शहर की भागदौड़ और रूटीन वाली जिंदगी एक प्वाइंट पर आकर थका देती है। तब हम कुछ वक्त निकालते हैं मशीनी दुनिया से बाहर निकलने के लिए। ये कुछ दिन आपको ताजगी और नई ऊर्जा से भर देते हैं। कोई पहाड़ों का रूख करता है तो कोई अपनी पसंदीदा जगह पर जाता है। यदि आप अपने कुछ दिन शांत और सुकून से बिताना चाहते हैं तो आपको उत्तराखंड के गोपेश्वर जाना चाहिए।
उत्तराखंड अपनी खूबसूरती और तीर्थयात्राओं के लिए जाना जाता है। इसी देवभूमि उत्तराखंड में खूबसूरती का एक बेहद शानदार नगीना है, गोपेश्वर। रूद्रनाथ प्राकृतिक सौंदर्य के मामले में जितना खूबसूरत है, उससे ज्यादा फेमस तीर्थस्थल के लिए है। गोपेश्वर उत्तराखंड के पंचकेदार में से एक है। यहाँ पर भगवान शिव का बेहद प्राचीन मंदिर है। माना जाता है कि इस मंदिर को 9वीं और 11वीं के बीच कत्यूरी राजाओं ने बनवाया था। हरियाली से भरी इस जगह की सैर हर किसी को करनी चाहिए।
गोपेश्वर
उत्तराखंड का गोपेश्वर चमोली जिले में आता है। उत्तराखंड के बाकी जगहों की तरह गोपेश्वर भी पहाड़ों और जंगलों से घिरा हुआ है। गोपेश्वर समुद्र तल से 1308 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। इस जगह का नाम भगवान कृष्ण के नाम पर रखा गया है। गोपेश्वर तुंगनाथ, अनसुया देवी, रुद्रनाथ और बद्रीनाथ मंदिरों से घिरा हुआ है। गोपेश्वर अपने शिव मंदिर के लिए जाना जाता है लेकिन यहाँ पर इसके अलावा भी देखने को बहुत कुछ है।
कैसे पहुँचे?
फ्लाइट सेः यदि आप फ्लाइट से गोपेश्वर जाने की सोच रहे हैं तो सबसे नजदीकी जाॅली ग्रांट एयरपोर्ट है। यहाँ से गोपेश्वर 225 की की दूरी पर है। ये हवाई अड्डा अच्छी तरह से दिल्ली से जुड़ा हुआ है। एयरपोर्ट से आप बस से गोपेश्वर पहुँच सकते हैं या फिर टैक्सी बुक करके भी जा सकते हैं।
ट्रेन सेः अगर आप ट्रेन से गोपेश्वर जाने का प्लान बना रहे हैं ऋषिकेश रेलवे स्टेशन सबसे नजदीकी है। ऋषिकेश से गोपेश्वर की दूरी 205 किमी. है। यहाँ से आप गोपेश्वर बस से या टैक्सी बुक करके जा सकते हैं।
वाया रोडः आप गोपेश्वर वाया रोड जाना चाहते हैं तो आपको कोई दिक्कत नहीं आएगी। रोड अच्छी बनी हुई है, यदि आप खुद की गाड़ी से आना चाह रहे हैं तो आपको परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। यदि आप बस से गोपेश्वर जाना चाहते हैं तो आप बस दिल्ली या उत्तराखंड के किसी शहर से ले सकते हैं।
यह भी पढ़ेंः ₹4500, 6 दिन, 7 जगह: कुछ ऐसे की मैंने उत्तराखंड की बजट यात्रा!
कब जाएं?
वैसे तो पहाड़ हर समय ही खूबसूरत होता है लेकिन आप साफ मौसम में सब कुछ देखना है तो मार्च से मई तक का वक्त सबसे सही रहेगा। अगर आप सर्दियों में आते हैं तो आपको यहाँ पर खूब बर्फ ही बर्फ देखने को मिलेगी। गोपेश्वर उत्तराखंड का सबसे बड़ा कस्बा है। इस शहर की आबादी और ये जगह भी काफी फेमस है। इससे आपको यहाँ पर ठहरने के लिए आपको कोई दिक्कत नहीं होने वाली है। यहाँ पर कई छोटे-बड़े होटल हैं जिनमें आप रूक सकते हैं।
क्या देखें?
