भगवान शिव की अराधना कर उन्हें खुश करने का अगर कोई सबसे खास दिन है तो वो होगा महाशिवरात्रि का दिन। फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाया जाने वाला ये त्योहार देश की कई जगहों पर बड़ी धूम- धाम और अलग- अलग अंदाज में मनााया जाता है। शिव-पार्वती के मिलन के इस पर्व में पूरी तरह डूबना चाहते हैं तो इस महाशिवरात्रि इन जगहों पर जाने का प्लान बना लें:
1. वाराणसी, उत्तर प्रदेश
महाशिवरात्रि का असली रंग देखने के लिए भोलेनाथ की नगरी से बेहतर जगह शायद ही कोई हो। महाशिवरात्रि के दिन यहां पर सुबह से ही बम-भोले और ॐ नम: शिवाय के जाप के साथ मंदिरों में शिवभक्तों की भीड़ लगने लगती है। लेकिन इस पर्व को सबसे खास बनाती है पूरे शहर में घूमती शिव-पार्वती की बारात। अलग- अलग मंदिरों से निलकते इस जुलूस में भोलेनाथ और मां पार्वती की तरह सजे लोग हिस्सा लेते हैं। श्रृद्धालु इस बारात में भगवान शिव की पसंदीदा भांग पीकर त्योहार का मजा लेते हैं। पूरे शहर में घूम रहे इस जुलूस में सबसे खास है तिलभांडेश्वर मंदिर से शुरू होकर काशी विश्वनाथ मंदिर जाने वाली बारात। तो अगर वाराणसी में हैं, तो इसमें शामिल होना न भूलें।
2. मंडी, हिमाचल प्रदेश
'छोटा काशी' के नाम से मश्हूर मंडी का महाशिवरात्रि महोत्सव, देश ही नहीं बल्कि दुनियाभर में जाना जाता है। यहां पर महाशिवरात्रि के दिन से लेकर अगले 7 दिनों तक अंतर्राष्ट्रीय शिवरात्रि मेले का आयोजन होता है। महाशिवरात्रि के दिन प्राचीन भूतनाथ मंदिर से पूजा अर्चना की शुरूआत कर ढोल-नगाड़ो के साथ भव्य शोभायात्रा निकाली जाती है। माना जाता है 7 दिन तक चलने वाले इस समारोह में मंडी में मौजूद 81 मंदिरों के देवी देवता दर्शन देते हैं।
3. पुरी, ओडिशा
जग्ननाथ मंदिर से लेकर लिंगराज और गुप्तेश्वर मंदिर, ओडिशा में यूं तो कई महत्वपूर्ण शिव मंदिर हैं जो महाशिवरात्री के दिन श्रृद्दालुओं की भीड़ से खचाखच भरे होते हैं। लेकिन इन सब के बीच लोकनाथ मंदिर की खास मान्यता है। माना जाता है मंदिर में मौजूद लिंग खुद भगवान राम ने स्थापित किया था। इस शिवलिंग के दर्शन साल में बस एक बार 'पंकधर एकादशी' यानी शिवरात्रि से एक रात पहले ही किए जा सकते हैं। इसका कारण है कि ये शिवलिंग साल भर प्राकृतिक झरने से आने वाले पानी के नीचे दबा रहता है और सिर्फ शिवरात्रि से कुछ दिन पहले ही इसे बाहर निकाला जाता है।
4. खजुराहो, मध्यप्रदेश
महाशिवरात्रि खजुराहो में मनाए जाने वाले सबड़े महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है। शिवरात्रि के अवसर पर कंदारिया महादेव मंदिर में स्थित शिवलिंग को सफेद, केसरी धोती और मुकुट के साथ दुल्हे की तरह सजाया जाता है। रात पर चलने वाले इस विवाह समारोह के साथ लोग शिव सागर तालाब में डुबकी लगाकर पर्व को मनाते हैं। साथ ही महाशिवरात्रि के आस-पास यहां पर खजुराहो डांस फेस्टिवल का लुत्फ भी उठा सकते हैं।
5. हरिद्वार, उत्तराखंड
महाशिवरात्रि के पावन त्योहार को मनाने के लिए हरिद्वार एक बहतरीन स्थान है। हर की पौड़ी पर गंगा में डुबकी लगाने के लिए यहां हर शिवरात्रि भारी भीड़ उमड़ती है। शाम को होने वाली गंगा आरती और मंदिरों में गुंजते भजन इस त्योहार के असली रंग को सामने ला रखते हैं। हरिद्वार के करीब बसे ऋषिकेश में भी महाशिवरात्रि धूम-धाम से मनाई जाती है। यहां लोग मश्हूर नीलकंठ महादेव मंदिर में जाकर पूरे रीती-रिवाज और मंत्रोच्चारण के साथ होने वाली पूजा का हिस्सा बनते हैं, जिसका अनुभव अपने आप में ही अनोखा है।