वैसे तो पंजाब अपने देसी खाने और पंजाबी ठाट के लिए जाना जाता है। लेकिन इसके सिवा पंजाब का स्वर्ण मंदिर और अटारी बॉर्डर बहुत ही मसहूर है। बहुत से लोग स्वर्ण मंदिर घूमने जाते हैं। लेकिन अभी बहुत से लोग है । जो पंजाब घूमने जाने का प्लान कर रहे हैं । लेकिन उनको सही से नही मालूम कि पंजाब में कहा और क्या क्या घुमा जाए और क्या क्या देखने लायक है पंजाब के अमृतसर में तो आज हम आपको बताएंगे कि कैसे आप अमृतसर का टूर प्लान कर सकते है। और अमृतसर में क्या क्या घूम सकते है। अमृत सर में घूमने से ले कर खाने तक कि सब जगहों के बारे में जानने के लिए ये आर्टिकल पूरा पढ़े । हम आपको बताएंगे कि कैसे आप अमृतसर को कम बजट में और सिर्फ 2 दिन में पूरा घूम सकते है। और पंजाब के मुख्य पकवानों के बारे में भी बताएंगे जिनका स्वाद पंजाब के अलावा और कही नही मिलता । और अमृतसर के मसहूर छोले कुलचे कहा मिलते है। ये सब जननेंगे आज हम लोग इस आर्टिकल में और अटारी बॉर्डर में बारे में जिसे लोग वाघा बॉर्डर के नाम से जानते है।
अमृतसर का स्वर्ण मंदिर :-
अमृतसर रेलवे स्टेशन से 4 किमी की दूरी पर मौजूद हैं । स्वर्णमंदिर और उस मंदिर के बिल्कुल बगल में ही है। जलियावाला बाग स्वर्ण मंदिर जाने के लिए आपको स्टेशन से ही टैक्सी मिल जाएगी जो कि आपको 15 मिनट में ही स्वर्ण मंदिर छोड़ देगी । स्वर्ण मंदिर दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित धार्मिक स्थलों में से एक स्थल है। इस मंदिर को देखने ले लिए पूरे भारत से तो लोग आते ही है। साथ ही दुनिया भर से लोग इस मंदिर को देखने आते है। इस मंदिर को हरमंदिर साहिब गुरुद्वारा के नाम से भी जाना जाता है। सिख धर्म के पांचवे गुरु अर्जन ने इस मंदिर का निर्माण करवाया था। इस मंदिर के ऊपर 24 कैरेट 500 किलो से भी ज्यादा सोने की परत चढ़ी हुई है। जिस वजह से इस मंदिर का नाम स्वर्णमंदिर हो गया है।
इस मंदिर में प्रवेश करने के लिए 4 द्वार मौजूद है। जो सभी धर्मों के लिए खुले रहने का प्रतीक है। स्वर्णमंदिर में सभी धर्म के लोग दर्शन करने जा सकते है। इस मंदिर परिषर में एक बहुत बड़ा तालाब मौजूद है। जो स्वर्णमंदिर के चारो तरफ फैला हुआ हैं । जिसे अमृतसरोवर के नाम से जाना जाता हैं । इस सरोवर को बहुत ही पवित्र माना जाता हैं । भक्तो के अनुसार इस सरोवर में स्नान करने से भक्तो के कर्म सुध हो जायेगे। भक्तो की माने तो इस सरोवर में
स्नान करने से बहूत सी बीमारियां नस्ट हो जाती है। अर्थात इस सरोवर में अवसधीय गन मौजूद है। इन्ही वजहों से इस सरोवर का नाम अमृतसरोवर पड़ा है।
इस मंदिर परिसर में दुनिया का सबसे बड़ा लंगर चलता हैं । जो कभी नही बंद होता है। दिन रात ये चलता रहता है। इस लंगर का खाना बहुत ही स्वादिष्ट होता है। अगर आप इस मंदिर में घूमने जाए तो लंगर में खाना जरूर खाये। रिकॉर्ड के अनुसार इस लंगर में प्रतिदिन 50 हजार लोग लंगर में खाना खाते है। और जब कोई त्योहार होता है। तो इस संख्या 1 लाख के पार हो जाती है। इस लंगर में मिलने वाला भोजन शुद्ध शाकाहारी होता है। इस लंगर में मिलने वाले भोजन में रोटी दाल सब्जी और मीठा होता है। लंगर में खाने के लिए बहुत बड़े बड़े हाल मौजूद है। जिनमें बैठा कर भोजन परोसा जाता है।
स्वर्ण मंदिर में जाने से पहले आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होग:-
अपने सर को रुमाल या दुपट्टा से ढक के रखना होता है।
मंदिर में दर्शन के दौरान छोटे कपड़े या आपत्ति जनक कपड़े न पहनें ।
मंदिर के अंदर फोटोग्राफी न करे परिक्रमा छेत्र में आप फ़ोटो ग्राफी कर सकते हैं ।
