

आप उस जगह जाते हो जहा आपको चारो और बर्फ ही बर्फ नज़र आती है और आप बोलते हो हर और बर्फ की चादर बिछी हुई है वाकई वो बहोत सुन्दर दृश्य होगा | पर जब आप देखते हो चारो और हरियाली ही हरियाली हो तो आप क्या कहोगे ? सभी पहाड़ हरी-हरी घास में लिपटे हुए मिलेंगे ऐसी जगह है बांसवारा की धरती | आज बात हो रही है चाचा कोटा की जो बारिश में सुन्दरता की परिभाषा बन जाता है | उपर वाली तस्वीर वही की है जहा में नजारों का आनंद उठा रहा हु | जहा बड़े-बड़े शहरो में बीमार करने वाली हवा मिलती है जो शहर स्टैण्डर्ड ऑफ़ लिविंग के लिए जाने जाते है वहा बदकिस्मती से न साफ़ हवा है न साफ़ सुथरी जीवनशेली है | चाचाकोटा जेसी जगह आपको सही मायनो में ज़िन्दगी की अमूल्य सुविधाए देती है उसके बदले में ये आपसे चाहती है की आप सफाई बनाये रखे और गन्दगी न फैलाये |

वेसे तो पुरे साल यह आम सा लगता है पर बारिश की पहली बूंद के साथ जान आजाती है इसमें और पूरा सामा रंगीन हो जाता है | बांसवारा से 15 किलोमीटर की दुरी पर स्थित एक छोटा सा गाँव है और यहाँ जाने के लिए पहाडियों पर बने पक्के रस्ते से हो कर गुज़ारना पड़ता है | यहाँ माहि नदी के अथाह जल से यह सुन्दर और रमणीय बनाता है