संकू: हर मुसाफिर को करनी चाहिए लद्दाख के गुलमर्ग की यात्रा

Tripoto
Photo of संकू: हर मुसाफिर को करनी चाहिए लद्दाख के गुलमर्ग की यात्रा by Musafir Rishabh

लद्दाख भारत के सबसे खूबसूरत राज्यों में से एक है। हर घूमने वाला एक बार लद्दाख जरूर जाना चाहता है। हर किसी की बकेट लिस्ट में लद्दाख जरूर होता है। कोई लद्दाख तक बुलेट या बाइक से जाना चाहता है तो कोई लद्दाख को अपने कदमों से एक्सप्लोर करना चाहता है लेकिन उससे भी जरूरी है कि आप लद्दाख में किन जगहों पर जाना चाहते हैं। मेरा मानना है कि घुमक्कड़ को ऐसी जगह पर जाना चाहिए, जिसके बारे में कम लोगों को पता हो। लद्दाख की ऐसी ही एक जगह है, संकू। कारगिल से कुछ ही दूरी पर बसा इस कस्बे को लद्दाख का गुलमर्ग कहा जाता है।

Photo of संकू: हर मुसाफिर को करनी चाहिए लद्दाख के गुलमर्ग की यात्रा 1/1 by Musafir Rishabh

कारगिल से 40 किमी. की दूरी पर बसा संकू चारों तरफ से हरे-भरे पहाड़ों से घिरा हुआ है। संकू से नकपोछु और कर्त्से नाम की दो नदियां गुजरती है। इसके अलावा संकू पिकनिक स्पॉट के लिए फेमस है। कहा जाता है कि संकू कस्बा 16वीं शताब्दी में बसाया गया था। यहाँ पर कुछ धार्मिक स्थल भी हैं जिनको देखा जा सकता है। अगर आप कारगिल या लद्दाख आते हैं तो आपको लद्दाख के गुलमर्ग संकू की यात्रा जरूर करनी चाहिए। ये जगह आपको खूबसूरती का अलग नजरिया देगी।

कब जाएं?

संकू लद्दाख की सबसे ठंडी जगहों में से एक है। यहाँ पर सर्दियों में भारी बर्फबारी होती है। रास्ते पूरी तरह से बंद हो जाता है इसलिए सर्दियों में आप यहाँ नहीं आ पाएंगे। इस जगह को एक्सप्लोर करने के लिए सबसे अच्छा समय अप्रैल से सितंबर का है। उस समय मौसम में ठंडक तो रहती है लेकिन चारों तरफ आपको हरियाली ही हरियाली नजर आएगी। गर्मियों में आप आसपास की जगहों को आराम से देख पाएंगे।

कहाँ ठहरें?

संकू कारगिल का एक छोटा-सा कस्बा है। यहाँ पर छोटा-सा बाजार भी है। अगर आप संकू की यात्रा करते हैं तो आपको ठहरने में थोड़ी परेशानी हो सकती है। यहाँ पर रूकने के लिए कम विकल्प हैं इसलिए जो जगह मिले, वहाँ रूक जाइए। इसके अलावा आसपास की जगहों जैसे बास्गो, कारगिल में भी रात गुजार सकते हैं। संकू में आपको बहुत अच्छे होटल नहीं मिलेंगे। ऐसी जगहों पर आपको आराम से ज्यादा जगह को अहमियत देनी चाहिए।

क्या देखें?

