यात्रा की अनोखी मिसाल: ये कपल बिना फ्लाइट लिए पूरी दुनिया ट्रैवल कर रहा है!

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Photo of यात्रा की अनोखी मिसाल: ये कपल बिना फ्लाइट लिए पूरी दुनिया ट्रैवल कर रहा है! by Rishabh Dev

अगर आप किसी चीज़ या किसी खास के प्यार को पाना चाहते हैं तो आप पागलपन की किसी भी हद तक चले जाते हैं। ये आपको भीड़ से अलग करती है। जब हमने मार्गो और जूलियन की यात्रा को देखा तो लगा कि पागलपन हो तो इस हद का। इस फ्रांसीसी कपल ने दुनिया को एक साथ देखने के लिए अपनी अच्छी-खासी नौकरी छोड़ दी। जिस तरह से बाकी लोग दुनिया को देखने निकलते हैं, इस कपल ने वो तरीका छोड़कर कुछ अलग तरीके से दुनिया देखने निकले।

वे पर्यावरण को लेकर काफी जागरुक थे और इसलिए उन्होंने दुनिया घूमने के लिए फ्लाइट से ट्रैवल नहीं करने का मन बनाया। लेकिन आपको दुनिया घूमना हो और फ्लाइट ना लें, ये आश्चर्य भी है और नामुमकिन जैसा है। आखिर उन्होंने ये कैसे किया? इसका सबसे अच्छा जवाब वो फ्रांसीसी कपल ही दे सकता था। हमने मार्गो और जूलियन से उनकी यात्राएँ, मुश्किलों और आगे के प्लांस के बारे में बात की।

1- मार्गो और जूलियन, आपने ट्रैवल के आइडिया को पूरी तरह से बदल दिया और एक नए लेवल पर ले गए। सबसे पहले, आप दोनों में से किसे ये आइडिया आया था कि बिना फ्लाइट के पूरी दुनिया घूमी जाए? बहुत-से लोग तो बिना फ्लाइट के विदेश जाने के बारे में सोच भी नहीं सकते।

हम दोनों का हमेशा से वर्ल्ड टूर करने का मन था लेकिन फिर हम अपने काम और बिजी लाइफ में फंस गए। फिर कुछ ऐसा हुआ कि हम एक दिन नौकरी छोड़ दी। उसके बारे में हम बाद में बात करेंगे। अब हमारे पास पैस कम था लेकिन समय बहुत था। हम दोनों पूरी दुनिया देखना चाहते थे। हमें ये पता था कि फ्लाइट से बहुत कार्बन निकलता है जिस पर आमतौर पर किसी का ध्यान नहीं जाता। तब हमने डिसाइड किया कि हम बिना फ्लाइट के वर्ल्ड टूर करेंगे। हमने हिचहाइकिंग और लोगों के मिलने की एक यात्रा की शुरूआत की। हम अपनी यात्रा में पर्यावरण का बहुत ध्यान देते हैं।

2- क्या इसके लिए आपको बहुत मनाने की ज़रूरत पड़ी थी? आपकी क्या प्रतिक्रिया थी?

वास्तव में ऐसा कुछ नहीं हुआ था। जूलियन ने मुझसे पूछा, ‘क्या हम अपनी नौकरी छोड़कर पूरी दुनिया घूम सकते हैं?’ मैंने एक सेकंड के भीतर हाँ कह दिया। मेरे लिए ये एक खूबसूरत प्रस्ताव था।

3. इस यात्रा पर निकलने से पहले आप दोनों ने फुल टाइम जाॅब की। वो क्या था जिसने आपको ये करने पर मजबूर कर दिया?

मैं 27 साल की थी। मास्टर्स करने के बाद लगभग तीन साल तक मैंने कड़ी मेहनत की और भी आगे जाना चाहती थी। ये कामयाबी मुझसे कुछ कीमत भी ले रहा था। मैं बहुत ज्यादा काम कर रही थी जिससे बहुत बोझ लग रहा था। ऐसा लग रहा था कि मेरी कोई पर्सनल लाइफ नहीं है। खासकर जब आप 27 के हो और आपको खुद को बूढ़ा महसूस कर रहे हों। इन सबसे बचने का एक ही तरीका था उस कंपनी को छोड़ना और मैंने वही किया। जूलियन के लिए भी यही क्लिक था। उसने मुझसे कहा, तुम आजडाद हो। हमारे पास ना कोई कर्ज है और ना ही बच्चे हैं। अगर तुम चाहो तो मैं भी नौकरी छोड़कर दुनिया घूमने निकल सकते हैं।

4. मार्गो, जब आप एक फार्मा कंपनी में नौकरी कर रही थीं तब आपको फ्रांस घूमना बहुत पसंद था। इस आइडिया को लेकर कोई आशंका थी, कोई डर और अनिश्चितता?

