
जी हाँ दोस्तों मैं बात कर रहा हूँ शहर से 15 किमी दूर स्तिथ नाहरगढ़ के इस किले की। हम लोग सुबह 11 बजे के करीब घर से कार लेकर किले की ओर रवाना हुए। दोस्तो किले का रास्ता शहर के बिचो बीच होकर जाता है तो रास्ते में ही आपको जयपुर दर्शन हो जायेंगे। हवामहल, जौहरी बाज़ार इस शहर की सुंदरता में जैसे चार चाँद लगाये आपके स्वागत में जैसे खड़े होंगे । पूरा बाज़ार ही आपको गुलाबी रंग में ही रंगा हुआ मिलेगा, राजस्थानी पहनावा, खान पान और यहाँ की संस्कृति आपको दिखायी देगी, लगेगा कि जैसे बस इस शहर को अपनी आंखो में समा लूं और जैसे ही आप इस शहर को पार करते है तभी जल महल आपको अपनी ओर बुलाता नज़र आयेगा, हम भी खुद को रोक ना सके और जल महल के कुछ दृश्य हमने अपने कैमेरा मे कैद किये। उसके बाद शुरू हुआ सफर किले की ओर। रोमांचित कर देने वाली इस रोड़ ट्रिप नें हिल्ल स्टेशन की याद दिला दी। दोस्तो बता दूँ कि ये किला काफी हाइट पर है और रास्ते काफी घुमावदार है, शुरू मे थोडा डर लगा लेकीन कहते है ना की डर के आगे जीत है। कुछ ही देर में हम लोग किले पर पहुंच गये। काफी लोग वीकेंड़ बनाने आये हुए थे। इतनी उँचाई पर पहुंच कर किले को देखना वास्तव मे रोमांचित कर रहा था। किले को देखकर मन खुश हो गया, ये सचमुच एक भव्य और अद्भूत किला है इसकी उँचाई देखकर लग रहा था की ये एक अभेद्य किला रहा होगा फिर हमने किले की एक छत पर पहुंचे और वहां से जो नज़ारा नीचे की और दिखा वो सचमुच बहुत ही प्यारा। यही वो जगह जहाँ से आप पूरे जयपुर को देख सकते है। चींटी के समान लाखो घर इतने ऊपर से। डर और रोमांच दोनो साथ-2। काफी लोग वहां से सेल्फी ले रहे थे। वहीं निचे भारत का प्रसिद्ध wax म्यूजियम है जहाँ विश्व प्रसिद्ध लोगो के मोम के पुतले है, पास ही रंग दे बसंती फिल्म का शूटिंग पॉइंट है जिसमे आमिर लूज़ कण्ट्रोल वाले सोंग में बियर बॉटल हाथ मे लिये हुए दिखायी पड़ते है। चाय, मैगी, भेल और भी बहुत कुछ आपको खाने मे मिलेगा, रेस्तराँ भी मौजुद है। ये एक पूरे दिन का मजेदार package है, यहाँ आप दो तीन भी रुक जाये तो भी कम है। किसी ने बताया की वहां जंगल सफ़ारी भी थी लेकीन अन्धेरा होने लगा था और हम लोगो घर लौटने का निर्णय लिया। लौटते वक़्त बारिश होने लगी, । कार से पहाड़ की उँचाई से शहर के घरो को देखने पर लग रहा था कि मानो दिवाली मे दिये की तरह जगमगा रहे थे।