1. गोपीनाथ मंदिर
गोपीनाथ मंदिर उत्तराखंड के सबसे फेमस मंदिरों में से एक है। हर साल यहाँ पर हजारों श्रद्धालु आते हैं। ये मंदिर पंच केदार में से एक है इस वजह से भी ये काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। 9वीं और 11वीं शताब्दी में बने इस प्राचीन मंदिर को हर किसी को देखना चाहिए। ये मंदिर उस शैली में बना हुआ जैसे बाकी केदार बने हुए हैं। बाकी मंदिरों से ये अलग दूसरी वजहों से है। गोपीनाथ मंदिर भगवान शिव का इकलौता मंदिर है जहाँ शिवलिंग पर पानी और दूध नहीं चढ़ाया जाता है। अगर आप गोपेश्वर जाते हैं तो गोपीनाथ मंदिर जाना न भूलें।
2- सग्गर
सग्गर गोपेश्वर का एक छोटा-सा लेकिन बेहद खूबसूरत गांव है। उत्तराखंड के गांव जिस प्रकार होते हैं आपको यहाँ पर वैसा ही माहौल देखने को मिलेगा। पहाड़ों और हरियाली वाला सग्गर गांव गोपेश्वर से सिर्फ 5 किमी. की दूरी पर है। इसी गांव से रुद्रनाथ मंदिर का ट्रेक शुरू होता है। रुद्रनाथ उत्तराखंड के सबसे कठिन ट्रेक में से एक है। 22 किमी. लंबा ये ट्रेक सग्गर से शुरू होता है। आप इस गांव को भी घूम सकते हैं और ट्रेक भी कर सकते हैं।
3- चंडिका देवी मंदिर
गोपेश्वर अपने प्राचीन और पौराणिक मंदिरों के लिए जाना जाता है। गोपेश्वर में एक ऐसा ही मंदिर है, चंडिका देवी मंदिर। माना जाता है कि इसी जगह पर चंडिका देवी ने राक्षस महिषासुर का मर्दन किया था। ये जगह उत्तराखंड के 8 सिद्धपीठों में से एक है। 1999 के भूकंप में इस मंदिर को काफी नुकसान हुआ था। जिसके बाद इसका पुननिर्माण हुआ। ऊँचाई पर इसे मंदिर से दूर-दूर तक सिर्फ हरियाली ही हरियाली नजर आएगी। ये खूबसूरती आपका दिल जीत लेगी।
4- पैदल पैदल
माना जाता है कि किसी भी जगह को अच्छे से देखना और समझना है तो आपको उस जगह को पैदल नापना चाहिए। पैदल चलते हुए आप गोपेश्वर की हर गली और सड़क को जान पाएंगे। आपको यहाँ के बारे में अच्छे-से पता चल पाएगा। क्या पता आपको घूमते हुए कुछ ऐसा दिख जाए जो अब तक किसी को न दिखा हो? इस फेमस शहर को भी आपको पैदल पैदल नापना चाहिए। पैदल चलते हुए ही तो हमें ये दुनिया खूबसूरत लगने लगती है।
5- चमोलानाथ मंदिर
गोपेश्वर का ये मंदिर भी काफी पुराना है लेकिन इसके बारे में कम लोगों को पता है। माना जाता है कि चमोली का नाम चमोलानाथ मंदिर के नाम पर पड़ा है। ये मंदिर काफी हद तक गोपीनाथ मंदिर की तरह दिखता है। इसके अलावा गोपेश्वर में अनसुया और मुनि अत्रि का मंदिर है। कुल मिलाकर गोपेश्वर जगह भी बेहद खूबसूरत है और श्रद्धालुओं के लिए भी देखने को बहुत कुछ है। अगर आप गोपेश्वर जाते हैं तो इन मंदिरों को जरूर देखें।
6- आसपास
गोपेश्वर के आसपास बेहद महत्वपूर्ण और खूबसूरत जगह हैं, जहाँ घुमक्कड़ जरूर जाना चाहेगा। आप रुद्रनाथ जा सकते हैं जो गोपेश्वर से सिर्फ 20 किमी. की दूरी पर है। रुद्रनाथ मंदिर के लिए कठिन ट्रेक करना पड़ेगा। आप उत्तराखंड के बेहद खूबसूरत शहर जोशीमठ भी जा सकते हैं। गोपेश्वर से रुद्रनाथ की दूरी 60 किमी. है। गोपेश्वर से तुंगनाथ भी बहुत ज्यादा दूरी पर नहीं है। 40 किमी. दूर तुंगनाथ बेहद खूबसूरत जगह है। ये हर जगह आपको एक अलग अनुभव और एहसास देगी।
क्या आपने उत्तराखंड के गोपेश्वर की यात्रा की है? अपने अनुभव को शेयर करने के लिए यहाँ क्लिक करें।
बांग्ला और गुजराती में सफ़रनामे पढ़ने और साझा करने के लिए Tripoto বাংলা और Tripoto ગુજરાતી फॉलो करें
Tripoto हिंदी के इंस्टाग्राम से जुड़ें और फ़ीचर होने का मौक़ा पाएँ।