अपने देश में ट्रैवल करना बहुत अलग है। फ्रांस में जो भाषा बोलती थी उसे लगभग हर कोई समझता था। लेकिन जब आप दूसरे देश में जाते हैं, जहाँ के लोग आपके जैसी भाषा नहीं बोलते हैं तो बात करने में दिक्कत आती है। उनके हाव-भाव और सोचने के तरीके अलग हो सकते हैं। शुरू में हमारे लिए ये थोड़ा डरावना था। लेकिन हमने जल्दी ही इन चीजों को पकड़ लिया और चीजें सही होने लगीं।

5. क्या आपकी यात्राएँ स्पाेंसर्ड होती हैं या आप इसे खुद ही मैनेज करते हैं?

हमें इस पर गर्व है कि हमारे पास कोई स्पाेंसर नहीं हैं और ना ही हम चाहते हैं। बेशक जब हम इंटरनेट पर कुछ डालते हैं खासकर इंस्टाग्राम पर, तो कुछ डील मिलती हैं। ये बहुत आसान होता है और लुभाता है लेकिन हमें लगता है कि हम इसमें फंस गए तो हमारी आज़ादी कम हो जाएगी। हम उन घुमक्कड़ों पर विश्वास नहीं कर पाएँगे जो फुल टाइम ट्रैवल को एक संभावना के रूप में देखते हैं।

हम अपने ब्लाॅग का इस्तेमाल ये समझाने के लिए भी करते हैं कि हमें स्पाेंसर्स की ज़रूरत नहीं है। अगर हम कभी किसी के साथ पार्टनरशिप करते भी हैं अपनी शर्तों पर करते हैं। हम लिखने और शेयर करने के लिए आज़ाद रहते हैं। हम अपने पाठकों के साथ पूरी तरह से पारदर्शिता बरतते हैं।

6.  ये सवाल घूमने के शौकीन लोगों का हो सकता है कि आप अपने सफर के लिए पैसे कैसे जुटाए? तो क्या नौकरी छोड़ने के बाद दुनिया घूमनी चाहिए? जुनून एक अलग चीज हैं लेकिन दुनिया घूमना महंगा है या नहीं?

यात्रा करने से पहले हमारे पास कुछ बचत थी, जिससे हमें एक घर खरीदना था। अब तक हम ट्रैवल के लिए उसी बचत पर निर्भर हैं लेकिन वो हमेशा के लिए नहीं है। इसलिए हम बजट ट्रैवलिंग करते हैं। जब हम रोड पर होते हैं तो बहुत कम खर्च करते हैं। हम अपने खाने, वीज़ा और कभी-कभी ट्रैवल पर खर्च करते हैं।

हम अनुभव से बता रहे हैं कि इसके अलावा दूसरे विकल्प भी हैं। जैसे कि आधा दिन काम करना, उसके बदले तीन टाइम का खाना और रहने की जगह मिल जाती है। हम सभी प्रकार के काम कर लेते हैं- खेती, बच्चे संभालना, हाॅस्टल का काम, प्रबंधन आदि। इसके अलावा जूलियन ऑनलाइन फ्रेंच और अंग्रेजी सिखाता है। कुछ इन तरीकों से हम यात्रा करते हैं और बहुत कम खर्च करते हैं। हम लगभग हर रोज 3 डाॅलर ही खर्च करते हैं। इन तरीकों से हमारी यात्रा मैनेज हो जाती है।

7. अगर किसी को ट्रैवल करना पसंद है लेकिन तब फ्लाइट ना लेने का मतलब है किसी जगह पर पहुँचने में अधिक समय लगना। फ्लाइट से जाते तो उस जगह को अच्छे से एक्सप्लोर कर पाते। क्या कभी ऐसा सोचा की ज़्यादा दूरी के लिए फ्लाईट ले लें?

