लोलाबः कश्मीर की इस अनछुई और खूबसूरत घाटी के नजारे आप भुला नहीं पाएंगे

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Photo of लोलाबः कश्मीर की इस अनछुई और खूबसूरत घाटी के नजारे आप भुला नहीं पाएंगे by Rishabh Dev

ये वादी शहजादी बोलो कैसी हो? क्या अब भी सबसे सुनहरी होती हो। ये लाइन कश्मीर पर आधारित एक मूवी की है। कश्मीर की खूबसूरती को वैसे तो कोई भी कविता बयां नहीं कर सकती है।

कश्मीर की सुंदरता को तो बस एहसास कर सकते हैं। एहसास जो आपको वहाँ होने पर ही समझ आएगा।

कश्मीर को देखने जाने वाले लोग श्रीनगर और गुलमर्ग तक ही सिमट जाते हैं। इन जगहों को तो देखना ही चाहिए इसके अलावा कश्मीर की अंदरूनी और अनछुई जगहों पर जाना चाहिए।

कश्मीर की सही खूबसूरती आपको उन वादियों में लेकर चलेगी। कश्मीर में एक ऐसी ही अनछुई जगह है, लोलाब वैली।

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कश्मीर की लोलाब इतनी खूबसूरत है कि इसे लैंड को लव कहा जाता है। लोलाब घाटी अंडे के आकार की है और नीलम घाटी के पास में स्थित है। कुपवाड़ा से 9 किमी. दूर लोलाब घाटी को देखने के लिए गिने-चुने लोग आते हैं। इस खूबसूरत जगह पर देखने को तो बहुत कुछ है लेकिन एक डर है जो लोगों को यहाँ आने नहीं देता है। इस डर को कोई तोड़ सकता है तो वो घुमक्कड़ी जमात के लोग हैं। जब आप यहाँ आएंगे तो आपको समझ आएगा कि लोलाब घाटी और यहाँ के लोग कितने प्यारे हैं? आपको कश्मीर जाएं तो लोलाब घाटी को देखने जरूर जाएं। लोलाब वैली बारे में शायर इकबाल ने बड़ी खूबसूरती से बयां किया है।

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क्या देखें?

1. चंदीगम

लोलाब वैली में एक खूबसूरत गाँव है, चंदीगम। ये जगह चारों तरफ से पहाड़ों और जंगलों से घिरी हुई है। आपको आसपास चीड़ और देवदार के पहाड़ दिखाई देंगे। हरियाली से भरपूर चंदीगम का नजारा देखकर आपको मजा आ जाएगा। ऐसी जगहों पर ठहरना का मन करता है, कुछ देर बस बैठे रहने का जी करता है। पहाड़ों के साथ जब आप चावल की खेती देखेंगे तो आपका दिल खुश हो जाएगा। हतना हरापन देखने के बाद हर कोई इस जगह को पसंद करेगा। यहाँ पर जम्मू कश्मीर का टूरिज्म का गेस्ट हाउस है, जिसमें आप रूक भी सकते हैं।

2. कलारूस

चंदीगम के बाद कलारूस भी लोलाब का एक प्यारा-सा गाँव है। जहाँ के लोग बहुत अच्छे हैं। ये लोलाब वैली के काफी अंदर पड़ने वाला गाँव है लेकिन खूबसूरती के मायने में सबसे बढ़कर है। शांति प्रकृति के बीच कितना सुकून होता है ये आपको यहाँ आकर समझ आएगा। आप चलते हुए इस गाँव को घूमते हुए पहाड़ी की चोटी पर जा सकते हैं। जहाँ से कलारूस गाँव का बेहद खूबसूरत नजारा आपको देखने को मिलेगा। ऐसी ही जगह तो कश्मीर की सुंदरता को बढ़ाती है। श्रीनगर और गुलमर्ग ऐसी खूबसूरती के मामले में कहीं नहीं टिकेंगे।

