अगर आप महाराष्ट्र में रह रहे हैं तो आप कर सकते हैं ट्रेकिंग, यहाँ राजमाची नामक किला है जो आपको ट्रेकिंग के लिए एक आसान मार्ग प्रदान करता है। राजमाची किला ट्रेक कर्जत और लोनावाला के बीच स्थित है जो महाराष्ट्र का “हिल स्टेशन”। यदि आप पहली बार ट्रेकिंग कर रहे हैं तो मुम्बई और पुणे के बीच ये राजमाची ट्रेक आपके लिए एकदम सही है। यह एक आसान सा ट्रेक है जो लोगों को साथ में प्रकृति और यहाॅं की संस्कृति का अनूठा मेल एक अच्छा अनुभव देती है। यहाँ मैं आपको गाइड करूँगा कि आप कैसे और कब राजमाची घूम सकते हैं।
क्यों घूमें?
राजमाची किला
वैसे तो यहाँ घूमने का प्राथमिक कारण यहाँ के किले ही हैं जो पश्चिमी घाट की पहाड़ों में बने हिल स्टेशनों के बीच स्थित है। वैसे तो राजमाची में दो किले हैं और दोनों ही यहाँ आने वाले यात्रियों के लिए काफ़ी प्रसिद्ध है। पहला किला जो पश्चिम की ओर 2,510 फीट की ऊँचाई पर ‘मनारंजन किला’ है, और दूसरा ‘श्रीवर्धन किला’ जो पूर्व की ओर 2,710 फीट की ऊँचाई पर है। वर्तमान में किले के मार्ग को मुम्बई और पुणे के बीच एक व्यापार मार्ग के रूप में प्रयोग किया जाता है जो दोनों शहरों को एक आसान मार्ग से जोड़ता है।
ट्रेकिंग के दो मार्ग
ट्रेकिंग के लिए यहाँ दो रास्ते हैं - लोनावाला और कर्जत। दोनों मार्ग अलग-अलग दूरी का रास्ता तय करते हैं।
लोनावाला मार्ग
लोनावाला मार्ग दोनों में से सबसे आसान है, लेकिन दोनों मार्ग की तुलना में इसमें आपको अधिक समय लगेगा। ये मार्ग परिवार और दोस्तों के साथ ट्रेकिंग कर रहे लोगों के लिए एक अच्छा विकल्प है। इस मार्ग पर आप जंगलों और आसान पैदल रास्तों से गुज़रेंगे और कई प्रकार के पौधों व खरपतवारों के साथ ही कई पक्षियों और जानवरों का सामना कर सकेंगे। ये मार्ग आपको उधेवाड़ी ले जाएगा जो ट्रेक के आधार के रूप में काम करता है।
कजर्त मार्ग
इस मार्ग में कोंढाने गुफाएँ देखने को मिलेंगी। यहाँ गुफाओं के दाईं ओर से छोटी पगडंडी मार्ग ले लें, वो आपको एक बोर्ड के पास ले जाए जिस पर राजमाची लिखा हो, और यहाँ से आपको उधेवाड़ी पहुँचने तक चिह्नों और नक्शों से आगे का सारा रास्ता बताया जाएगा आप उसके साथ ही चलते जाएँ।
कब जाएँ?
राजमाची किला ट्रेक की यात्रा करने के लिए साल का जून से सितम्बर का महीना सबसे अच्छा समय माना जाता है। मई और जून के महीने में आपको रात में ख़ूबसूरत झिलमिलाते जुगनू देखने का मौक़ा मिलेगा। ये अंधेरे में चमकने वाले जुगनू सिर्फ़ दो महीने के लिए निकलते हैं। कई ट्रेकिंग कम्पनियाँ पर्यटकों को इस अद्धभुत दृश्य को दिखाने के लिए लिए विशेष जुगनू उत्सव आयोजित कराती हैं। यदि आप सर्दियों में यात्रा करने का सोच रहे हैं तो आप शरद ऋतु महीने में करें।
कैसे जाएँ?
लोनावला या कर्जत पहुँचने के लिए मुम्बई और पुणे से कार या ट्रेन, किसी से भी जा सकते हैं। कार और ट्रेन से जाते समय ही आपको आभास हो जाएगा कि आप कितने ख़ूबसूरत दृश्यों के लिए निकले हैं। राजमाची महल का रास्ता बहुत ही सुन्दर और प्रकृति के बीच सारा हरियाली से घिरा हुआ है।