कोरोना महामारी के कारण देश-दुनिया में पर्यटन उद्योग को गहरा झटका लगा है। पूरी दुनिया में पर्यटकों के आने-जाने पर लगी रोक से उनकी अर्थव्यवस्था चरमरा गई है। कोरोना महामारी से पर्यटन उद्योग काफी प्रभावित हुआ है। पहाड़ी राज्य उत्तराखंड में भी पर्यटन उद्योग को काफी नुकसान पहुंचा है। पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों के सामने रोजी-रोटी की समस्या आ खड़ी हुई है। ऐसे में उत्तराखंड सरकार ने पर्यटन से जुड़े राज्य के लोगों को बड़ी राहत दी है। उत्तराखंड सरकार ने लगभग 30 करोड़ रुपये का आर्थिक पैकेज देने की घोषणा की है।
इस आर्थिक मदद से पर्यटन उद्योग से जुड़े करीब 50 हजार लोगों को मदद मिलेगी। इसमें होटलों, रेस्त्रां, खच्चरों या घोड़ों के मालिकों, एडवेंचर टूर ऑपरेटरों, रिवर गाइड्स, राफ्टिंग व एरो स्पोर्ट्स सेवा प्रदाताओं, कुली और साइकिल रिक्शा चालकों को आर्थिक सहायता दी जाएगी।
कोरोना के कारण राज्य में 15 जून तक लॉकडाउन है। पर्यटन गतिविधियां बंद रहने के कारण सरकार ने पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों को राहत देने की कोशिश की है। राज्य कैबिनेट की बैठक में इस बारे में फैसला किया गया। पर्यटन उद्योग से जुड़े करीब पचास हजार लोगों को दो महीने तक ढाई हजार रुपये यानी पांच हजार रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी।
इसके साखथ ही पंजीकृत 303 एडवेंचर टूर ऑपरेटर को 10 हजार की मदद दी जाएगी। रजिस्टर्ड रिवर गाइड को 10 हजार रुपये दिए जाएंगे। वीरचंद सिंह गढ़वाली पर्यटक स्वरोजगार योजना और दीनदयाल उपाध्याय होम स्टे योजना के तहत लिए गए ऋण के ब्याज में छूट देने का फैसला भी लिया गया है। साथ ही लाइसेंस नवीकरण शुल्क में भी छूट की घोषणा की गई है।