3. कालारूस गुफाएं

कालारूस में बेहद रहस्यमयी गुफाएं हैं जिनमें घूमने वाले जरूर जाना चाहेंगे। कुछ स्थानीय लोगों को मानना है कि ये रूस जाने का छिपा हुआ रास्ता है। वहीं कुछ लोकल लोगों को कहना है कि इसके अंदर पांडवों का मंदिर है और पानी भी बहुत है। सच क्या है कोई नहीं जानता लेकिन स्थानीय लोग इस जगह पर अपनी छुट्टियां और पिकनिक मनाने आते हैं। अगर आपके पास लोलाब वैली को एक्सप्लोर अच्छा टाइम है तो आपको यहाँ जरूर आना चाहिए।

4. सतबर्न

कालारूस में ये एक प्राचीन और ऐतहासिक जगह है, सतबर्न। जिसे आपको जरूर देखना चाहिए। ये पहाड़ के पत्थरों का काटकर बनाई गई इमारत आर्किटेक्चर का बेहद शानदार नमूना है। सतबर्न यानी सात दरवाजे। इस इमारत के सात दरवाजे हैं। ये भी एक रहस्य वाली जगह है। ये किसी ने बनवाई थी किसी को इस बारे में पता नहीं है। स्थानीय लोगों का मानना है कि इसे पांडवों ने बनाई थी और यहीं पर ठहरे थे। लोलाब वैली आएं तो इस खूबसूरत जगह को भी देखा जा सकता है।

5. क्रुसन

लोलाब घाटी में प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर एक और गाँव है, क्रुसन। ये जगह आपको अपनी खूबसूरती से हैरान कर देगी। खुली हवा में सांस लेने के लिए क्रुसन परफेक्ट जगह है। क्रुसन हलपतपोरा के पास में ही स्थित है। ये गाँव हरे-भरे मैदान, झीलों से भरे हुए हैं। पहाड़ों के बीच ये सब होना किसी जन्नत की तरह लगता है। इस गाँव को देखने के बाद भी अगर आपके पास वक्त रहता है तो आप खुमरियाल गाँव भी देख सकते हैं। यहाँ पर नमकीन चाय पीते हुए लोलाब घाटी के मंत्रमुग्ध करने वाले नजारों को देख सकते हैं।

कैसे जाएं?

लोलाब वैली कुपवाड़ा से 9 किमी. और श्रीनगर से 109 किमी. है। यहाँ आप फ्लाइट, ट्रेन और वाया रोड आसानी से आ सकते हैं।

फ्लाइट सेः यदि आप फ्लाइट से लोलाब आना चाहते हैं तो सबसे निकटतम श्रीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट है। श्रीनगर से लोलाब की दूरी 109 किमी. है। आप टैक्सी बुक करके या फिर बस से लोलाब पहुँच सकते हैं।

ट्रेनः अगर आप ट्रेन से लोलाब वैली जाने का सोच रहे हैं तो सबसे नजदीकी जम्मू रेलवे स्टेशन है। जम्मू से लोलाब की दूरी 218 किमी. है। आप टैक्सी बुक करके या फिर बस से लोलाब पहुँच सकते हैं।

वाया रोडः जम्मू और श्रीनगर दोनों से ही लोलाब वाया रोड अच्छे से कनेक्टेड है। कुपवाड़ा होते हुए आप लोलाब पहुँच सकते हैं। कुपवाड़ा आप बस या टैक्सी से पहुँच सकते हैं। उसके बाद आप लोलाब जाने के लिए शेयर्ड टैक्सी मिल जाएगी।

कब जाएं?

कश्मीर को अगर आपको अच्छे-से देखना है तो उसकी हरियाली को देखने जाना चाहिए। लोलाब घाटी जाने के लिए सबसे बेस्ट मार्च से जून तक का होता है। अगर आप बर्फ से ढंकी लोलाब वैली को देखना चाहते हैं तो आप सर्दियों में आने का प्लान बनाएं। लोलाब घाटी में कम लोग आते हैं इसलिए आपको रहने के लिए कोई दिक्कत नहीं आएगी। टूरिज्म डिपार्टमेंट के जगह-जगह पर गेस्ट हाउस बने हुए हैं, जिनमें आप ठहर सकते हैं। इसके अलावा आप कुपवाड़ा में होटल में ठहर सकते हैं।

क्या आपने कश्मीर की लोलाब वैली की यात्रा की है? अपने अनुभव को शेयर करने के लिए यहाँ क्लिक करें।

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