पहले आपके पहले सवाल का जवाब! ये कागज़ पर एक प्रकार से सच है लेकिन हकीकत से दूर है। क्योंकि फ्लाइट से आप एक बड़े शहर से दूसरे बड़े शहर के एयरपोर्ट जाते हैं। ज्यादातर एयरपोर्ट शहर से दूर बने होते हैं। जबकि आप सड़क या समुद्री रूट से जाते हैं तो ऐसी जगहों को देख पाते हैं जो बहुत लोग नहीं देख पाते हैं। ये आपको बहुत कुछ खोजने में मदद करता है।

अब आपके दूसरे सवाल पर आते हैं! हमने अपनी यात्रा को कभी अपवाद बनने ही नहीं दिया। अगर आप अपनी यात्रा की अच्छे से प्लानिंग करते हैं और सब कुछ जाँचकर चलते हैं तो बिना फ्लाइट के भी सब कुछ मुमकिन है। हमारे लिए अपवाद तभी होता है जब हमें फैमिली मीटिंग के लिए जाना होता है।

8. आप जो पर्यावरण को लेकर कर रहे हैं वो वाकई सराहनीय है लेकिन क्या आपने कभी महसूस किया है कि ये प्रोसेस बहुत धीमा है? अभी भी बहुत सारे हवाई जहाज आसमान में उड़ रहे हैं और आपकी कोशिश को बेकार कर रहे हैं?

हो सकता है आप जो कह रहे हैं वो सच हो लेकिन बहुत से लोग पर्यावरण को लेकर जागरूक हो रहे हैं और कार्बन को कम करने की कोशिश कर रहे हैं। हम अपने आपको अकेला महसूस नहीं करते। और जैसा कि वो कहते हैं, ‘एक गरीब आदमी को खिलाने के लिए एक मछली दें और वह एक दिन खाएगा। उसे दिखाएँ कि वह मछली कैसे पकड़ सकता है और वह हमेशा के लिए खुद को खिला पाएगा।’ हम लोगों को कोई नैतिक सबक नहीं दे रहे हैं, हम उन्हें बस बता रहे हैं कि यात्रा करने के ये भी विकल्प हैं।

9. हमें पता चला कि आप दोनों पिछले तीन सालों में कई जगहों पर रहे हैं। हिचकाइकिंग से 60,000 किमी. की यात्रा की और समुद्र में 4,500 किमी. नॉटिकल मील की यात्रा की और 230 से अधिक जगहों पर स्थानीय लोगों के साथ रहे। ऐसी स्थितियों बहुत सारे अनुभव होते हैं। कुछ ऐसे होते हैं जिसमें लगता है, मुझे इसमें शामिल नहीं होना चाहिए। क्या आप ऐसे अनुभवों को शेयर कर सकते हैं?

बेशक हम ऐसी स्थितियों में थे लेकिन हमें कभी उसमें फंसे नहीं। कभी-कभी हम किसी गाड़ी पर चढ़ जाते। जब हमें लगता कि ये सेफ नहीं है तो हम उसे रोककर उतर जाते और दूसरी गाड़ी का इंतजार करते। जब सड़क पार कर रहे होते हैं तब भी बहुत कुछ डरावना हो सकता है। यात्रा हमारे लिए बस जीवन का तरीका है और रिस्क तो हर जगह है।

10. कई लोग ऐसी कहानियों से प्रेरित होते हैं। कई पहले से ही आपको देख रहे हैं। आपकी यात्रा की तीन सबसे महत्वपूर्ण सीख क्या है? जिससे वैकल्पिक यात्रा को बढ़ावा मिले और पर्यावरण के लिए अच्छी हो?

खुद की सुनो, खुद से सवाल करो और वही करो जो तुम्हारा मन करता हो।

जब आप ऐसा करने जा रहे होंगे तो बहुत से लोग आपको ऐसा करने से मना करेंगे। ये वो लोग होंगे जिन्होंने ये अनुभव कभी नहीं किया होगा। आप उनको ना सुनकर रोड पर आते हैं तो आपको जल्दी ही पता चल जाएगा कि आपने सही फैसला लिया है।

बहुत सारे टूरिस्ट हैं जो सेल्फी लेने, फोटों खींचने और अपनी बकेट लिस्ट को पूरा करने में लगे रहते हैं। वे अक्सर उस जगह के बारे में जानना मिस कर देते हैं। उस जगह की हिस्ट्री, लोकल लाइफस्टाइल और परंपराएँ वहाँ की खासियत होती हैं। ये फोटोज़ और जानकारी इंस्टाग्राम पर खूब पसंद की जाती हैं लेकिन आपके लिए मायने रखती हैं वहाँ से सहेजी गई यादें।

