भारत के सबसे पुराने रेस्त्रां जहाँ खाए बिना लोग उस शहर की यात्रा का अधूरा मानते हैं

Tripoto
17th Sep 2021
Photo of भारत के सबसे पुराने रेस्त्रां जहाँ खाए बिना लोग उस शहर की यात्रा का अधूरा मानते हैं by Smita Yadav

भारतीय लोग खाने-पीने के बेहद शौकीन होते हैं। लजीज भोजन मिल जाए तो मन की शांति के साथ आत्मा भी तृप्त हो जाती हैं। हमारे भारत देश में ऐसे कई दुकानें और फूड स्टॉल हैं, जो आजादी के समय से चले आ रहे हैं। इनमें से कुछ दुकानों के स्ट्रक्चर बदल गए हैं लेकिन स्वाद में कोई बदलाव नहीं आया है। अगर आप भी कुछ ऐसे फूड शॉप की तलाश में हैं, जहाँ लजीज खाना मिलता है, तो हम आपको बताते हैं ऐसी दुकानों के बारे में जो काफी सालों से चली आ रही हैं, लेकिन स्वाद वैसा का वैसा ही है। तो आइए जानते हैं वो पुराने और अपने स्वाद के लिए आज भी प्रसिद्ध रेस्टोरेंट कौन-कौन से हैं।

शेख ब्रदर्स, गुवाहाटी

Photo of भारत के सबसे पुराने रेस्त्रां जहाँ खाए बिना लोग उस शहर की यात्रा का अधूरा मानते हैं 1/1 by Smita Yadav
Day 1

इस रेस्टोरेंट को 1800 के दशक में शेख गुलाम इब्राहिम द्वारा तैयार किया गया था। ये गुवाहाटी का सबसे मशहूर रेस्टोरेंट है। ऐसा कहा जाता है कि नेहरू परिवार भी अक्सर यहाँ खाना खाने के लिए आया करता था। इस रेस्टोरेंट की शुरुआत ब्रेड और बिस्कुट से हुई थी और अब यहाँ आपको केक, कुकीज, बिस्कुट की अनेकों वैरायटी मिल जाएंगी। अब ये रेस्टोरेंट तीसरी पीढ़ी के शेखों द्वारा चलाया जा रहा है।

टुंडे कबाबी, लखनऊ

Photo of भारत के सबसे पुराने रेस्त्रां जहाँ खाए बिना लोग उस शहर की यात्रा का अधूरा मानते हैं by Smita Yadav

यह दुकान इतना अधिक प्रसिद्ध है कि यहाँ के लजीज व्यंजनों का स्वाद लेने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं। यह दुकान अपने स्वादिष्ट गलौटी कबाब, कोरमा और बिरयानी के लिए काफी लोकप्रिय है। इस दुकान के बारे में यह कहा जाता है कि इसकी शुरुआत वर्ष 1905 में हाजी मुराद अली द्वारा शुरु किया गया था। यहाँ के लजीज व्यंजन का राज यह है कि भोजन बनाने के लिए यहाँ कि महिलाएं घर में ही अलग से मसाले तैयार करती हैं। यहाँ के कबाब इतने मुलायम होते हैं कि मुंह में जाते ही पिघल जाते हैं।

लियोपोल्ड कैफे, मुंबई

Photo of भारत के सबसे पुराने रेस्त्रां जहाँ खाए बिना लोग उस शहर की यात्रा का अधूरा मानते हैं by Smita Yadav

साल 1871 में बना यह कैफे मुंबई के सबसे पुराने रेस्टोरेंट्स में से एक है। यहाँ टूरिस्ट और मुम्बईवासियों की भीड़ हमेशा लगी रहती है। यहाँ के मैन्यू में इटैलियन डिशेज, चाइनीज फूड और भारतीय खाना भी मिलता है। इसके अलावा यदि आप लियोपोल्ड जा रहे हैं, तो यहाँ का चाय, सैंडविच, हॉट चॉकलेट, पिज्जा और सोया वाइन चिकेन अवश्य ट्राई करें। जितना ये कैफे पुराना है, उतना ही महंगा भी है, लेकिन फिर भी यहाँ की डिश जरूर ट्राई करें।

मावल्ली टिफिन रूम्स, बेंगलुरु

Photo of भारत के सबसे पुराने रेस्त्रां जहाँ खाए बिना लोग उस शहर की यात्रा का अधूरा मानते हैं by Smita Yadav

इस रेस्टोरेंट की स्थापना साल 1924 में परमपल्ली यज्ञनारायण और उनके भाइयों ने की थी। यह बेंगलुरु का सबसे पुराना रेस्टोरेंट है। यहाँ आप मसाला डोसा, रवा डोसा, इडली और साउथ इंडियन खाने का स्वाद ले सकते हैं। इस रेस्टोरेंट में स्वच्छता का बेहद ध्यान रखा जाता है। इसे मावल्ली टिफिन रूम्स या एम टी आर रेस्टोरेंट भी कहा जाता है।

फ्लुरीज कोलकता

Photo of भारत के सबसे पुराने रेस्त्रां जहाँ खाए बिना लोग उस शहर की यात्रा का अधूरा मानते हैं by Smita Yadav

यह कोलकाता का लोकप्रिय कॉफी शॉप है। इसकी शुरुआत स्विट्जरलैंड के एक कपल मिस्टर एन्ड मिसेज जे फ्लुरी द्वारा वर्ष 1927 में शुरु की गई थी। यह कोलकाता के पार्क स्ट्रीट में देखने को मिल जाएगी। फ्लुरीज के प्रसिद्ध खाने में कॉफी, स्पेगेटी, लैंब, टी, चॉकलेट मूस, सैंडविच, इंग्लिश ब्रेकफास्ट आदि को ट्राई अवश्य करना चाहिए। फ्लुरीज के 15 आउटलेट दिल्ली, हैदराबाद और मुम्बई में भी मिल जाएंगे। मशहूर फिल्मकार सत्यजीत रे भी यहाँ नाश्ता करने के लिए आते थे।

यदि आपने अभी तक यहाँ के भोजन का स्वाद नहीं चखा है, तो जरुर ट्राई करें क्योंकि उपर्युक्त सभी भारत के ऐसे पुराने रेस्टोरेंट हैं, जहाँ का स्वाद पहले जैसा ही है। यहाँ के खाने का स्वाद लेने के लिए विदेशों से भी लोग आते हैं।

कैसा लगा आपको यह आर्टिकल, हमें कमेंट बॉक्स में बताएँ।

अपनी यात्राओं के अनुभव को Tripoto मुसाफिरों के साथ बाँटने के लिए यहाँ क्लिक करें।

बांग्ला और गुजराती के सफ़रनामे पढ़ने के लिए Tripoto বাংলা और Tripoto ગુજરાતી फॉलो करें।

रोज़ाना Telegram पर यात्रा की प्रेरणा के लिए यहाँ क्लिक करें।