'ताज महल की खूबसूरती निहारने के लिए पूरा दिन भी कम है ', अगर आप भी ऐसा ही सोचते हैं और यही करने का प्लान बना रहे हैं, तो चालान देने के लिए तैयार हो जाएँ! दरअसल अब सैलानी अगर ताजमहल में 3 घंटे से ज्यादा का वक्त बिताते हैं तो उन्हें जुर्माना भरना पड़ेगा। इस कदम के पीछे सरकार और पुरात्तव विभाग का मकसद ताजमहल में अवैध प्रवेश रोकना और इसका बेहतर संरक्षण है।
इस टाइम लिमिट को लागू करने के लिए अब ताजमहल के प्रवेश और निकास पर खास गेट लगाए गए हैं और अंदर या बाहर जाने के लिए सिर्फ टोकन का ही इस्तेमाल किया जा सकेगा। अगर आप ताजमहल में 3 घंटे से ज्यादा वक्त बिता कर बाहर निकलने की कोशिश करते हैं तो आपका टोकन काम नहीं करेगा और आपको एक नए टोकन की कीमत जुर्माने के तौर पर देनी होगी। सिर्फ यही नहीं, सैलानियों के टिकट पर दिए गए टाइम के बाद एंट्री लेने पर भी उनकी पुरानी टिकट रद्द कर दी जाएगी और उन्हें नई टिकट खरीदनी पड़ेगी।
टाइम लिमिट और एंट्री- एग्ज़िट का ये नया तरीका पिछले साल, अप्रैल से लागू होना था, लेकिन स्थानिय अधिकारियों और पुरातत्व विभाग के बीच सहमति ना बन पाने से ये लागू नहीं हो पाया और अब इस नए नियम को पूरी तैयारी के साथ उतारा जा रहा है।
जहाँ सैलानी पहले दुनिया के इस अजूबे को सुबह से लेकर शाम तक घूम सकते थे और परिसर में वक्त बिता सकते थे, वहीं अब इस सीमा के तीन घंटे तक सिमटने से देशी और विदेशी सैलानी, दोनों ही नाखुश हैं। उनका मानना है कि सैलानी यहाँ वक्त बिताने के लिए आते हैं और अगर टिकट की उँची कीमत देने के बाद भी उन्हें कम समय मिलेगा तो सैलानियों के मनोबल और टूरिज़म दोनों पर बुरा असर होगा।
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