कश्मीर में जब भी आप जाते है तो सामान्यत: गुलमर्ग ,सोनमर्ग ,पहलगाम,श्रीनगर जैसी प्रसिद्द जगह ही घूमते हैं। अगर आप किसी ट्रेवल एजेंसी के द्वारा भी जाते हैं तो भी मुख्यत: आपको ये चार जगह ही दिखाई जाती हैं।ये जगहे अपने आप में काफी खूबसूरत और टूरिस्ट के बीच में सबसे ज्यादा प्रसिद्द भी हैं।इनमे से श्रीनगर तो सबको आना ही पड़ता हैं ,हाउसबोट का मजा भी केवल यही मिलता हैं। फिर पहलगाम ,पहलगाम सबसे खूबसूरत जगह मानी जाती हैं कश्मीर में। अमरनाथ यात्रा की शुरुवात भी यहाँ से होती हैं एवं यहाँ घूमने को तीन जगहे आरु वेली ,बेताब वेली एवं चंदनवाड़ी भी हैं।
अब अगर आप वहा इन जगहों को घूम लिए तो सोनमर्ग एवं गुलमर्ग जैसी भीड़भाड़ एवं महँगी जगहों की जगह दूधपतरी भी जा सकते हैं जो कि कश्मीर में नए पर्यटन स्थल की तरह विकसित की जा रही हैं। हालाँकि अगर आपको 'जय जय शिव शंकर ,काँटा लगे न कंकर ' वाला प्रसिद्द शिव मंदिर एवं बर्फीली केबल कार राइड (गोंडोला) का आनंद लेना हैं तो गुलमर्ग जाना ही पड़ेगा ,पर अगर आपका बजट कम हैं और आपको सुकून एवं नयी जगह की तलाश हैं तो दूधपथरी एक अच्छा विकल्प हैं। वहा एक परिचित ने मुझे दूधपथरी की टैक्सी एवं उस जगह के लिए अच्छा गाइड कर दिया था। अगले दिन मैंने अपनी पत्नी के साथ सुबह दूधपथरी के लिए एक टैक्सी ली। टैक्सी का भाड़ा 2000 रूपये था जो कि रात तक वापसी श्रीनगर रिटर्न के लिए था।
लोकल लोगो की पहली पसंद यह जगह -
दूधपथरी ,श्रीनगर से करीब 45 किमी की दूरी पर बड़गाम जिले में स्थित हैं।छोटे छोटे कश्मीरी गाँवों एवं खेतों से गुजरते हुए यह सफर करीब 3 घंटे का समय लेता हैं। दूधपथरी से कुछ किलोमीटर दूर से ही घाटियाँ दिखनी चालू हो जाती हैं। रास्ते में घोड़े ,खच्चर ,एप्पल एवं अखरोट से लदे पेड़ ,गिरे एवं कटे हुए बड़े बड़े चीड़ -देवदार के पेड़ सड़क के दोनों तरफ नजर आने लगते हैं। आस पास आवासीय क्षेत्र ना होने एवं ऊंचाई होने से ठंडी हवाएं भी महसूस होने लगती हैं। कुछेक कश्मीरी ग्रामीण बकरियों के झुण्ड के साथ दिखाई देने लगते हैं। दूधपथरी का पार्किंग स्थल काफी बड़ा खुला मैदान हैं। जहाँ गाडी से उतरते ही ,कई लोकल कश्मीरी हाथ में फोटो एल्बम लेकर आपको घेर लेते है।
'सर ,3000 रुपये एक घोड़े का दीजियेगा ,आप दोनों को हम खूब जगह जी भर के दिखायेगा।'
'सर ,दो घोड़े के 5000 दीजियेगा ,राज़ी फिल्म में आलिया भट्ट की शूटिंग वाली जगह दिखाएंगे '
'ये एल्बम देखे,आलिया भट्ट यहाँ आयी थी ,कुल 7 पॉइंट दिखाएंगे ,5 देखने हैं तो थोड़ा कम पैसा दे दीजियेगा '
ऐसे कई डॉयलोग्स से आपके कान गूंजने लग जायेंगे। हालाँकि यहाँ सोनमर्ग ,गुलमर्ग के मुकाबले काफी कम घोड़े खच्चर वाले मिलते हैं। पार्किंग से ही काफी दूर तक फैली हुई घाटी दिखाई देती है। आप चाहे तो खच्चर /घोड़े ले सकते हैं ,जिससे आप घाटी की ज्यादा से ज्यादा जगह घूम सकते हैं। मोलभाव करके आप काफी कम रेट में इनसे डील कर सकते हैं। आप चाहे तो पार्किंग से आगे घाटी की कई जगहों पर अपनी गाडी भी ले जा सकते हैं। आप ट्रेक करके भी कई जगह घूम सकते हैं।
