मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर से लगभग 70किमी. दूर मुरैना जिले के सिहोनिया में स्थित ककनमठ मंदिर का निर्माण कच्छपघात वंश के राजा कीर्तिराज ने कराया था। उनकी रानी ककनवती भगवान शिव की अनन्य भक्त थी। उन्ही के कहने पर इस मंदिर का निर्माण हुआ था।
चूने गारे का नही हुआ है उपयोग -
इस मंदिर की विशेषता यह है कि लगभग 100 फीट ऊंचे इस मंदिर को पत्थर के ऊपर पत्थर रख कर बनाया गया है और कहीं भी चूने और गारे का उपयोग नही किया गया है।
यही बात इस मंदिर को विशेष बनाती है कि इतने वर्षों से प्राकृतिक आपदाओं का सामना करते हुए आज भी यह मंदिर गर्व के साथ खड़ा है।
काम अधूरा छोड़कर चले गए थे भूत -
इस मंदिर के बारे में एक किवदंती यह भी है कि इसे भूतों ने एक रात में बनाया था, लेकिन इसे बनाते- बनाते सुबह हो गयी और भूतों को काम अधूरा छोड़ कर जाना पड़ा।
आज भी इस मंदिर को देखने पर यही लगता है कि इसका निर्माण अधूरा है।
ऐसे पहुँचे यहाँ -
सिहोनिया गांव ग्वालियर से करीब 70किमी. की दूरी पर स्थित है। इस स्थान पर पहुँचने के लिए भिंड और मुरैना दोनों ही मार्गों का उपयोग कर सकते हैं। इस स्थान पर आप सोमवार के दिन जा सकते हैं, इसकी वजह यह है की सोमवार को यहाँ दूर दराज से बड़ी संख्या में लोग आते हैं।
कैसा लगा आपको यह आर्टिकल, हमें कमेंट बॉक्स में बताएँ।
बांग्ला और गुजराती में सफ़रनामे पढ़ने और साझा करने के लिए Tripoto বাংলা और Tripoto ગુજરાતી फॉलो करें