मंदिर परिसर में सराब सिगरेट गुटका मीट ड्रग्स ले जाना बिल्कुल निषेध है।
जलियावाला बाग:-
स्वर्ण मंदिर से जब आप बाहर निकलोगे तो उसके पास ही जलियावाला बाग मौजूद है। ये वही जगह है। जहाँ पर आज से लगभग 100 साल पहले या अंग्रेजों ने हजारो भारतीयों पर गोलियां चलाई थी। जिसमे सैकड़ो लोगो ने अपनी जान गांव दी थी। इसी जगह के बारे में लाभग सभी लोगो को स्कूल में पढ़ाया जाता है। जलियावाला वाला बाग का नाम सुनते ही सबकी रूह कांप जाती हैं । इस जगह पर आज भी गोलियों के निशान मौजूद है। यहाँ पर मौजूद मयूजियम में शाहिद भगत सिंह की बंदूक मौजूद है। और भी बहुत सी चीज़े मौजूद है। जो उस कांड की याद दिलाती है। अगर आप अमृतसर जाते है तो एक बार जलियावाला बाग जरूर घूमने जाए।
अटारी बॉर्डर या वाघा बॉर्डर :-
अमृतसर से 1 घंटे की दूरी पर पर ही भारत पाकिस्तान का बॉर्डर मौजूद है। जो कि भारत की अटारी बॉर्डर के नाम से जाना जाता है। जिसे वाघा बॉर्डर के नाम से ज्यादा लोग जानते है। यहाँ पर पहुच कर आप इंडो रिट्रीट सेरेमनी देख सकते है। इसे देख कर आपको अपने आप पर गर्व महसूस होगा। आपको एक इंडियन होने पर गर्व महसूस होगा । जब आप वहाँ पर जाएंगे तो आपको पचासों हजार लोग इस सेरेमनी को देखते मिल जायेंगे । जब लोग भारत माता की जय के नारे लगते है एक साथ तो आपको एक अलग तरह की ऊर्जा महसूस होगी ।
अमृतसर जाने वाले लगभग सभी लोग इस जगह पर जरूर जाते हैं । आप को भी इस जगह पर एक बार जरूर जाना चाहिए।
अमृतसर के प्रमुख व्यंजन और रेस्टोरेंट :-
अमृतसर का मसहूर कुल्चा जिसे आपको आलू पनीर और फूलगोभी की फिलिंग के साथ मक्खन लगाके एक थाली में प्याज छोले और तीखी चटनी के साथ परोसा जाता हैं । यह अमृतसर का सबसे स्वादिस्ट और फेमस नास्ता है। अगर आप भी अमृतसर जाए तो एक बार इसका स्वाद जरूर चखियेगा। फेमस दुकान कुल्चा लैंड डिस्ट्रिक्ट शॉपिंग सेंटर रंजीत एवेन्यू
छोले पूड़ी और पिन्नी एक स्वादिस्ट नास्ता है। जिसे अमृतसर के लोग बहुत पसंद करते है। इसमें लोगो को छोले के साथ शुद्ध देसी घी में बनी पूड़ियों को गरमा गर्म आलू की सब्जी के साथ दिया जाता है। सबसे स्वादिस्ट छोले पूड़ी और पिन्नी की दुकान कान्हा स्वीट्स बीबीके ड़ी ए वी कॉलेज दयानंद नगर
अमृतसरी लस्सी के बिना तो आप का अमृत सर जाना ही बे कर है। अगर बात अमृतसर की फेमस व्यंजनों की हो तो सबसे पहले वहा की लस्सी ही याद आती है।जो कि आपको सिर्फ अमृतसर में ही मिल सकती है। तो अगर आपको भी अमृतसर जाना है तो वहाँ की लस्सी जरूर ट्राय करियेगा । अमृतसरी लस्सी की सबसे फेमस दुकान आहूजा दूध भंडार पर आप लस्सी का मज़ा ले सकते है।
इन सबके अलावा भी बहुत सी दुकान और जगह है। जहाँ के व्यंजन बहुत ही स्वादिस्ट है। और जो पूरे अमृतसर में मसहूर है। जैसे कि अखिल भारतीय प्रसिद्ध अमृतसरी कुल्चा, दोस्तो ढाबा, सुरजीत फ़ूड प्लाजा , बीरा चिकन हाउस , पल दा ढाबा , केसर द ढाबा , भरावा दा ढाबा , गुरदास राम की जलेबी , राम लुभाया आम पापड़ , ज्ञानी की स्पेशल मसाला चाय , शर्मा स्वीट आदि।
इसके अलावा आप अमृतसर में सरोसो का साग और मक्के की रोटी भी बिल्कुल भी मिस मत करियेगा।
कैसे पहुचे अमृतसर :-
आप अमृतसर ट्रैन बस या हवाई जहाज से जा सकते है। या फिर अपनी कार से भी जा सकते है।
अमृतसर ट्रैन से जाने के लिए आपको अमृतसर रेलवे स्टेशन के लिए ट्रेन पकड़नी पड़ेगी ।
अमृतसर आप सड़क मार्ग से भी जा सकते है। अमृतसर सभी प्रमुख शहरों से सड़क मार्ग से जुड़ा हुआ है।
हवाई जहाज़ से जाने के लिये सबसे नजदीकी एयरपोर्ट श्री रामदास जी इंटरनॅशनल एयरपोर्ट है जो कि अमृतसर में है।