लद्दाख भारत की वो खूबसूरत और फ़ेमस जगह है, जहां हर घूमने वाला एक बार नहीं बार-बार जाना चाहता है। और जाए भी क्यों न? लद्दाख का जादू ही कुछ और है। लद्दाख के बारे में बहुत कुछ कहा गया है लेकिन जब तक आप ख़ुद नहीं जाएंगे, वो खूबसूरत एहसास महसूस नहीं कर पाएँगे। खूबसूरत पहाड़ों के नज़ारे, बौद्ध प्रार्थना की मधुर आवाज और शानदार मोनेस्ट्रीज समेत बहुत कुछ है जो आप लद्दाख में देख सकते हैं। समुद्र तल से 9,800 फ़ीट की ऊँचाई पर स्थित लद्दाख और भी सुंदर लगता है, जब आप रोड ट्रिप करते हैं। लद्दाख में रोड ट्रिप करने के लिए आपके पास कम से कम 7 दिन तो होने ही चाहिए। इन 7 दिनों में लद्दाख में कैसे, कहां और क्या देखें? ये हम आपको बता देते हैं। यक़ीन मानिए ये जानकारी आपको लद्दाख यात्रा में बड़ी काम आएगी।
लद्दाख की 7 दिन की रोड ट्रिप लेह से शुरू होगी। इसके लिए आपको लेह पहुँचना होगा। लेह पहुँचने का सबसे आसान तरीक़ा है, फ़्लाइट। आपको दिल्ली समेत कई बड़े शहरों से लेह के लिए फ़्लाइट मिल जाएगी। आप चाहें तो वाया रोड भी लेह पहुँच सकते हैं लेकिन ये आपकी रोड ट्रिप और कठिन बना देगा। अगर आपके पास समय सीमित है तो आपको फ़्लाइट से ही लेह जाना चाहिए।
इनर लाइन परमिट
लद्दाख की 7 दिन की यात्रा में आप ऐसी जगहों पर भी जाएँगे जो बॉर्डर के बहुत पास हैं। ऐसी जगहों पर जाने के लिए इनर लाइन परमिट की ज़रूरत होती। इनर लाइन परमिट के बिना आप इन जगहों को नहीं देख पाएँगे। इनर लाइन परमिट बनवाने के लिए आपको लेह के डीएम ऑफिस जाना पड़ेगा। इसके अलावा आप ऑनलाइन भी इनरलाइन परमिट के लिए आवेदन कर सकते हैं। इनर लाइन परमिट के लिए आपको अपना आवेदन और उसके साथ अपना पहचान पत्र देना होगा। विदेशी यात्रियों को परमिट के लिए वीजा के साथ पासपोर्ट भी देना होता है। परमिट मिलने के बाद आप लद्दाख की सारी जगहों को आराम से देख सकते हैं।
लेह पहुँचने के बाद आप अपने लिए एक होटल खोजें। मेरा सुझाव मानें तो आपको पहले से बुकिंग करके रखनी चाहिए। जिससे आपको कोई परेशानी नहीं होगी। सबसे बड़ी समस्या है कि 7 दिन की रोड ट्रिप करने के लिए साधन का चयन करना। आप इस रोड ट्रिप को कार या बाइक से कर सकते हैं। अगर आप अकेले हैं और पहाड़ों में बाइक चलाने का अनुभव है तब तो आप बाइक से रोड ट्रिप कर सकते हैं। अगर आप ग्रुप में हैं तब तो आपको कार से इस रोड ट्रिप पर जाना चाहिए। इसके लिए आपको 7 दिन के लिए कार को बुक करना पड़ेगा।
पहले दिन लेह पहुँचे। अगर आपने परमिट एडवांस में ले लिया है तो अच्छी बात है और नहीं लिया है तो डीएम ऑफिस जाकर ले लीजिए। आप अपने बुक किए होटल में जाकर सामान रखें और लेह में टहलें। पहले दिन आपको लेह में खूब चलना चाहिए जिससे यहाँ के मौसम की आपको आदत हो जाए। अकेले रोड ट्रिप का प्लान बनाया है तो बाइक रेंट पर लीजिए। ग्रुप में हैं तो 7 दिन के लिए टैक्सी को बुक कीजिए। शाम में आप यहाँ के लोकल मार्केट की सैर कर सकते हैं।
