ गए| तेजस भाई अक्सर पोलो फोरेस्ट घूमने के लिए आते जाते रहते हैं इसलिए उन्हें इन रास्तों की अच्छी जानकारी है| थोड़ा आगे चलने के बाद फिर एक बैरीयर को पार करते हुए हम हरनव नदी के ऊपर बने हरनव डैम पर पहुँच गए| घने जंगल के बीच हरे भरे पहाड़ों से घिरा यह क्षेत्र बहुत खूबसूरत लग रहा था| थोड़ी दूर हरे भरे पहाड़ दिखाई दे रहे थे और सामने हरनव नदी के ऊपर बने डैम की वजह से बनी हुई खूबसूरत झील मन मोह रही थी| दोपहर का समय, बिलकुल शांत और कुदरत की गोद में ऐसा लग रहा था जैसे भागदौड़ वाली जिंदगी कुछ पल के लिए इस जगह पर आराम कर रही हैं| इस जगह पर कुछ समय तक रुके| कुदरत के खूबसूरत नजारों का आनंद लिया कुछ तस्वीरें खींची | फिर हम पोलो फोरेस्ट के बीच में बनी पोलो नामक जगह पर पहुँच गए| इस जगह पर थोड़ी चहल पहल दिखाई दी | कुछ दुकानों के साथ ठेले लगे हुए थे मैगी और सनैकस खाने के लिए| यहाँ पर पोलो फोरेस्ट में फोरेस्ट रैसट हाऊस भी बना हुआ है| यहाँ सामने नदी जंगल के बीच खूबसूरत दृश्य पेश करती है| इसी नदी को पार करने के बाद जंगल के बीच चलने के बाद एक शानदार मंदिर बना हुआ है| हम भी वहाँ जाना चाहते थे लेकिन पिछले साल दो साल से उस मंदिर में मुरम्मत का काम चल रहा है| जिस वजह से मंदिर बंद है और आप वहाँ नहीं जा सकते| पोलो फोरेस्ट में दो तीन पुराने मंदिर बने हुए हैं| इसके आगे हम थोड़ी दूर शिव शक्ति मंदिर को देखने के लिए पहुँच जाते हैं| इस मंदिर की भी मुरम्मत हो रही है लेकिन घने जंगल के बीच बने इस मंदिर की मूर्ति कला आपको मंत्रमुग्ध कर देगी| मैंने इन खूबसूरत मूर्ति कला को अपने मोबाइल के कैमरे में कैद कर लिया| फिर हम पोलो फोरेस्ट में आभापुर गाँव के पास बने हुए ईतिहासिक शरणेश्वर मंदिर पहुँच जाते हैं| यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है| यह भवय मंदिर है | हमने इस मंदिर के दर्शन किए| ऐसा कहा जाता है इन मंदिरों को ईदर के राजाओं ने बनाया और विजयनगर को अपनी राजधानी बनाया| मुगलों ने इन ईतिहासिक मंदिरों को काफी नुकसान पहुंचाया| सरकार अभी इन पुरातन धरोहरों को संभालने का काम कर रही है| इस जगह को देखकर हम पोलो फोरेस्ट से बाहर निकल कर दुबारा मेन रोड़ पर चढ़ते हुए हिम्मत नगर की तरफ बढ़ गए|
कैसे पहुँचे- पोलो फोरेस्ट जाने के लिए आपको अहमदाबाद आना होगा जो यहाँ से 170 किलोमीटर दूर है, जिला मुख्यालय हिम्मत नगर पोलो फोरेस्ट से 70 किमी दूर है| यहाँ रहने के लिए बहुत कम सुविधाएं हैं हालांकि अब पोलो फोरेस्ट के आसपास कुछ होटलों का निर्माण हो रहा है| घूमने के लिए भी आपको यहाँ अपने साधन पर आना होगा| अगर आप शहरों की भीड़भाड़ से घने जंगल में यात्रा करने चाहते हो तो पोलो फोरेस्ट एक अच्छा विकल्प है|