युक्सोमः सिक्किम की बेपनाह खूबसूरती से भरी जगह, जिंदगी के सफर को बनाती है मजेदार

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Photo of युक्सोमः सिक्किम की बेपनाह खूबसूरती से भरी जगह, जिंदगी के सफर को बनाती है मजेदार by Musafir Rishabh

अक्सर हम खूबसूरत जगहों को देखने के लिए उन जगहों पर जाते हैं जो बहुत फेमस होती हैं। वहाँ आपको खूबसूरती तो नहीं लेकिन भीड़ और शोर बहुत मिलता है। इसलिए जब भी घूमने जाएं तो ऐसी जगह पर जाएं, जहाँ कम लोग जाते हों। ऐसी ही बेहद खूबसूरत जगह है, युक्सोम। सिक्किम भारत के सबसे खूबसूरत राज्यों में से एक है। यहाँ पर गंगटोक और पेलिंग जैसी फेमस टूरिस्ट जगहें हैं तो युक्सोम जैसे छिपी हुई जगह है। पेलिंग से 40 किमी. दूर युक्सोम की खूबसूरती आपको दीवाना बना देगी। इस जगह पर आकर आपको सिक्किम और भी खूबसूरत लगने लगेगा।

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खूबसूरत पहाड़ों से घिरा युक्सोम पश्चिमी सिक्किम में स्थित एक छोटा-सा शहर है। इस जगह को सिक्किम की पहली राजधानी के रूप में भी जाना जाता है। सिक्किम के पहले चोग्याल यानी कि राजा फुन्सोग नामग्याल ने 1642 में इसे सिक्किम की राजधानी घोषित किया था। चोग्याल राजाओं ने लगभग 300 साल से ज्यादा तक सिक्किम पर शासन किया। हरियाली से घिरी युक्सोम खूबसूरत तो है ही इसके अलावा यहाँ के लोग भी बहुत प्यारे हैं। समुद्र तल से 1780 मीटर की ऊँचाई पर स्थित युक्सोम किसी स्वर्ग से कम नहीं है। अगर आप सिक्किम आते हैं तो इस खूबसूरत जगह को अपनी बकेट लिस्ट का हिस्सा जरूर बनाएं।

युक्सोम

युक्सोम सिक्किम की सबसे पुरानी राजधानी है। युक्सोम का मतलब है, वो जगह जहाँ तीन विद्वान भिक्षुक बैठे रहते हैं। माना जाता है कि इस जगह पर तीन भिक्षुक आए थे और उन्होंने यहीं पर फुन्सोग नामग्याल को सिक्किम के पहले धार्मिक गुरू के रूप में चुना और चोग्याल नाम दिया था। पहले युक्सोम की पहाड़ियों को ने-पेमाथांग के नाम से जाना जाता था। हर किसी को एक बार इस खूबसूरत जगह पर सैर जरूर करनी चाहिए।

कब जाएं?

सिक्किम पूरे साल ही खूबसूरत रहता है। गर्मियों में भी यहाँ बहुत ज्यादा गर्मी नहीं पड़ती है। सर्दियों में बर्फबारी की वजह से युक्सोम तक पहुँचना मुश्किल होता है इसलिए आपको मार्च से जून और सितंबर से नवंबर के बीच यहाँ पर आना चाहिए। उस दौरान आप युक्सोम का सबसे खूबसूरत रूप देख पाएंगे। यहाँ पर आपको ठहरने में भी कोई दिक्कत नहीं आएगी। युक्सोम में होटल और होमस्टे में आप ठहर सकते हैं। इसके अलावा आप 40 किमी. दूर पेलिंग में भी ठहर सकते हैं।

कैसे पहुँचे?

सिक्किम की राजधानी गंगटोक से युक्सोम की दूरी लगभग 130 किमी. है। आप यहाँ तक आराम से पहुँच सकते हैं। इसके लिए सड़क, रेल और हवाई मार्ग उपलब्ध है।

फ्लाइट सेः यदि आप फ्लाइट से युक्सोम जाने का प्लान बना रहे हैं तो सबसे नजदीक बागडोगरा एयरपोर्ट है। बागडोगरा से युक्सोम की दूरी लगभग 170 किमी. है। आप यहाँ से टैक्सी बुक करके युक्सोम पहुँच सकते हैं।

ट्रेन सेः अगर आप ट्रेन से युक्सोम जाने का सोच रहे हैं तो सबसे निकटतम न्यू जलपाईगुड़ी रेलवे स्टेशन है। जलपाईगुड़ी से युक्सोम लगभग 150 किमी. की दूरी पर है। यहाँ से आप जोरथांग होते हुए 6-7 घंटे में युक्सोम पहुँच सकते हैं।

वाया रोडः युक्सोम जाने के लिए आपको बस नहीं मिलेगी। अगर आपके पास खुद की गाड़ी है तो अच्छी बात है। इसके अलावा आप शेयर्ड टैक्सी से युक्सोम जा सकते हैं। ये टैक्सी आपको पेलिंग, ताशिदिंग और गेयजिंग से मिल जाएगी।

क्या देखें?