इस घाटी में आप लोकल कश्मीरी लोगो को हर जगह पिकनिक मनाते पाएंगे। असल में ,पर्यटकों की कम भीड़ की वजह से श्रीनगर के लोग यहाँ परिवार के साथ सुकून के पल गुजारते हैं। आप श्रीनगर के किसी भी लोकल आदमी से भी कोई शांत जगह के बारे में पूछोगे तो आपको जवाब में दूधपथरी नाम ही मिलेगा।
ये चीजे आप यहाँ घूम सकते हैं -
हमारे पास समय कम था क्योकि हम सुबह ज्यादा जल्दी यहाँ के लिए नहीं निकल पाए थे और फिर हम दिन में करीब एक बजे यहाँ पहुंचे थे। साथ ही साथ आप जानते ही हैं कि कश्मीर में केवल एयरटेल एवं BSNL की पोस्टपेड सिम ही चलती हैं ,तो हमारे पास हमारे बाइक ट्रिप वाले दोस्तों को ढूंढने के लिए कोई कम्युनिकेशन साधन नहीं था। असल में ,वो सब बाइक ट्रिप से थक गए थे ,वो उन्होंने दोपहर तक सोने का फैसला किया और दिन में हाउसबोट खाली कर सबके लिए नजदीकी होटल में कमरे ढूंढने का जिम्मा ले लिया। अब हम दोनों को शाम को वो होटल भी ढूंढनी थी।इसीलिए कम समय होने के चलते हमने दो घोड़े किये।
हमे 7 पॉइंट्स बताने का वादा उन्होंने किया। कई जगह ज़िग जैग रास्तो से गुजारते हुए ,चीड़ देवदार के वृक्षों के बीच में से गुजारते हुए घाटी की कई अलग अलग जगह हमे घुमाया। हालाँकि सब चीजे एक जैसी ही थी ,नाम अलग अलग वहा के लोकल लोगो ने ही रखे हुए होंगे जैसे -फूलपतरी ,शाही पॉइंट ,खिलानमर्ग आदि आदि। एक जगह रोक कर हमे बताया कि यहाँ राज़ी फिल्म की शूटिंग हुई थी ,लेकिन पता नहीं ऐसा हुआ था भी या नहीं।
सर्दियों में यहाँ काफी स्नो पॉइंट्स भी घूमे जा सकते हैं।यहाँ का अनुभव लगभग वैसा ही हैं जैसा कि सोनमर्ग या पहलगाम की घाटियों में मिलता हैं। लेकिन हां ,बस यहाँ भीड़ काफी कम होने से सुकून मिलता हैं।घाटी के बीच में 2 -3 झोपड़ियां भी बनी हैं जिसमे लोकल लोगो द्वारा बना कश्मीरी कहवा आप पी सकते हैं। सबसे अच्छी जगह यहाँ जो है वो हैं -दूधगंगा नदी पॉइंट। घाटी से थोड़ा निचे उतर कर घने जंगल के बीच कल -कल करके बहती यह नदी यहाँ की सबसे ज्यादा आनंददायक जगह हैं। इसके आसपास कई लोकल शहरी लोग जमीन पर मेट बिछा कर खाना खाते हुए दिख जाते हैं।
खाने पीने के लिए पार्किंग के आसपास ही काफी लोग तम्बुओं में चाय ,कॉफी ,कहवा ,बिस्किट ,मक्के की रोटी बेचते हुए मिल जाएंगे। पार्किंग से घाटी की दूसरी ओर कुछ गेस्ट हाउस भी बने हुए हैं जहाँ आप रात भी रुक सकते है। इस जगह को अब आर्मी द्वारा पर्यटन के लिए भी डेवेलप किया जा रहा हैं। अभी कुछ ही महींने पहले ही यहाँ आर्मी ने एक इवेंट भी किया था ताकि पर्यटकों को इस जगह के बारे में जानकारी मिल सके।
कैसे पहुंचे : श्रीनगर से आसानी से 1500 से 2500 रूपये में टैक्सी मिल जाती हैं।
-ऋषभ भरावा
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