1. कर्त्से घाटी

संकू कस्बा जिस जगह पर स्थित है, वो कर्त्से घाटी में आता है। कर्त्से घाटी लद्दाख की सबसे खूबसूरत जगहों में से एक है। हरियाली के बीच खड़े होकर जब दूर तलक बर्फ से ढंकी चोटी दिखाई देगी तो आप भी इस जगह के दीवाने हो जाएंगे। इस वैली में कर्त्से खार गांव भी है। जहाँ पर बुद्ध की 7 मीटर ऊँची एक मूर्ति है। ये मूर्ति सबूत है कि इस जगह पर बौद्ध धर्म को मानने वाले लोग रहा करते थे। कर्त्से घाटी सुरु नदी के महत्वपूर्ण स्त्रोतों में से एक है। आप इस जगह को पैदल ही एक्सप्लोर कर सकते हैं।

2. तरसर लेक

पहाड़ों के बीच किसी झील को देखना वाकई कमाल होता है। ऐसी जगहों पर हर कोई जाना चाहता है। संकू के पास में ही तरासर लेक है। इस झील को तुलियन लेक भी कहा जाता है। ये जगह सबसे फेमस ट्रेकिंग रूट में से एक है। तरसर लेक के चारों तरफ ऊँचे-ऊँचे पहाड़ हैं जो इस जगह को और भी खूबसूरत बनाते हैं। इस जगह पर सुकून और शांति का एहसास होता है। यहाँ घंटों गुजारने के बाद भी जाने का मन नहीं करेगा। कारगिल जाएं तो इस जगह को देखना न भूलें।

3. द्रांग द्रुंग ग्लेशियर

हिमालय से गिरते ग्लेशियर को हर घुमक्कड़ देखना चाहता है। इसके लिए वे कई दिनों के ट्रेकिंग भी करते हैं। संकू से लगभग 40 किमी. की दूरी पर द्रांग द्रुंग ग्लेशियर है। बर्फ से ढंके पहाड़ों को देखना कितना खूबसूरत एहसास होता है, ये आपको इस ग्लेशियर को देखने पर पता चलेगा। संकू की यात्रा में आप द्रांग द्रुंग ग्लेशियर को देख सकते हैं।

4. मुल्बेक

अगर आप प्रकृति प्रेमी के साथ एडवेंचर के शौकीन हैं आप यहाँ ट्रेकिंग भी कर सकते हैं। संकू से मुल्बेक तक का ट्रेक कुल मिलाकर 4 दिन का है। ये ट्रेक लद्दाख के सबसे खूबसूरत रास्तों से होकर गुजरता है। संकू से मुल्बेक का टेक रूसी ला और उंबा ला से होकर गुजरता है। इसके अलावा ये रूट रंगदम से होकर जाता है। अगर आप संकू जाते हैं तो इस ट्रेक को भी कर सकते हैं। इसके अलावा आप संकू की यात्रा में पनिखर, किश्टवर नेशनल पार्क, विशनसर लेक, कृष्णासर लेक और नचनई पास भी देख सकते हैं।

कैसे पहुँचे?

फ्लाइट सेः यदि आप फ्लाइट से आने का प्लान बना रहे हैं तो सबसे नजदीकी लेह एयरपोर्ट है। लेह से संकू की दूरी लगभग 250 किमी. है। यहाँ से आप बस या टैक्सी बुक करके संकू पहुँच सकते हैं।

ट्रेन सेः अगर आप रेल मार्ग से जाना चाहते हैं तो सबसे निकटतम जम्मू तवी रेलवे स्टेशन है। जम्मू तवी से संकू लगभग 520 किमी. की दूरी पर है। यहाँ से बस और कैब से संकू पहुँचा जा सकता है।

वाया रोडः सड़क मार्ग से लद्दाख के संकू तक आराम से पहुँचा जा सकता है। श्रीनगर से लेह और कारगिल के लिए बसें चलती हैं। जिनसे आप संकू आराम से पहुँच सकते हैं। अगर आप खुद की गाड़ी से हैं तब भी आपको संकू पहुँचने में कोई परेशानी नहीं होगी।

क्या आपने कारगिल के संकू की यात्रा की है? अपने अनुभव को शेयर करने के लिए यहाँ क्लिक करें।

बांग्ला और गुजराती में सफ़रनामे पढ़ने और साझा करने के लिए Tripoto বাংলা और Tripoto ગુજરાતી फॉलो करें।

रोज़ाना Telegram पर यात्रा की प्रेरणा के लिए यहाँ क्लिक करें।