ये तो हम सब ने सुना है की अगर धरती पर कहीं स्वर्ग है तो सिर्फ कश्मीर में है।कश्मीर का कोना कोना प्राकृतिक सुंदरता से सराबोर है। ऊंचे ऊंचे पहाड़, लम्बे लम्बे देवदार के पेड़ , पहाड़ों से गिरते सुंदर झरने और साफ सुथरे नदियों का पानी अनायास ही हर आगंतुकों को अपनी तरफ आकर्षित कर लेता हैं।यही वजह है कि कश्मीर देश के सबसे पॉपुलर टूरिस्ट स्पॉट में एक है। साल के किसी भी मौसम में आप यहां क्यों न आए आप इसकी खूबसूरती के कायल जरूर हो जायेंगे।
वैसे तो कश्मीर का कोना कोना खूबसूरती की मिशाल है पर अभी भी ऐसी कई जगह है जो पर्यटकों की नजरो से बची हुई है। जहां पहुंच कर आपको ऐसा लगेगा जैसे आप स्वर्ग में है। ऐसी ही एक जगह है बंगस घाटी, जिसे देखकर नॉर्वे के डिप्लोमैट एरिक सोलहीम भी उसकी तारीफ़ किए बिना नहीं रह सके। उन्होंने सोशल मीडिया पर वहां की अपनी यात्रा का एक वीडियो डाला जो सोशल मीडिया पर लाखों बार देखा गया।
जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में मौजूद बंगस घाटी के इस छोटे से वीडियो में कल-कल बहते साफ पानी की धारा, उसके पास खड़े होकर हरी घास खाते घोड़े और हरे-भरे पहाड़ दिखाई दे रहे हैं।इस वीडियो में एरिक सोलहीम ने 'इनक्रेडिबल इंडिया' का कैप्शन दिया हैं। उन्होंने साथ ही में यह भी लिखा कि ये बंगस घाटी जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में है। इस विडियो के जारी होने के बाद एक यूजर ने कमेंट बॉक्स में लिखा, इस खूबसूरत वीडियो को शेयर करने के लिए धन्यवाद सर। कुछ लोग यहां सिर्फ और सिर्फ स्विट्जरलैंड के बारे में सोचते हैं।
इसके अलावा भी बहुत से कॉमेंट इस विडियो पर आए है।एक यूजर ने कमेंट सेक्शन में लिखा, ''कई मोतियों की तरह ये भी महान भारत का एक मोती है।
किसी ने यह भी लिखा की कुपवाड़ा का गेटवे, ये घाटी गुलमर्ग और पहलगाम की तरह ही बेहद सुंदर है लेकिन संस्कृति से संपन्न और भीड़भाड़ से बची हुई है।
बंगस घाटी
यह घाटी जम्मू और कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के उत्तरी क्षेत्र में स्थित एक बहुत ही सुंदर घाटी है।श्रीनगर से इसकी दूरी 150 किलोमीटर है।इसके साथ ही साथ यह घाटी 300 वर्ग किमी पर विस्तारित है।यह घाटी प्राकृतिक हरियाली और जंगली पौधों से भरपूर है।भारत और पाकिस्तान के बार्डर पर होने की वजह से यह जगह आगंतुओ के भीड़ भाड़ से बची हुई है।बंगस घाटी का नाम संस्कृत के दो शब्दों बन (वन) और गस (घास) से मिलकर बना है।यहां पर वनस्पतियों की विभिन्न प्रजातियां और तमाम जीव-जंतु पाए जाते हैं।साथ ही साथ ये घाटी ऊंचे-ऊंचे पहाड़ों के लिए जानी जाती है।यह स्थान कश्मीर के पहलगाम और गुलमर्ग की ही तरह खूबसूरत है। हाल के कुछ सालों में ये लोगों के बीच ऑफबीट डेस्टिनेशन के तौर पर जानी जा रही है।वैसे तो घाटी पूरे साल गुलजार रहती है और आप साल के किसी भी मौसम में यहां आ सकते हैं।लेकिन अगर आप चमकीली घास से पटे पहाड़ों और मैदानों का दीदार करना चाहते हैं तो अप्रैल से सितंबर का महीना सबसे अच्छा है।सर्दियों में यह जगह बर्फ की चादर से ढक जाती है।
बंगस घाटी में क्या करें?
अगर आप एक प्रकृति प्रेमी है तो ये जगह आपके लिए ही है यहां पर आप ट्रेक के माध्यम से प्रकृति के सुंदर नजरो का आनंद उठा सकते है।आप यहां घुड़सवारी का लुफ्त भी उठा सकते है। इसके अलावा आप यहां कैंपिंग भी कर सकते है।यकीन मानिए रात भर हरे भरे मैदान पर लेटकर ऊंची-ऊंची चोटी पर तारो को देखने का अनुभव आपको किसी भी होटल या होमस्टे को छोड़ने पर मजबूर कर देगा।
कैसे पहुंचे बंगस घाटी?
फ्लाइट से: अगर आप वायु मार्ग से यहां जाना चाहते है तो सबसे नजदीकी हवाई अड्डे से श्रीनगर में शेख उल् आलम अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा टर्मिनल है, जो कुपवाड़ा से लगभग 90 किलोमीटर दूर है से जा सकते है।
ट्रेन से: अगर आप ट्रेन द्वारा यहां जाना चाहते है तो कुपवाड़ा से सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन बारामूला है जोकि कुपवाड़ा से 64 किलोमीटर दूर पर है से जा सकते है। वहां से टैक्सी या कैब के माध्यम से आप यहां पहुंच सकते है।
सड़क से: इसके अलावा श्रीनगर से बस या कैब बुक कर भी घाटी पहुँचा जा सकता है।
तो अगर आप भी भीड़ भाड़ से दूर अगर ऐसे ही किसी सुकून भरी जगह की तलाश में है तो इस घाटी को अपनी बकेट लिस्ट में शामिल करना ना भूलें।
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