1. दुब्दी मोनेस्ट्री

सिक्किम में कई खूबसूरत मोनेस्ट्रीज हैं लेकिन उन सबमें दुब्दी मोनेस्ट्री सबसे महत्वपूर्ण है। युक्सोम की तरह ये मोनस्ट्री सिक्किम का सबसे पुराना और पहला गोम्पा है। ये न्यिन्गमा संप्रदाय का तिब्बती मठ है। दुब्दी मोनेस्ट्री युक्सोम में एक पहाड़ी पर स्थित है। यहाँ तक आप आधा घंटा पैदल चलकर पहुँच सकते हैं। यहाँ से आसपास की खूबसूरती देखकर आप यहाँ पर कुछ देर जरूर ठहरना चाहेंगे। ये सिक्किम की सबसे पुरानी जगहों में से एक है। युक्सोम आएं तो इस जगह पर जाना न भूलें।

2. करटोक मठ

पहाड़ों से घिरे खूबसूरत युक्सोम में दुब्दी मोनेस्ट्री के अलावा भी कई खूबसूरत मोनेस्ट्रीज है। उन्हीं में से एक है, करटोक मोनेस्ट्री। युक्सोक के तीन मठों में से करटोक भी एक है। इस मोनेस्ट्री के सामने करटोक लेक है। इस वजह से भी ये जगह और भी खूबसूरत लगती है। इस झील के पास बैठकर आप यहाँ पर शांति और सुकून का एहसास कर सकते हैं। इस मोनेस्ट्री को आप अच्छे से देख सकते हैं और घूमते हुए आपको यहाँ अलग ही एहसास होगा। आपको युक्सोम की खूबसूरत करटोक मोनेस्ट्री को जरूर देखना चाहिए।

3. ताशिदिंग मोनेस्ट्री

ताशिदिंग मोनेस्ट्री सिक्किम के सबसे पवित्र मठों में से एक है। सिक्किम के पहले चोग्याल के अभिषेक करने वाले तीन लामाओं में से एक नगाडक सेंपा चेंपो ने 18वीं शताब्दी में इस मोनेस्ट्री को बनवाया था। युक्सोम की ये मोनेस्ट्री दिल के आकार की एक पहाड़ी पर स्थित है। यहाँ से आपको कंचनजंगा की खूबसूरत पहाड़ी देखने को मिलेगी। अगर आप युक्सोम आते हैं तो ताशिदिंग मोनेस्ट्री को देखने जरूर जाएं।

4. खेचेओपलरी लेक

सिक्किम के युक्सोम के खेचेओपलरी गांव में एक बेहद खूबसूरत झील है जो इसी गांव के नाम पर है। कहा जाता है कि गुरु पद्मसंभव ने इस झील में 64 योगिनी को शिक्षा दी थी। ये लेक हिंदू और बौद्ध दोनों धर्म के लोगों के लिए काफी पवित्र मानी जाती है। पहाड़ों के बीच इस झील का होना किसी अचंभे से कम नहीं है। ऐसी खूबसूरती देखकर आपका कहीं और जाने का मन ही नहीं करेगा। इन नजारों से आपको प्यार हो जाएगा। आपको युक्सोम की यात्रा में खेचेओपलरी लेक को अपनी बकेट लिस्ट में जरूर जोड़ना चाहिए।

5. कंजनजंगा नेशनल पार्क

सिक्किम भारत के उन राज्यों में से है जहाँ जाना हर घुमक्कड़ की हसरत होती है। इसी खूबसूरत राज्य में कंचनजंघा नेशनल पार्क है। प्रकृति को बेहद करीब से देखने के लिए ये एक अच्छी जगह है। कंचनजंघा नेशनल पार्क लगभग 1784 वर्ग किमी. में फैला हुआ है। आप यहाँ पर ट्रेकिंग भी कर सकते हैं। हिमालय की खूबसूरत चोटी को आप इस नेशनल पार्क से देख सकते हैं। आप सिक्किम के युक्सोम होते हुए यहाँ आसानी से पहुँच सकते हैं। यहाँ पर कई जंगली जानवर भी आपको देखने को मिल सकते हैं। युक्सोम आएं तो इस जगह पर आना न भूलें। इसके अलावा आप युक्सोम शहर को देख सकते हैं और कई झरने को भी देख सकते हैं। ऐसी ही जगहों पर आने के बाद जिंदगी का सफर और भी खूबसूरत लगने लगता है।

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