हिन्दू धर्म, दर्शन, आध्यात्म और दर्शन के अन्तर्गत विभिन्न सम्प्रदाय हैं जिनमें से एक है 'नाथ सम्प्रदाय' | सम्पूर्ण भारत में नाथ सम्प्रदाय के अनेक मठ एवं मंदिर फैले हुए हैं | इन मंदिरों में से सर्वाधिक प्रसिद्ध मंदिर है 'बाबा गोरखनाथ मंदिर' या 'गोरक्षपीठ' जो कि उत्तरप्रदेश के गोरखपुर में स्थित है | इस गोरक्षनाथ पीठ में योग साधना का क्रम प्राचीन काल से अनवरत जारी है |
कहा जाता है कि बाबा गोरखनाथ जी जोकि शिव के अवतार थे, ज्वाला देवी से भ्रमण करते हुए राप्ती नदी के तटीय क्षेत्र में पहुंचे और यहीं तपस्या करके समाधि लगाए | इसी स्थान पर नाथ सम्प्रदाय की स्थापना हुई और इस मंदिर का निर्माण हुआ | बाबा गोरखनाथ को ही नाथ सम्प्रदाय का संस्थापक माना जाता है |
करीब 52 एकड़ के क्षेत्र में फैले इस मंदिर का स्वरूप समय के अनुसार बदलता रहा है | 19 वीं सदी की शुरुआत में गोरक्षनाथ पीठ का अच्छे से जीर्णोद्धार हुआ और तभी से निरंतर मंदिर के आकार, साजसज्जा एवं व्यवस्था में परिवर्तन होता आ रहा है | इसके भव्य निर्माण का श्रेय नाथ सम्प्रदाय के महंतों और पीठाधीश्वरों को जाता है जिनमें से प्रमुख हैं महंत दिग्विजय नाथ एवं उनके शिष्य महंत अवैद्यनाथ जी महाराज | आजकल यहाँ के महंत उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी हैं |
मान्यता है कि मंदिर में बाबा गोरखनाथ जी द्वारा जलायी गयी अखंड ज्योति त्रेतायुग से आजतक विभिन्न परिस्थितियों से जूझते हुए भी अनवरत जल रही है | गोरखनाथ मन्दिर के अंदर गुरु गोरखनाथ की संगमरमर की ध्यान मुद्रा में मूर्ति एवं चरणपादुकाएं रखी हैं | इसके अलावा मंदिर प्रांगण में गणेश मंदिर, काली मंदिर, शीतला माता मंदिर, श्री शनि मंदिर के साथ-साथ अन्य मंदिर भी दर्शन योग्य हैं | मंदिर परिसर में एक सरोवर भी है जिसे भीम सरोवर कहते हैं | कहा जाता है कि महाभारत काल में पाण्डवों ने एक यज्ञ किया और उसका निमंत्रण देने भीम गुरु गोरखनाथ के पास आए थे और भीम जिस जगह रूके थे वहाँ यह सरोवर बना | यहाँ हर साल मकर संक्रांति को 'खिचड़ी मेला' लगता है | यहाँ बोटिंग और नाथ परम्परा पर आधारित लाइट एवं साउंड शो का आयोजन किया जाता है | यहाँ एक संस्कृत महाविद्यालय एवं एक सुंदर गौशाला भी है |
कैसे पहुंचे- गोरखपुर देश के सभी मुख्य शहरों से सड़क, रेल एवं वायु मार्ग द्वारा अच्छे से जुड़ा हुआ है | गोरखनाथ मंदिर गोरखपुर रेलवे स्टेशन से 4 किमी एवं एयरपोर्ट से 11 किमी की दूरी पर स्थित है |