जैसा की आप सभी लोगो को पता है। कि राजस्थान के अंदर सबसे ज्यादा प्रसिद्व मंदिर खाटू श्याम है
और यहां पर लोग बहुत दूर दूर से खाटू के दर्शन करने के लिए आते है।
आज इस लेख में हम पूरी अपनी खाटू श्याम की यात्रा के बारे में काफी विस्तार से बात करेंगे
साथ ही जो लोग अभी तक राजस्थान के अंदर खाटू श्याम के मंदिर नहीं गए है ,
यकीन मानिये इस को पढ़ने के बाद आप जरूर जायेंगे -
तो चलिए बिना समय गवाए खाटू की यात्रा पैर चलते है -
हम दिल्ली में होते है और अचानक खाटू श्याम के बारे में सोचते है
हम कभी भी वहाँ पर नहीं गए हुए थे
दिल्ली से खाटू श्याम की दुरी करीब 300 km है
और हम कार से जाने का प्लान बनाते है
अगले दिन हमसुबह 4 बजे दिल्ली से निकल पड़ते है हमसे हाईवे पर एक गलती हो जाती है जब हम अपने घर से निकलते है तो जयपुर-नीमराना नेशनल हाईवे से ही चलते है , लेकिन बिच में हमे गूगल मैप पर 100 कम डिस्टेंस के अंदर गाओ की तरफ से एक रास्ता दीखता है
और हम विलेज के रास्ते चल देते है , जो की हमारी सबसे बड़ी भूल थी लेकिन फिर भी हम 12 बजे दोपहर को पहुंच जाते है
मंदिर की टाइमिंग -
दर्शन टाइमिंग
winter (5:30 AM - 1:00 PM, 5:30 PM - 9:00 PM)
summer (4:30 AM - 12:30 PM, 4:30 PM - 10:30 PM)
हम बहुत थक गए होते है और फिर हम सोचते है की एक होटल लिया जाये और थोड़ा आराम करके फिर मंदिर में दर्शन किये जाये
तब वहाँ पर हम होटल ढूंढते हैं
आप जब वहाँ पर जाओगे तो वहाँ आपको काफी धर्मशाला दिखाई देगी
हम हरयाणा धर्मशाला के अंदर रुके थे -
जिसका प्राइस -
AC ROOM- 1000 RS
NORMAL ROOM - 500 RS
और फिर हम वहाँ पर फ्रेश होते है
और खाने के लिए होटल चले जाते है वहाँ पर आपको काफी नार्मल और अच्छा खाना मिल जायेगा
फिर हम करीब 5 बजे मंदिर के दर्शन के लिए जाते है और काफी अच्छे से दर्शन करते है
उसके बाद हम मार्किट घूमते है -
वहाँ एक सबसे फेमस चीज़ होती है - कड़ी कचौड़ी
आप जब भी जाये तो कचौड़ी जरूर खाये
उसके बाद हम अपने रूम पर आ जाते है और आराम करते है फिर अगले दिन सुबह ही हम दुबारा मंदिर के दर्शन के लिए जाते है ,
फिर हम सालासर बालाजी जाने के बारे में सोचते है और अपनी कार से चल पड़ते है
और वहाँ पर हम 1 बजे तक दर्शन कर लेते है
और दिल्ली के लिए निकल पड़ते है
और रात तक दिल्ली आ जाते है
तो ये थी खाटू श्याम की एक छोटी से यात्रा
यह मेरा पहला ब्लॉग था
आप अपने सुझाव जरूर दे ताकि हम इससे भी अच्छे बोल्ग लिखे