सातवें और आठवें गुरु साहिबान का जन्म सथल - गुरुद्वारा शीश महल साहिब कीरतपुर साहिब पंजाब

Tripoto
31st Aug 2014
Day 1

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नमस्कार दोस्तों 🙏🙏
आज की  पोस्ट में आपका सवागत हैं। आज हम बात करेंगे सिख धर्म के महत्वपूर्ण तीर्थ कीरतपुर साहिब के गुरुद्वारा शीश महल साहिब की जहां सिख धर्म के सातवें गुरु श्री हरिराय जी और उनके पुत्र बाला प्रीतम आठवें गुरुहरिकशन जी का जन्म हुआ। सतलुज नदी के किनारे और शिवालिक की पहाड़ियों के पैरों में बसे कीरतपुर साहिब को दस सिख गुरुओं में से 6 गुरुओं की चरनछोह प्राप्त हैं। यहां पहले गुरु नानक देव जी, छठें गुरु हरिगोबिन्द जी, सातवें गुरु हरिराय जी, आठवें गुरु हरिकिशन जी, नौवें गुरु तेगबहादुर जी और दसवें गुरु गोबिंद सिंह जी पधारे हैं। कीरतपुर साहिब में दर्शन करने के लिए कुल 11 ईतिहासिक गुरुद्वारे हैं। कीरतपुर साहिब को छठें गुरु हरिगोबिन्द जी ने बसाया, उन्होंने अपने आखिरी दस साल इस शहर में ही बिताए यहां ही वह जयोति जोत समाए। यहां ही उन्होंने अपने पौत्र गुरु हरिराय जी को गुरुगद्दी दी। यहां पर ही गुरुद्वारा पतालपुरी साहिब हैं जहां छठे गुरु हरिगोबिन्द जी का अंतिम संस्कार हुआ और पास में बहती हुई सतलुज नदी में उनकी असथियों को विसर्जन किया गया। आज भी सिख संगत यहां अपने बिछड़े हुए रिशतेदारों की असथियों को जल प्रवाह करने के लिए पतालपुरी साहिब लेकर आते हैं। आज की पोस्ट में हम गुरुद्वारा शीश महल कीरतपुर साहिब की बात करेंगे। यह ईतिहासिक गुरुद्वारा शहर के बीचोंबीच मौजूद हैं। इस जगह को कीरतपुर बसाते समय सबसे पहले तैयार किया गया।यहां पर ही छठें गुरु हरिगोबिन्द जी  ने निवास किया। यह उनका घर था। कीरतपुर साहिब के अपने निवास स्थान को गुरु हरिगोबिन्द जी ने शीश महल का रुप दिया, इसीलिए इस जगह को गुरुद्वारा शीश महल का नाम मिला। इसी जगह पर 1630 ईसवीं में सातवें सिख गुरु हरिराय जी का जन्म हुआ। यहां पर ही 1656 ईसवीं में आठवें गुरु हरिकिशन जी का जन्म हुआ। दोस्तों दस सिख गुरुओं के जन्म सथान में से सात गुरु साहिब के जन्म भारतीय पंजाब में हुए। दो गुरु साहिब के जन्म पाकिस्तानी पंजाब में हुए और दसवें गुरु का जन्म बिहार की राजधानी पटना में हुआ।
दस गुरु साहिबान के जन्म सथान
1. गुरु नानक देव जी - ननकाना साहिब पाकिस्तान
2. गुरु अंगद देव जी - गांव सरायनागा जिला मुक्तसर पंजाब
3. गुरु अमरदास जी - गांव बासरके जिला अमृतसर पंजाब
4. गुरु राम दास जी - चूना मंडी लाहौर पाकिस्तान
5. गुरु अर्जुन देव जी - गोइंदवाल साहिब जिला तरनतारन पंजाब
6.  गुरु हरिगोबिन्द जी - गुरु की वडाली जिला अमृतसर पंजाब
7. गुरु हरिराय जी - कीरतपुर साहिब जिला रोपड़ पंजाब
8. गुरु हरिकिशन जी - कीरतपुर साहिब जिला रोपड़ पंजाब
9. गुरु तेगबहादुर जी- गुरूद्वारा गुरु के महल अमृतसर शहर पंजाब
10. गुरु गोबिंद सिंह जी- पटना साहिब बिहार
गुरुद्वारा शीश महल में जब आप पुरातन डियूढ़ी से प्रवेश करोगे तो सामने आपको गुरुद्वारा साहिब की भव्य ईमारत दिखाई देगी, जिसके सामने लगे हुए अशोक के वृक्ष गुरुघर की शोभा को चार चांद लगा देते हैं। अंदर जाकर सामने गुरु ग्रंथ साहिब जी का प्रकाश हैं और दरबार बिल्कुल शीश महल जैसा लगता हैं, जहां सुनिहरी कलाकारी की हुई हैं। मन ऐसी पवित्र जगहों पर जाकर आनंदित हो जाता हैं और गुरू जी को याद करके नमन करने लग जाता हैं। गुरुद्वारा साहिब के आंगन में एक ऊंचा थड़ा बना हुआ हैं जहां बैठकर सातवें पातशाह हरिराय जी दीवान सजाया करते थे और संगत को उपदेश दिया करते थे, इस जगह को दमदमा साहिब कहते है।
कीरतपुर साहिब कैसे पहुंचे- कीरतपुर साहिब चंडीगढ़ मनाली हाईवे पर चंडीगढ़ से 80 किमी और जिला मुख्यालय रोपड़ से 31 किमी और ईतिहासिक शहर आनंदपुर साहिब से 10 किमी दूर हैं। कीरतपुर साहिब में रेलवे स्टेशन भी हैं जो ऊना- नंगल- रोपड़- सरहिंद रेलवे लाईन पर बसा हुआ हैं।
आप भी आईए पंजाब की पवित्र धरती पर गुरु साहिब के ईतिहासिक गुरुद्वारों के दर्शन के लिए।
धन्यवाद

गुरुद्वारा शीश महल साहिब

Photo of Kiratpur Sahib by Dr. Yadwinder Singh

गुरु ग्रंथ साहिब जी

Photo of Kiratpur Sahib by Dr. Yadwinder Singh

गुरुद्वारा साहिब का प्रवेश द्वार

Photo of Kiratpur Sahib by Dr. Yadwinder Singh

गुरुद्वारा के आंगन में

Photo of Kiratpur Sahib by Dr. Yadwinder Singh