इस रोड ट्रिप के दूसरे दिन आप लेह की आसपास की जगहों पर जा सकते हैं। इसके लिए शाम वैली की यात्रा सबसे बढ़िया रहेगी। आप कारगिल जा सकते हैं और इंडस-जांस्कर नदी का संगम भी देख सकते हैं। दो दिनों की लेह की यात्रा में आपको इस मौसम में रहने की आदत तो हो ही जाएगी। दूसरे दिन की यात्रा में आप लामायुरू मोनेस्ट्री को भी शामिल कर सकते हैं। उसी दिन आपको लेह भी लौटना होगा।
लेह की असली रोड ट्रिप यहीं से शुरू होती है। आपको सुबह-सुबह अपनी यात्रा पर निकल जाना चाहिए। रोड ट्रिप का पहला स्टॉप खारदुंग ला में होगा। लेह से खारदुंग ला लगभग 35 किमी. की दूरी पर है। खूबसूरत नज़ारों के बीच से आप आगे बढ़ जाएँगे। खारदुंग ला के बाद आप नुब्रा वैली पहुँच जाएँगे। यहाँ पर कई जगहें हैं जहां आप ठहर सकते हैं। अगर आप टाइम पर पहुँच जाते हैं तो डिस्किट में मोनेस्ट्री देख सकते हो और ऊँट की सवारी भी की जा सकती है। रात आपको नुब्रा वैली में ही गुज़ारनी होगी।
सफ़र के चौथे दिन आप पैंगोंग लेक के रास्ते आगे बढ़ेंगे। आप पहले खालसार पहुँचेंगे और फिर वहाँ से अघम। अघम से आपको श्योम गाँव की तरफ बढ़ना होगा। कुछ देर में आप डुरबुक पहुँच जाएँगे। वहाँ से तांगत्से होते हुए सीधे पैंगोंग झील पहुँच जाएँगे। नुब्रा घाटी से पैगोंग पहुँचने में 5-6 घंटे का समय लगेगा। पैंगोंग लेक के खूबसूरत नज़ारे को घन्टों देख सकते हैं। आप यहाँ पर कैंपिंग भी कर सकते हैं। इसके अलावा आसपास कई गाँव हैं जहां आपको ठहरने के लिए होमस्टे और गेस्ट हाउस मिल जाएँगे।
इस रोड के पाँचवें दिन आपको पैंगोंग से लेह के लिए वापस लौटना होगा। पैंगोंग से आप चांग ला पास होते हुए लेह जा सकते हैं। चांग ला पास दुनिया की तीसरी सबसे ऊँची मोटरेबल रोड है। रास्ते में आप थिकसे मोनेस्ट्री को देख सकते हैं। पाँचवें दिन पर आप उसी जगह पर पहुँच जाएँगे। जहां से आपने लद्दाख रोड ट्रिप की शुरूआत की थी।
अगले दिन आपको लेह से त्सो मोरीरी की यात्रा करनी होगी। ये अब तक की सबसे लंबी यात्रा होगी इसलिए आपको जल्दी लेह से निकलना पड़ेगा। सबसे पहले आप लेह-मनाली हाईवे से उप्शी पहुँचिए और करजोक होते हुए चुमथांग का रास्ता पकड़ लीजिए। इस दौरान आपको रास्ता बेहद कठिन और ख़राब मिलेगा। लेह से त्सो मोरीरी लेक पहुँचने में 7-8 घंटे का समय लगेगा। इस खूबसूरत लेक को देखने के बाद रात आपको त्सो मोरीरी में ही गुज़ारनी पड़ेगी त्सो मोरीरी में ठहरने के कई ठिकाने हैं जहां आप आराम करने के लिए रूक सकते हैं।
ये आपके सफर का आख़िरी दिन होगा। सुबह उठकर सबसे पहले त्सो मोरीरी झील का सुंदर नज़ारा देखें और फिर लेह के लिए निकल पड़िए। आपको किसी भी हालत में शाम 4 बजे तक लेह पहुँच जाना चाहिए। लेह में आप कुछ घंटे टहल सकते हैं और फिर नींद की आग़ोश में जा सकते हैं। अगले दिन लेह से फ्लाइट पकड़कर वापस अपने घर जा सकते हैं। कुछ इस तरह से आपकी 7 दिन की लद्दाख रोड ट्रिप पूरी होगी।