 दूसरी सीख ये कि सीखने के लिए तैयार रहें

आप खुद से उन चीजों के बारे में सवाल करें जो आप सीखते आ रहे हैं। उस जगह का इतिहास, संस्कृति और जलवायु के बारे में। आप सच्चाई को दूसरों के दृष्टिकोण से देखने के लिए खुद को खुला रखें।

आखिरी सीख ये कि यात्रा के विकल्प खोजें

आप जब घूमने जाएँ तो फ्लाइट और ट्रेन की जगह लोकल गाड़ियों से यात्रा करें। अगर लंबी दूरी पर ना जाना हो तो ट्रेन और फ्लाइट को अपने से दूर ही रखें। मैं गारंटी दे सकता हूँ कि आप इसमें खूब मजा मजा आएगा, ज्यादा लोगों से मिलेंगे और सबसे बड़ी बात पर्यावरण को अच्छा करने में योगदान दे सकेंगे।

11. ऐसे लाखों लोग हैं जो फुलटाइम जाॅब करते हैं लेकिन दुनिया घूमने का सपना ज़रूर देखते हैं। ऐसे लोग पैसा, टाइम और फैमिली से बंधे हैं। आप ऐसे लोगों से खुद के अनुभव के बारे में क्या कहेंगे?

हमारे पास सिर्फ एक ही लाइफ है। हम तो यही कहेंगे कि इसे पूरी तरह से जियो। अगर ट्रैवल करना आपका सपना है तो आपको इसे ज़रूर पूरा करना चाहिए। हर समस्या का समाधान होता है, कुछ भी असंभव नहीं है। हमारी यात्रा इस बात का सुबूत है कि पैसे की कमी सीमा नहीं है। अगर आप स्वस्थ हैं तो कोई भी यात्रा असंभव नहीं है।

पैसे से ज्यादा कीमत पासपोर्ट की है। हम बड़े किस्मत वाले हैं कि हमारे पास दुनिया का सबसे पावरफुल पासपोर्ट है। जिससे हमें सभी देशों में जाने की परमिशन तो मिल ही जाती है, कई जगह तो फ्री वीज़ा भी मिलता है। जो हमारे खर्च को कम ही करता है। इसलिए अपने पासपोर्ट को अच्छा बनाएँ क्योंकि दूसरे देशों में जाने के लिए सबसे ज़रूरी चीज़ ये है।

13. आखिर में, आप इंडिया की यात्रा कब कर रहे हैं?

अच्छा सवाल! हमें नहीं पता कि हवा हमें वहाँ कब ले जाएगी। लेकिन जैसे ही हमें पता चलेगा कि हम भारत आ रहे हैं आपको ज़रूर बताएँगे।

शाॅर्ट मेंः

आखिरी बार जब आप एयरलाइंस में बैठे हों?

मार्गो- ओह रूकिए...शायद एअरोफ्लोट लेकिन पक्का नहीं है।

आप अक्सर किस कैमरे का यूज करते हैं?

जूलियनः सोनी अल्फा 6500।

फ्रांस में आपकी सबसे अच्छी जगह?

पेरिस।

आपकी पसंदीदा स्पोर्टस टीम?

जूलियनः मेरे कई फेवरेट टीम हैं।

कब आप ऑफिशियल जूलियन के साथ वर्ल्ड टूर के लिए निकले थे?

मार्गो 3 जून, 2016।

आपके पहले होस्ट का नाम?

जूलियनः इटली के टोरिनो में ग्रेटा, हेमल, जियोर्जियो और चियारा।

आप किस देश की यात्रा करने जा रहे हैं?

सरप्राइज!

भविष्य में इलेक्ट्रिक फ्लाइंग मशीन आती हैं तब भी आप ऐसे ही ट्रैवल करेंगे?

जूलियनः शायद हाँ।

ये सब जूलियन और मार्गो की अनोखी यात्रा क बारे में था जिसने हमें बहुत मोटिवेट किया। क्या आपने बिना फ्लाइट के पूरी दुनिया घूमने के बारे में सोचा है? अगर आप भी कुछ अनोखे तरीके से ट्रैवल करते हैं या करना चाहते हैं तो विचारों को कमेंट बाॅक्स में शेयर करें।

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