भारत और भूटान बॉर्डर पर स्थित बंगाल का एक शानदार ट्रेक, जिसके बारे में कम लोगों को पता है

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Photo of भारत और भूटान बॉर्डर पर स्थित बंगाल का एक शानदार ट्रेक, जिसके बारे में कम लोगों को पता है by Musafir Rishabh

पहाड़ों में होना एक अलग ही एहसास होता है। जब भी पहाड़ों का जिक्र आता है तो उसमें हिमाचल और उत्तराखंड का ज़िक्र सबसे पहले आता है लेकिन पश्चिम बंगाल भी पहाड़ के मामले में किसी से पीछे नहीं है। पश्चिम बंगाल में कई पहाड़ी जगहें हैं जो बेहद खूबसूरत हैं। उन्हीं में से एक जगह है, बक्सा। बक्सा पश्चिम बंगाल में स्थित एक इलाक़ा है जो भूटान की सीमा पर स्थित है। इस इलाक़े में ही एक क़िला है जिसे बक्सा फ़ोर्ट के नाम से जाना जाता है। इस क़िले तक पहुँचने के लिए ट्रेक करना पड़ता है। अगर आपको अनछुई जगहों पर जाना पसंद हैं तो पश्चिम बंगाल की इस जगह पर जाना ना भूलें।

Photo of भारत और भूटान बॉर्डर पर स्थित बंगाल का एक शानदार ट्रेक, जिसके बारे में कम लोगों को पता है by Musafir Rishabh

ऐतिहासिक बक्सा क़िला पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार ज़िले के बक्सा टाइगर रिज़र्व में स्थित है। 2,844 फ़ीट की ऊँचाई पर स्थित यह क़िला अलीपुरद्वार शहर से 30 किमी. की दूरी पर स्थित है। पहले यह एक सिल्क रूट मार्ग हुआ करता था। इसके तिब्बत को भारत के साथ जोड़ने का काम भी किया जाता था। तिब्बती के सैकड़ों शरणार्थियों ने इस क़िले को रहने के लिए भी इस्तेमाल किया था।

इतिहास

कहा जाता है कि पहले यह इलाक़ा भूटान में आता था। इसके लिए भूटान और कूच के राजाओं के बीच लंबी लड़ाई हुआ करती थी। आख़िर में 1865 में कूच के राजा ने अंग्रेजों का हस्तेक्षप करने का आमंत्रण दिया। 11 नवंबर 1865 को सिंचुला संधि हुई। जिसमें इस जगह को औपचारिक तौर पर अंग्रेजों को सौंप दिया गया। अंग्रेजों के समय में इस क़िले की संरचना में कुछ बदलाव हुए। 1930 के समय में इस जगह को जेल का रूप भी दिया गया था और कई स्वतंत्रता सेनानियों को यहाँ जेल में रखा गया था। कहा जाता है कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस को भी इस जेल में रखा गया था।

यह क़िला काफ़ी ऐतिहासिक है। इसके अलावा बक्सा क़िला जंगल और पहाड़ों से घिरा हुआ है। इस जगह की ख़ूबसूरती देखकर आप हैरान रह जाएँगे। इस जगह की अच्छी बात यह है कि इसके बारे में कम लोगों को पता है जिससे यहाँ सैलानियों की ज़्यादा भीड़ नहीं मिलती है। यहाँ क़िले को देखने के अलावा जंगल में भ्रमण और कई ट्रेकिंग रूट्स भी हैं जिनको आप कर सकते हैं।

ट्रेक रूट:

बक्सा क़िला

पश्चिम बंगाल के बक्सा क़िले का ट्रेक सांतलाबारी नाम की एक जगह से शुरू होता है। सांतलाबारी से बक्सा क़िला तक पहुँचने की दूरी सिर्फ़ 4 किमी. है। ये पूरा ट्रेक चढ़ाई वाला है इसलिए आपको अपनी मंज़िल तक पहुँचने में समय लगेगा। ये ट्रेक घने जंगलों से होकर गुजरता है जो इस जगह को और भी सुंदर बना देता है। इस जगह की प्राकृतिक सुंदरता आपको मदहोश कर देगी। इस जगह पर चलने पर आपको ठंडक महसूस होगी। अगर आपको बर्ड वाचिंग पसंद है तो आपको कुछ ऐसे दुर्लभ पक्षी देखने को मिलेंगे जो आपने पहले कभी नहीं देखें होंगे।

लगभग 3 घंटे के ट्रेक के बाद आपको एक गाँव मिलेगा, बक्सा सदर बाज़ार। ये बंगाल का एक छोटा-सा गाँव है और यहाँ के लोग भी बेहद सिंपल हैं। इस गाँव से 10 मिनट पैदल चलने पर आप बक्सा फ़ोर्ट पहुँच जाएँगे। बक्सा क़िला आपको कुछ खंडहर जैसा भी लगेगा लेकिन ये क़िला देखने लायक़ है। क़िले को देखने के बाद आप यहाँ के बक्सा हेरिटेज संग्रहालय को भी देखें। इस म्यूज़ियम में आपको इस जगह के बारे में और अच्छे से जानकारी मिलेगी। ये गाँव बेहद खूबसूरत है और आप यहाँ ठहर भी सकते हैं। इस जगह पर कई सारे होमस्टे हैं।

बक्सा टाइगर रिज़र्व

बक्सा क़िले को देखने के अलावा आप यहाँ पर बक्सा टाइगर रिज़र्व की भी सैर कर सकते हैं। ये टाइगर रिज़र्व बक्सा नेशनल पार्क के अंदर स्थित है। बक्सा नेशनल पार्क 760 वर्ग किमी. में फैला हुआ है। इस राष्ट्रीय उद्यान में बाघ, सिवेट, सुअर और हाथी समेत कई जंगली जानवर देखने को मिल जाएँगे। बक्सा टाइगर रिज़र्व की स्थापना 1983 में की गई थी। अगर आप बक्सा क़िला देखने आते हैं तो टाइगर रिज़र्व को भी देख सकते हैं।

लेप्च्खा

बक्सा क़िले को देखने के बाद अगर आपके अंदर और भी रोमांच हो तो बक्सा क़िले के आगे ही एक और ट्रेक है जिसे लेप्चखा ट्रेक के नाम से जाना जाता है। बक्सा फ़ोर्ट से लेप्च्खा 4 किमी. की दूरी पर है। लेप्चखा पाँच पहाड़ी से घिरा हुआ है। यहाँ से आप जो नज़ारा देखेंगे वो आप कभी नहीं भूल पाएंगे। लेप्च्खा के पास में जयंती नाम की एक जगह है, जहां जयंती नदी बहती है। आप इस जगह को भी इस यात्रा में शामिल कर सकते हैं।

कैसे पहुँचे?

बुक्सा क़िला पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार से लगभग 30 किमी. की दूरी पर स्थित है। सबसे नज़दीक में बागडोगरा एयरपोर्ट है और सबसे निकटतम अलीपुरद्वार रेलवे स्टेशन है। यहाँ से बुक्सा क़िला जाने के लिए सबसे पहले आपको सुंतलाबारी पहुँचना होगा। उसके बाद वहाँ से आपको 4 किमी. का ट्रेक करना होगा। इस तरह से आप बुक्सा क़िला की यात्रा कर सकते हैं।

सुझाव:

1- ट्रेक के दौरान अपने साथ पानी की बोतल ज़रूर रखें।

2- ट्रेक के रूट में कोई दुकानें नहीं हैं इसलिए अपने साथ हल्का-फुल्का खाने का सामान भी साथ में रखें।

3- बक्सा बाज़ार में कुछ होमस्टे हैं जिनमें आप ठहर सकते हैं।

4- अपने साथ मेडिसिन किट भी ज़रूर रखें।

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