दोस्तों, अगर आप भी शॉपिंग के लिए कुछ सस्ती और किफायती चीजों की तलाश कर रहे हैं तो वो सिर्फ और सिर्फ आपको दिल्ली के सस्ते मार्केट में ही मिल सकती हैं इसलिए आज हम दिल्ली के सस्ते मार्केट नहीं बल्कि दिल्ली में लगने वाले सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेला के बारे में आपको बताने जा रहे हैं जहाँ आकर आप यहाँ से महंगी चीजें भी बिल्कुल सस्ते दामों में खरीद सकते हैं। और अपने पैसे बचा सकते हैं। साथ ही यहाँ आकर आपको भारत के समृद्ध अतीत और देशभर के जातीय व्यंजनों को चखने का मौका भी मिलता है। तो आइए बिना देर किए चलते है सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेला की ओर।
सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय मेला
सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय मेला दुनिया का सबसे बड़ा मेला है, जिसका आयोजन हर साल बड़ी धूमधाम से किया जाता है। हरियाणा के फरीदाबाद में 03 फरवरी से 36वें अंतर्राष्ट्रीय सूरजकुंड मेले की शुरुआत हो गई है, जो 19 फरवरी तक चलेगा। मेले में घूमने की टाइमिंग सुबह 10:30 से रात 8 बजे तक है।
सूरजकुंड मेले की थीम
आपको बता दूं, दोस्तों, कि हर साल इस मेले की थीम अलग होती है। मेले को उसी थीम पर सजाया जा सकता है। इस बार सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय मेले की थीम नॉर्थ ईस्ट रीजन के 8 स्टेट पर है यानी यहां आपको अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, त्रिपुरा और सिक्किम के खास सामान देखने को मिलेंगे। साथ ही पार्टनर कंट्रीज के तौर पर शंघाई को-ऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन (SCO) के राष्ट्र हैं। अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड मेला में 40 से ज्यादा देशों के विदेशी कलाकार अपनी कलाओं का रंग बिखेरेंगे। इसलिए यह मेला देश ही नहीं बल्कि विदेशी लोगों में भी प्रचलित है। अलग-अलग देशों के लोग इसे देखने आते हैं।
क्यों फेमस है ये मेला
आपको बता दूं दोस्तों, इस प्रसिद्ध मेले की शुरुआत साल 1987 में हुई थी जो कि भारत में आयोजित होने वाले सबसे विशाल मेले में से एक है। इसलिए इस मेले को देखने के लिए देश-विदेश से भारी संख्या में सैलानी पहुंचते है। इस मेले का उद्देश्य स्थानीय कलाओं को बढ़ावा देना है। यही कारण हैं कि हर वर्ष मेले की थीम अलग-अलग होती है। और यह मेला विश्व भर में हैंडीक्राफ्ट मेले के रूप में भी फेमस है।
क्या होगा मेले में खास
दोस्तों, सूरजकुंड हस्तशिल्प मेले में लगभग 25 साल बाद पूर्वोत्तर राज्यों के स्वादिष्ट व्यंजनों को चखने का मौका मिलेगा। इस मेले में फूड्स के लिए अलग से 50 स्टॉल लगाई जा रही हैं। मेले में आप पिज्जा से लेकर बाजरे की रोटी तक के जायके का आनंद ले सकते हैं। जिनमें से मणिपुर की चाहाओ खीर, मेघालय की फ्रूटचाट, त्रिपुरा की भंगुई बिरयानी और पूर्वोत्तर राज्यों की बैंबू बिरायनी भी शामिल हैं अगर आप चाहें तो इन बेहतरीन व्यंजनों का आनंद सूरजकुंड मेला आकर ले सकते हैं।
सूरजकुंड मेला टिकट कैसे बुक करें?
1. सूरजकुंड मेला प्राधिकरण की आधिकारिक वेबसाइट surajkundmelaauthority.com पर जाएं।
2. दोस्तों, सूरजकुंड मेला टिकट बुक करने के लिए आपको सबसे पहले एक क्यूआर कोड को स्कैन करना होगा, स्कैन करने के बाद आपको एक लिंक मिलेगा। लिंक मिलने के बाद आप अपनी ऑनलाइन टिकट बुक कर सकते हैं।
3. सूरजकुंड मेला टिकट ऑनलाइन बुक करने के लिए BookMyShow पर जाएं। आप BookMyShow से भी टिकट बुक कर सकते हैं।
4. अगर आप खुद की कार या गाड़ी से जा रहे हैं तो सूरजकुंड मेला वेबसाइट से आप पार्किंग टिकट भी बुक कर सकते हैं।
अगर आप अपने परिवार के साथ क्वालिटी टाइम बिताना चाहते हैं और वीकेंड में घर बैठकर बोर नहीं होना चाहते, तो इस मेले में आने का प्लान ज़रूर बनाये।
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